जागरण संवाददाता, कानपुर देहात। दिव्यांग बच्चों की समावेशी शिक्षा के बेहतर क्रियान्वयन के लिए समग्र शिक्षा अभियान समेकित शिक्षा के तहत जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन विकास भवन में हुआ। जिलाधिकारी नेहा जैन ने अभिभावकों व दिव्यांग बच्चों की समस्याओं को सुना और समाधान का भरोसा दिया। उन्होंने कहा कि दिव्यांग बच्चों को आंकड़ों में नहीं बल्कि अंदर छिपी प्रतिभाओं को निखारने की जरूरत है। संवेदनशीलता के साथ शासन की योजनाओं को बच्चों तक पहुंचाने का प्रयास करें।
मुख्य विकास अधिकारी सौम्या पांडेय ने कहा कि व्यक्ति शरीर से दिव्यांग हो सकता है आत्मा से नहीं। खंड शिक्षाधिकारी, एसआरजी, एआरपी, आइटी, आरटी व नोडल शिक्षकों का जिम्मेदारी है कि न केवल इन बच्चों की विद्यालय में उपस्थिति सुनिश्चित हो बल्कि निपुण भारत अभियान के अंतर्गत जो भी लर्निंग आउटकम दिव्यांग बच्चों के लिए निर्धारित है उनकी प्राप्ति में भी लगातार प्रयास किए जाएं। समर्थ ऐप के माध्यम से निगरानी करते रहें।
जिला बेसिक शिक्षाधिकारी रिद्धि पांडेय ने बताया कि निपुण भारत अभियान के क्रियान्वयन को लेकर समावेशी शिक्षा के तहत सभी को समान अवसर देने के लिए समर्थ कार्यक्रम चलाया गया है। उत्साहवर्धन के लिए दिव्यांगों को पुरस्कृत किया गया।
इस दौरान मुख्य चिकित्साधिकारी डा. एके सिंह, जिला पंचायत राज अधिकारी अभिलाष बाबू, खंड शिक्षा अधिकारी मुख्यालय संजय कुमार गुप्ता, एसआरजी अनंत त्रिवेदी, अजय कुमार गुप्ता, संत कुमार दीक्षित, ऋषिकांत आर्य, आशुतोष मिश्रा उपस्थित रहे।