बिकरू कांड की आरोपी मनु पांडेय ने कोर्ट में किया आत्मसमर्पण, ढाई साल से थी फरार
कानपुर देहात में बिकरू कांड की आरोपी मनु पांडेय ने एंटी डकैती कोर्ट में आत्मसमर्पण किया। वह ढाई साल से फरार थी, उसकी संपत्ति भी कुर्क हो चुकी थी। 2020 में बिकरू गांव में पुलिस टीम पर विकास दुबे गिरोह ने हमला किया था, जिसमें आठ पुलिसकर्मी मारे गए थे। मनु पांडेय को भी आरोपी बनाया गया था, जिसके बाद वह फरार हो गई थी।

जागरण संवाददाता, कानपुर देहात। बिकरू कांड में आरोपित मनु पांडेय ने एंटी डकैती कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया जहां से उसे जेल भेज दिया गया। करीब ढाई साल से वह फरार चल रही थी और कुर्की की भी कार्रवाई की जा चुकी थी।
चौबेपुर के बिकरू गांव में दो जुलाई 2020 को दबिश देने गई पुलिस टीम पर विकास दुबे गिरोह ने फायरिंग कर दी थी। घटना में आठ पुलिसकर्मियों की मौत हो गई थी। पुलिस ने विकास दुबे के मामा प्रेमप्रकाश जो कि वहीं बगल में रहता था उसे एनकाउंटर में मार गिराया था।
उसकी बहू मनु पांडेय उस समय घर पर ही थी और शुरू में खुद को निर्दोष बताया था। बाद में उसकी रिकॉर्डिंग प्रसारित हुई थी तो पुलिस ने मामले में उसे भी आरोपित बनाया था। लेकिन वह घर से फरार हो गई थी। बाद में कोर्ट से वारंट जारी हुआ, लेकिन तब भी वह हाजिर नहीं हुई। इसके बाद कुर्क भी हुई लेकिन तब भी वह नहीं पेश हुई।
शुक्रवार को अपने वकील के जरिए वह चुपचाप पुलिस को चकमा देकर एंटी डकैती कोर्ट पहुंची और आत्मसमर्पण कर दिया। इसके बाद यहां से जेल भेज दिया गया। थाना प्रभारी चौबेपुर आशीष चौबे ने बताया कि गिरफ्तार के प्रयास किए गए पर सुराग नहीं लग सका था। उसने आत्मसमर्पण कोर्ट में कर दिया है।

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