UP Flood: यूपी में बारिश, बाढ़ और पांच की मौत, तीन मंदाकिनी में बहे, दो सौ मकान गिरे
UP Flood यूपी में नदियों की बाढ़ बर्बादी के निशान छोड़ती जा रही है। सोमवार को बाढ़ की वजह से अलग-अलग जिलों में हादसे हुए। हादसे की वजह से पांच लोगों की मौत हो गई। जबकि चित्रकूट में तीन लोग बह गए। इसके अलावा दो सौ से ज्यादा मकान गिर गए।

जागरण टीम, कानपुर। उत्तर प्रदेश में भारी बारिश और नदियों की बाढ़ अब विकराल रूप ले रही है। सोमवार को बारिश और बाढ़ की वजह से दो सौ से ज्यादा मकान गिर गए हैं। साथ ही पांच लोगों की मौत हो गई। जबकि चित्रकूट की मंदाकिनी नदी में तीन लोग बह गए हैं। उनका अब तक पता नहीं चल सका है।
बुंदेलखंड व आसपास के जिलों में यमुना व केन समेत सहायक नदियों का पानी तो कम हो रहा है, लेकिन बारिश से दुश्वारियां कम नहीं हो रही हैं। बारिश की वजह से तीन लोगों की जान चली गई। चित्रकूट में मकान की दीवार गिरने से मलबे में दबकर महिला की मौत हो गई। चित्रकूट में तीन लोगों के नदी में बहने की भी खबर है। वहीं फर्रुखाबाद में सोमवार को छज्जा गिरने से घायल भाई-बहन की इलाज के दौरान मौत हो गई। जालौन में करीब दो सौ कच्चे मकान ढह गए। मलबे में दबने से किशोरी घायल हो गई। कन्नौज में एक्सप्रेसवे पर टोल प्लाजा का लिंक रोड धंसा गया है। बांदा में नाले में डूबकर एक व्यक्ति की मौत हो गई। उन्नाव के शुक्लागंज में बारिश के दौरान छज्जा गिरने से एक छह साल की बच्ची की मौत हो गई।
बांदा में मंगलवार को केन व यमुना नदी का जलस्तर कम होने लगा है, लेकिन दुश्वारियां कम नहीं हुईं। पैलानी क्षेत्र के गांव अभी भी टापू बने हुए हैं। चित्रकूट में यमुना नदी की बाढ़ से लोगों को मुसीबतें कम नहीं हुई है। तीन दर्जन गांव पानी से घिरे हुए हैं। चौकी शिरामपुर के रैपुरावामाफी में कच्चे मकान की दीवार गिरने से मलबे में दबकर 38 वर्षीय कल्पना आरख की मौत हो गई। प्रभारी मंत्री मनोहरलाल मन्नू कोरी ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करके बाढ़ पीड़ित 50 परिवार को राहत सामग्री का वितरण किया।
फतेहपुर में यमुना का जलस्तर तबाही मचाने के बाद लगातार घट रहा है। बीते 24 घंटे में गंगा का जलस्तर 24 सेमी बढ़ा हैं। उरई में महेवा ब्लाक के नौ व कुठौंद ब्लाक के पांच गांव बाढ़ के पानी से घिरे हुए हैं। करीब दो सौ कच्चे मकान ढह गए। मलबे में दबने से किशोरी घायल हो गई। उन्नाव में मंगलवार को गंगा का जलस्तर सात सेंटीमीटर घटा है। इटावा में चंबल नदी का जलस्तर खतरे के बिंदु से काफी नीचे हो गया है। कानपुर देहात में यमुना का जलस्तर कम हुआ है लेकिन जिनके घर कच्चे या कमजोर हैं अब वह गिरने का डर सता रहा है।
प्रभारी मंत्री डा. संजय निषाद ने दूसरे दिन भी बाढ़ क्षेत्र का निरीक्षण करके राहत सामग्री का वितरण किया। उन्नाव में गंगा का जलस्तर सात सेमी घटा है। महोबा में बारिश के कारण करीब 50 से अधिक लोगों के कच्चे मकान ढह गए। फर्रुखाबाद में सोमवार को छज्जा गिरने से घायल भाई-बहन की इलाज के दौरान मौत हो गई।
कन्नौज में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर सफर सुरक्षित नहीं रहा। मेंटीनेंस के अभाव में टोल प्लाजा फगुआ भट्ठा पर लिंक रोड धंस गया। वर्षा में पानी के बहाव से मिट्टी का कटान हुआ और लिंक रोड धंस गया। बचाव के लिए मिट्टी व गिट्टी से भराव कर दिया गया। चित्रकूट के मऊ में मछली पकड़ने गए जीजा-साले की यमुना नदी में बह गए। चित्रकूट में ही खलासी वाल्मिकी नदी में बह गया।
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