बहादुर बेटी लक्ष्मी को सलाम, अपनी जान गवां बचा ली तीन जिंदगियां, वीरता पुरस्कार की उठी मांग
कानपुर देहात में उच्च प्राथमिक विद्यालय खरतला विकास खंड अमरौधा की कक्षा छह में पढ़ने वाली 11 वर्ष की छात्रा लक्ष्मी ने अपनी जान गवां कर तीन लोगों की जान बचा ली। गड्ढे में डूब रही तीन छात्राओं को बचाया। गड्ढे में जान की परवाह किए बिना छलांग लगा दी।
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात। संकट में जब साथी फंसे तो लक्ष्मी ने अपनी जान की परवाह नहीं की और उनको बचाया लेकिन दुखद यह रहा कि उसकी खुद की जान चली गई। उसके अदम्य साहस की वजह से तीन जिंदगियां बच गईं। आज पूरा गांव ही नहीं बल्कि इंटरनेट मीडिया पर भी उसके साहस के चर्चें हो रहे हैं।
उच्च प्राथमिक विद्यालय खरतला विकास खंड अमरौधा की कक्षा छह में पढ़ने वाली 11 वर्ष की छात्रा लक्ष्मी खेतों में बकरियां चराने गई थी। पास में पानी भरे गड्ढे में अपने विद्यालय में पढ़ने वाली शालिनी, जानवी और प्रियांशु नहा रहे थे। अचानक शोर सुन लक्ष्मी ने अदम्य साहस का परिचय देते हुए पानी भरे गड्ढे में छलांग लगा दी। साथ ही सूझबूझ से एक एककर तीनों को बाहर निकाल जीवन सुरक्षित कर दिया लेकिन थककर पस्त हो चुकी लक्ष्मी खुद बाहर नहीं निकल सकी और डूबने से जीवन समाप्त हो गया। इस साहसी और वीरतापूर्ण कार्य को लेकर राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ने दिवंगत छात्रा के लिए मरणोपरांत राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार की मांग करते हुए ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा।
डीएम और बीएसए को सौंपा ज्ञापन
अब गांव से लेकर विद्यालय व शैक्षिक संगठन उसे वीरता पुरस्कार देने की मांग उठा रहे। इस संबंध में राष्ट्रीय शैक्षिक संघ ने शनिवार को डीएम और बीएसए को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने कहा कि लक्ष्मी के हौसले को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। वहीं विद्यालय में शोक सभा आयोजित कर छात्रा को सम्मान दिलाने के लिए शिक्षकों ने हर प्रयास करने का निश्चय किया। वहीं ब्लैक बोर्ड पर उसकी वीरता का संदेश भी लिखा।
26 जनवरी से पहले नामित करने की मांग
संगठन के जिलाध्यक्ष मनोज कुमार शुक्ला ने बताया कि छात्रा लक्ष्मी परिषदीय विद्यालय की छात्रा है मौत को लेकर बेसिक परिवार के सभी शिक्षकों में अत्यंत दुख है। साहसी कार्य से विद्यालय के छात्र छात्राओं के अलावा गांव और आसपास गांवों के लोग प्रशंसा करते नहीं थक रहे हैं। जिला संगठन मंत्री अनंत त्रिवेदी ने बताया कि संगठन ने डीएम व बीएसए को ज्ञापन देकर 26 जनवरी से पूर्व छात्रा को जिले से वीरता पुरस्कार के लिए नामित करने की मांग की है।
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