'कुएं में जहरीली गैस की जांच कर ही उतरें'
- युवाओं को फायरकर्मियों ने दी जानकारी

'कुएं में जहरीली गैस की जांच कर ही उतरें'
संवाद सूत्र, शिवली : गांव में अक्सर मवेशी कुएं में गिर जाते हैं। सूखे कुएं में अधिकांश जहरीली गैस होती है, इसकी पहले जांच करें। इसके बाद ही लोग मवेशी को बचाने को उतरें। लापरवाही जानलेवा हो सकती है। यह बातें फायर ब्रिगेड यूनिट प्रभारी हरिओम पचौरी ने शुक्रवार को शिवली कोतवाली में युवाओं को बताई। आग लगने के कारण व बचाव के तरीके बताए गए।
प्रभारी हरिओम पचौरी ने बताया कि आग एक रसायनिक प्रक्रिया है जो एक फ्यूल आक्सीजन से उत्पन्न होती है। इनमें से एक के हट जाने पर आग शांत हो जाती है। उन्होंने बताया कि जो कुएं बंद पड़े होते हैं तो उनमें मिथेन गैस पाई जाती है जो जहरीली होती है। उसमें कोई भी जीव गिर जाए तो सबसे पहले हरे पेड़ की टहनी को कुएं में डालें यदि टहनी की पत्तियां मुरझा जाएं तो उसमें जहरीली गैस होगी। इसके साथ ही लालटेन या कोई चीज जलाकर अंदर रस्सी से डालें अगर वह बुझ जाए तो भी समझ जाएं कि गैस जहरीली है। यह गैस कुएं के मध्य में पाई जाती है। उस गैस को नष्ट करने के लिए पंप से पानी डालें, जिससे गैस समाप्त करने के बाद ही उसमें गिरे जीव को निकाला जाता है। एहतियात बड़ी चीज है और किसी भी स्थिति में दिमाग को स्थिर रखकर काम करें।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।