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    Kanpur Rain: 25 मिनट की बारिश ने बयां की शहर की बदहाली, जलभराव, सड़कों पर गंदगी और धंसी सीवरेज लाइन

    By Anurag Shukla1Edited By: Anurag Shukla1
    Updated: Sat, 05 Jul 2025 07:55 PM (IST)

    कानपुर शहर में शनिवार शाम को 25 मिनट की बारिश ने नगर निगम की पोल खोलकर रख दी। सड़क से लेकर इंटरनेट मीडिया तक लोग जगह-जगह जलभराव की चर्चा कर रहे हैं। वहीं कुछ क्षेत्रों में आकाशीय बिजली गिरने से जनहानि हुई। गंगा भी जलस्तर बढ़ने से आसपास के क्षेत्र के लोग चिंतित दिखाई दिए।

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    सर्वोदय नगर स्थित आरटीओ माडल रोड पर जल भराव के बीच निकलते वाहन। जागरण

    जागरण संवाददाता, कानपुर। कानपुर शहर में शुक्रवार शाम के बाद शनिवार को तेज बारिश हुई। लगातार बारिश की वजह से जगह-जगह जलभराव, जाम नाले, सडक़ों पर बहता गंदा पानी और धंसी हुई सीवरेज लाइनें शहर की बदहाली को बयां कर रही थी। सर्वोदय नगर से लेकर स्वरूप नगर, फजलगंज, गोविंदनगर सहित कई क्षेत्रों में घरों में पानी भर गया।

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    कानपुर शहर में शनिवार शाम को करीब 25 मिनट की बारिश ने नगर निगम की सफाई व्यवस्था की पोल खोल दी। अधिकारियों के वादे पानी में बह गए। सड़कों पर भरा पानी और गंदगी से लोग परेशान दिखे। जीएसवीएम मेडिकल कालेज परिसर में पानी भर गया। इससे मरीजों के साथ-साथ तीमारदार परेशान दिखे।

    इसके अलावा गोविंदनगर, सर्वोदय नगर, जूही में घरों में पानी भर गया। कई वाहन बंद होने से जलभराव में उतरकर धक्का लगाते नजर आए। वहीं, आसपास के क्षेत्रों में आकाशीय बिजली गिरने से मौत भी हुई। इधर, पहाड़ों में बारिश की वजह से गंगा नदी का जलस्तर भी लगातार बढ़ रहा है। इससे किनारे के गांवों को अलर्ट कर दिया गया है। प्रशासन भी लगातार नजर रखे है।

    खोदी गई सड़कें बनीं परेशानी का सबब

    उस्मानपुर से साकेत नगर, कंपनी बाग से रावतपुर और छह बगालिया मार्ग पर सड़क की खुदाई के चलते कीचड़ फैल गया। बारिश के बाद यह रास्ते दलदल में तब्दील हो गए, जिससे स्थानीय लोगों को आवाजाही में दिक्कतें हुईं। स्थानीय लोगों ने नगर निगम की लापरवाही पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि मानसून की तैयारी के नाम पर केवल औपचारिकताएं निभाई गईं। नालों की सफाई समय से नहीं हुई, न ही सड़क मरम्मत के कार्य समय से पूरे किए गए।

    विश्वविद्यालय मेट्रो स्टेशन के पास सड़क धंसी

    जीटी रोड में विश्वविद्यालय मेट्रो स्टेशन से पहले डिवाइडर के पास सड़क धंस गई। सड़क धंसने से दो फिट का गहरा गड्ढा बन गया। आस-पास के लोगों ने पेड़ों की टहनियों को डालकर गड्ढे को ढक दिया, ताकि वाहन सवारों को गड्ढे का पता चल सके।

    बारिश के बाद जिल भी स्थानों से जलभराव की सूचना मिली, वहां पर टीमें भेजकर पानी की निकासी को सुनिश्चित कराया गया है। सड़के धंसने पर मरम्मत का कार्य किया जाएगा। 

    सैय्यद फरीद अख्तर जैदी, मुख्य अभियंता, नगर  निगम

    फतेहपुर में किशोरी झुलसी

    जहानाबाद थाने के बंथरा गांव में बिजली गिरने से किशोरी झुलस गई हो गई। दोपहर 2 बजे गांव के पश्चिम दिशा में खाली पड़ी जमीन में मुस्तकीम की 15 वर्षीय पुत्री गौसिया भैंस को पानी पिला रही थी। तभी नीम के पेड़ के पास बिजली गिरी और किशोरी झुलस गई। जिसका इलाज जहानाबाद कस्बे के एक निजी अस्पताल में चल रहा है।

    बांदा में धान की बेड की रखवाली करते महिला पर गिरी बिजली, मौत

    धान की बेड की रखवाली कर रही महिला की बिजली गिरने से मौत हो गई। कुचेंदू गांव निवासी केशवबाबू यादव करीब दो बीघे जमीन के काश्तकार हैं। गांव से करीब एक किलोमीटर दूर खेत में झोपड़ी बनाकर परिवार के साथ रहते हैं। शुक्रवार देर शाम उनकी 30 वर्षीय पत्नी माया धान के बेड की नर्सरी की रखवाली कर रही थी। इसी बीच जोरदार गरज के साथ वहां बिजली गिर गई। उसके दो पुत्र व तीन पुत्रियां हैं। इसी तरह भदेहदू गांव में भी शाम को धान की नर्सरी की रखवाली करते समय बिजली गिरने से किसान की मौत हो गई थी। वर्षा के बीच बिजली गिरने की घटनाएं थम नहीं रही हैं।

    गंगा का जलस्तर चेतावनी बिंदु से 2.37 मीटर दूर, सतर्कता बढ़ी

    गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ता जा रहा है। जुलाई माह के पहले हफ्ते ही गंगा बैराज के सभी 30 गेट खोल दिए गए है। गंगा का जलस्तर शनिवार को शुक्लागंज में 110.63 मीटर पहुंच गया है। चेतावनी बिंदु 113 मीटर से अब सिर्फ करीब 2.37 मीटर दूर है। तेजी से बढ़ते जलस्तर को देखते हुए सिंचाई विभाग और प्रशासन सतर्क हो गया है।

    गंगा का हाल

    • अप स्ट्रीम पर गंगा का जलस्तर - 112.09 मीटर
    • डाउन स्ट्रीम पर गंगा का जलस्तर 112.32 मीटर
    • शुक्लागंज में गंगा का जलस्तर -110.63 मीटर
    • बैराज के 30 गेट में - 30 गेट खोले
    • शुक्लागंज की तरफ चेतावनी बिंदु - 113 मीटर
    • खतरे का निशान - 114 मीटर
    • नरोरा बांध से शनिवार को छोड़ा गया गंगा का जल - 86,603,160
    • क्यूसेक गंगा बैराज से शुक्लागंज की तरफ शनिवार को छोड़ा गया गंगा का जलस्तर - 1,05.011 क्यूसेक

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