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    Vikas Dubey Kanpur : गैंगस्टर की 18 लाख की कार को 65 हजार का बताया, अब पुलिस-आरटीओ विभाग के अधिकारी फंसे

    By Abhishek AgnihotriEdited By:
    Updated: Mon, 01 Aug 2022 10:07 AM (IST)

    Vikas Dubey Kanpur चौबेपुर के बिकरू कांड में मुख्य आरोपित गैंगस्टर विकास दुबे की कार बरामदगी के बाद उसकी कीमत आंकलन में पुलिस और आरटीओ विभाग के अधिकारियों पर भी जांच कराने की तैयारी की जा रही है।

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    बिकरू कांड में विकास दुबे की कार का मामला।

    कानपुर, जागरण संवाददाता। बिकरू कांड के मुख्य आरोपित विकास दुबे की 50 करोड़ की संपत्तियों के जब्तीकरण की कार्रवाई चल रही है। कुछ समय पहले चौबेपुर पुलिस ने जब्त की गई स्कार्पियो के मूल्यांकन में खेल कर दिया। 18 लाख की कार की कीमत 65 हजार रुपये आंकी गई।

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    एसपी आउटर के संज्ञान में मामला आया तो पुलिस के खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है। वहीं, आरटीओ कार्यालय के कर्मचारी भी जांच की जद में हैं। बीती 30 जून 2022 को चौबेपुर थानाक्षेत्र के सहज्योरा गांव में संजीव बाजपेई के खाली प्लाट से विकास दुबे के नाम पर पंजीकृत स्कार्पियो यूपी-78 डीडी 2220 बरामद हुई थी।

    गाड़ी को गैंगस्टर एक्ट के मुकदमे की संपत्ति में शामिल करना था। पुलिस ने संभागीय परिवहन विभाग से उसका मूल्यांकन कराया गया तो 18 लाख की गाड़ी की कीमत सिर्फ 65 हजार रुपये आंकी गई है। जब कार्रवाई के लिए फाइल एसपी आउटर के पास पहुंची तो नौ साल पुरानी गाड़ी की कीमत महज 65 हजार रुपये देखकर वह चौंक गए।

    इस पर एसपी आउटर ने थाना प्रभारी चौबेपुर कृष्ण मोहन राय के खिलाफ जांच शुरू करा दी है। एसपी आउटर तेज स्वरूप सिंह ने मामले की जांच एडिशनल एसपी आदित्य कुमार शुक्ला को सौंपी है।

    एक कदम भी नहीं बढ़ी जांच

    जांच अधिकारी एडिशनल एसपी आदित्य कुमार शुक्ला ने बताया कि अभी न्यायालय में साक्ष्य की प्रक्रिया के चलते वह सर्वोच्च न्यायालय गए थे। इसके चलते अब तक जांच की पत्रावली का अवलोकन नहीं कर पाए हैं। पत्रावली देखने के बाद यह पता चलेगा कि लापरवाही किस स्तर पर हुई है। मामले में संभागीय परिवहन विभाग के कर्मियों की संलिप्तता रहती है तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।

    -थाना पुलिस के साथ संभागीय परिवहन विभाग के कर्मी भी जांच के घेरे में हैं। एडिशनल एसपी की रिपोर्ट के आधार पर जो भी जांच में दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। -तेज स्वरूप सिंह, एसपी आउटर

    -गाड़ी नंबर के आधार पर यह जानकारी कराई जा रही है कि उक्त वाहन का मूल्यांकन किसने किया है। अगर गलत मूल्यांकन किया गया है तो इसमें कौन दोषी है। जो भी होगा उस पर कार्रवाई की जाएगी। -डा. विजय कुमार, उप परिवहन आयुक्त