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    कानपुर देहात का एक गांव ऐसा भी, 45 दिन में 24 लोगों की मौत, ग्रामीणों में दहशत, वजह चौंकाने वाली

    By ankit tripathi Edited By: Anurag Shukla1
    Updated: Sun, 20 Jul 2025 09:07 PM (IST)

    कानपुर देहात के गांव सुल्तानपुर के ग्रामीण इन दिनों दहशत में हैं। अलग-अलग वजहों से डेढ़ माह में सुल्तनापुर गांव के 24 लोगों की मौत हो चुकी है। दो दिन पूर्व अंतिम संस्कार में गए दो लोगों की मौत मार्ग दुर्घटना में हुई थी। भयभीत ग्रामीण संतों की शरण में पहुंच उपाय तलाश रहे।

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    सुल्तनापुर गांव में बैठे ग्रामीणों में लगातार हो रही घटनाओं पर होती चर्चा। सौ. ग्रामीण

    संवाद सूत्र, जागरण, मूसानगर (कानपुर देहात)। करीब दो हजार की आबादी वाला क्षेत्र के सुल्तनापुर गांव में मौजूदा समय में भय का माहौल है। गांव की महिलाएं व पुरुष डरे सहमें हैं। गली, चौराहे पर बैठे ग्रामीणों की जुबान पर एक ही चर्चा है कि अब कोई अनहोनी न हो।

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    करीब डेढ़ माह में 24 लोगों की आकस्मिक मौत ने लोगों को अंदर से झकझोर दिया है। अब ग्रामीण संत महात्मा की शरण में जाकर इससे बचाव की राह तलाश रहे हैं। वहीं सोमवार से हवन पूजन के साथ ही प्रभु नाम जप करने की भी योजना बना रहे हैं, ताकि अब किसी की जान न जाए।

    सुल्तनापुर गांव में करीब डेढ़ माह में महिला, पुरुष के साथ ही कई युवाओं की आकस्मिक मौत हो चुकी है। वहीं तीन दिन पूर्व ही गांव के सीलू के अंतिम संस्कार में आ रहे गांव के कल्लू व श्याम सिंह की सड़क हादसे में जान चली गई। जबकि इससे पूर्व भी 21 लोगों की मौत का दावा ग्रामीण कर रहे हैं। लगातार हो रही अनहोनी से लोगों में दहशत का माहौल है।

    भयभीत ग्रामीणों में गली, चौराहों पर एक ही चर्चा है कि गांव को किसकी नजर लग गई। इससे कैसे निपटा जाए। वहीं अब कोई अनहोनी न हो। गांव के ही संतोष कुमार बताते हैं कि करीब डेढ माह पहले पूर्व प्रधान रामकरण की मृत्यु हुई थी। उसके बाद रामकेश, ज्योति पत्नी प्रदीप, मुक्ता प्रसाद की मौत हो गई। वहीं गांव के ही बलजीत की करंट की चपेट में आने से मौत हो गई, जबकि पप्पू ने जहरीला पदार्थ खा लिया था।

    इसी प्रकार गांव के सरमन छत से नीचे गिर गए, जिससे उनकी आकस्मिक मौत हो गई। वहीं अनिल, गौरव व अंकित की भी आकस्मिक मौत हो चुकी है। लगातार हुई घटनाओं से लोगों में दहशत है। ग्रामीणों की जुबान पर एक ही दर्द है कि अब इन अनहोनी से भगवान बचाए।शनिवार को गांव से 20-22 लोग झांसी के पास स्थित पिरौना आश्रम पहुंचे और संत को गांव में हो रही अनहोनी के बारे में बताया।

    गांव के अभिषेक, सुरेश ने बताया कि पिरौना स्थित प्राचीन जागेश्वर मंदिर गए थे, जहां संत को पूरी घटनाएं बताई हैं। इस पर उन्होंने गांव में कन्या भोज कराने के साथ ही प्रभु राम नाम व ऊं नम शिवाय जाप कराने के लिए कहा है। वहीं भादो मास में गांव आने का आश्वासन भी दिया है।

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