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    IIT कानपुर में बोले सीएम योगी, बताया- नवाचार और शोध के लिए चेतन और अचेतन मन का फॉर्मूला

    Updated: Wed, 03 Sep 2025 12:23 PM (IST)

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आईआईटी कानपुर में समन्वय कार्यक्रम में कहा कि इंडस्ट्री और शिक्षा जगत को मिलकर काम करना चाहिए। उन्होंने भारत की अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए टेक्नोलॉजी और अनुसंधान पर जोर दिया। योगी आदित्यनाथ ने आईआईटी कानपुर से नोएडा में बनने वाले डीपटेक सेंटर का नेतृत्व करने का आग्रह किया।

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    मुख्यमंत्री ने नवाचार और शोध के लिए चेतन और अचेतन मन का बताया फॉर्मूला।

    जागरण संवाददाता, कानपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को आईआईटी में आयोजित समन्वय कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने इंडस्ट्री और उद्योग के साथ समन्वय कर आगे बढ़ने की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि इंडस्ट्री और अकादमिक जगत को मिलकर चेतन मन से मॉडर्न स्टडी, अवचेतन मन से ही नवाचार और अचेतन मैं से शोध और अनुसंधान कार्य करना चाहिए मन के इन तीन स्तरों से  सफलता पाई जा सकती है।

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    300 साल पहले भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया में नंबर वन थी। 1947 में भारत का ग्लोबल जीडीपी में योगदान दो प्रतिशत रह गया था। आज भारत चौथी अर्थव्यवस्था है और इसे 1947 तक दूसरी अर्थव्यवस्था बनाने के लिए टेक्नोलॉजी और अनुसंधान और उत्पादन क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना होगा।

    आईआईटी कानपुर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और सस्टेनेबिलिटी पर केंद्रित समन्वय कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया। आईआईटी निदेशक प्रोफेसर महेंद्र अग्रवाल ने बताया कि इस कार्यक्रम में 300 से अधिक इंडस्ट्री प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं। 

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में बताया कि नोएडा  में स्थित आईआईटी के ड्रोन टेक्नोलॉजी सेंटर का पिछले दिनों उन्होंने निरीक्षण किया और देखा कि किस तरह से आईआईटी की ड्रोन टेक्नोलॉजी का प्रयोग हो रहा है।

    ऑपरेशन सिंदूर में भी इसका योगदान देखने को मिला है। उन्होंने कहा कि आईआईटी का मेडटेक सेंटर अगले वर्ष तक बड़ी उपलब्धि के तौर पर सामने आएगा। यह चीज बहुत पहले होनी चाहिए थी, प्रतिस्पर्धा की इस युग में जो पीछे छूट जाएगा। उसकी गिनती नहीं होगी। 

    उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश 1964 तक देश की नंबर वन इकोनॉमी था, लेकिन 2016 -17 तक यह आठवीं अर्थव्यवस्था बन गया। अब फिर से उत्तर प्रदेश दूसरी अर्थव्यवस्था बना है और इसे आगे बढ़ाने के लिए आईआईटी की टेक्नोलॉजी और इंडस्ट्री के साथ समन्वय की राह पर चलना जरूरी है। 

    उन्होंने कहा कि मन के तीन स्तर होते हैं, चेतन मन से आधुनिक अध्ययन किया जा सकता है अवचेतन मन से नवाचार को साकार किया जा सकता है और अचेतन मन से सर्वश्रेष्ठ शोध एवं अनुसंधान का लक्ष्य पाया जा सकता है।  

    आईआईटी कानपुर से कहा कि वह नोएडा में उत्तर प्रदेश सरकार के बनने वाले डीपटेक सेंटर का नेतृत्व करें सरकार ने वहां जमीन आवंटित कर दी है इसके लिए आईआईटी के वैज्ञानिकों और इंडस्ट्री के लोगों को एक साथ आने की जरूरत है। 

    समारोह मंच पर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री राकेश सचान टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज के चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर डॉक्टर हैरिक विन और आईआईटी के उपनिदेशक प्रोफेसर बृजभूषण मौजूद रहे।

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