ससुराल में छोड़ी बेटी, GRP को सुनाई स्टेशन से अगवा होने की झूठी कहानी, ऐसे खुला महिला का राज
एक महिला ने अपनी बेटी को ससुराल में छोड़ने के बाद जीआरपी को झूठी अपहरण की कहानी सुनाई। पुलिस जांच में कहानी झूठी निकली, क्योंकि बेटी ससुराल में सुरक्षित मिली। हालांकि, ससुराल वालों ने लिखकर दिया कि वह कोई कार्रवाई नहीं चाहते।

जागरण संवादादाता, कानपुर। एक महिला ने सेंट्रल स्टेशन से बेटी को अगवा करने की झूठी कहानी गढ़ दी। जीआरपी की क्यूआरटी की टीमें बच्ची की तलाश में लगी रहीं। बाद में पता चला कि वह बेटी को ससुराल में ही छोड़ आई थी। एक टीम महिला की ससुराल भेजी गई। वह बेटी को लेकर जीआरपी थाने आई। यहां पर बेटी को मां के सिपुर्द किया गया। ससुराल वालों ने लिखकर दिया कि वह बहू के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं चाहते हैं। इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।
सेंट्रल स्टेशन के जीआरपी प्रभारी निरीक्षक ओमनारायण सिंह ने बताया कि रविवार रात 10 बजे कंट्रोल रूम से प्लेटफार्म नंबर 8/9 से एक बच्ची को अगवा किए जाने की जानकारी मिली। महिला ने बताया कि उसका नाम कल्पना है और कन्नौज के परतीतपुरवा बरौली में रहती है। पति राजेश राजपूत से विवाद होने पर वह पिता चंदर ऋषि और तीन साल की बच्ची को लेकर बिहार के पूर्णिया में जलालगढ़ स्थित मायके जाने के लिए कानपुर सेंट्रल स्टेशन आई थी।
क्यूआरटी की पांच टीमों का गठन
यहां से उसकी बेटी को कोई अगवा कर ले गया। तत्काल क्यूआरटी की पांच टीमों का गठन कर चेकिंग अभियान शुरू कराया। सौ से अधिक कैमरे जांचे गए। कहीं भी बच्ची का सुराग नहीं मिला तो सोमवार सुबह महिला से दोबारा पूछताछ की गई। शक के आधार पर एक टीम कल्पना के ससुराल में कन्नौज भेजी गई।
वहां पता चला कि वह बेटी को ससुराल में ही छोड़ गई थी। इसके बाद पति व अन्य ससुराल वालों के साथ बच्ची को कानपुर सेंट्रल स्टेशन के जीआरपी थाने लाकर कल्पना के सिपुर्द किया गया। ससुराल वालों ने लिखकर दिया कि वह कोई कार्रवाई नहीं चाहते।

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