कानपुर का महाजाम, यहां वीआइपी भी फंसते, यूपी के पूर्व डिप्टी सीएम दो किमी तक जाम से जूझे
कानपुर में पूर्व उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा का काफिला जाम में फंसा जिससे आम लोगों की परेशानी का अंदाजा लगाया जा सकता है। विकास भवन से एलएलआर अस्पताल तक लगे जाम में सुरक्षाकर्मियों ने रास्ता खुलवाया। हाल ही में एक हार्ट अटैक पीड़िता की भी जाम में फंसने से मौत हो गई थी। पुलिस का कहना है कि यातायात व्यवस्था सुधारने के लिए कार्रवाई की जाएगी।

जागरण संवाददाता, कानपुर। जब वीआइपी कहीं आते-जाते हैं तो उनका प्राेटोकाल होता है। सड़क पर तैनात पुलिसकर्मी अलर्ट मोड पर होते हैं, जिससे वीआइपी का काफिला कहीं जाम में न फंस जाए, लेकिन जब वीआइपी ही जाम में फंस जाए तो आमजन कितना परेशान होता होगा। ये बताने की जरूरत नहीं है। शनिवार सुबह शहर आए पूर्व उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा का काफिला भी विकास भवन, रावतपुर स्टेशन होते हुए एलएलआर अस्पताल तक करीब दो किलोमीटर जाम में फंसते हुए निकला। वह भी तब जब फ्लीट से उतरे सुरक्षाकर्मियों ने खुद वाहनों को किनारे करवा उनकी गाड़ी निकलवाई।
हाल ही में गुजैनी की हार्ट अटैक पीड़िता की भी दादानगर में जाम में फंसने की वजह से कार्डियोलाजी पहुंचने में देरी हुई और उपाचार के अभाव में उनकी सांसे थम गई थी। पूर्व में भी ऐसी घटनाएं हो चुकी, लेकिन हालात में कोई सुधार नहीं हो रहा। जिम्मेदार सिर्फ कागजों में ही यातायात व्यवस्था को सुधार रहे हैं।
पूर्व उप मुख्यमंत्री व राज्यसभा सदस्य दिनेश शर्मा शनिवार सुबह मकड़ीखेड़ा में कथावाचक शिवाकांत महाराज से मिलने आए थे। महाराज से मिलने के बाद पूर्व उप मुख्यमंत्री को गुजैनी स्थित दुर्गा प्रसाद स्कूल पहुंचना था। इसीबीच सुबह करीब 11 बजे उनका काफिला पहले विकास भवन के पास जाम में फंसा। यहां से निकलते ही पूर्व मुख्यमंत्री का काफिला रावतपुर स्टेशन, गुटैया क्रासिंग के सामने से हुए हुए मुरारीलाल चेस्ट हास्पिटल व गोल चौराहे से आगे एलएलआर अस्पताल के सामने तक जाम में फंस फंसकर आगे पहुंचा। यहां जाम लगने की वजह आटो-टेंपो व ई-रिक्शा की अराजकता थी।
जाम खुलवाने के लिए यहां तैनात पुलिसकर्मी भी खानापूर्ति करे दिखे। इस पर फ्लीट से उतरे सुरक्षाकर्मियों को खुद ही जाम खुलवाने के लिए वाहनों को किनारे करवाना पड़ा। तब काफिला मेडिकल कालेज से होते हुए स्वरूप नगर थाने के आगे से मुड़कर वापस एलएलआर अस्तपताल पहुंचा, पर सवारी वाहनों की अराजकता से फिर जाम का सामना करना पड़ा।
किसी तरह से पूर्व उप मुख्यमंत्री का काफिला यहां से मेडिकल कालेज के सामने पुल से होते हुए आगे निकला, पर फजलगंज चौराहे पर एक बार फिर जाम में फंस गया, लेकिन यहां कुछ ही मिनट में जाम खुला और काफिला आगे निकल गया। मामले में डीसीपी यातायात रवीन्द्र कुमार को कई फोन किए। फोन रिसीव न होने पर वाट्सएप पर मैसेज किया गया, लेकिन उनका कोई जवाब नहीं आया। इसी तरह से एडीसीपी यातायात को भी काल की गई, लेकिन उनका भी रिसीव नहीं हुआ।
जाम में फंसने से इनकी जा चुकी जान:
- 14 अगस्त: गुजैनी निवासी हार्ट अटैक पीड़िता बरखा को कार्डियोलाजी ले जा रहे पति सोनू गुप्ता की कार दादानगर में जाम में फंसने से हुई थी मौत।
- 25 जून 2021: राष्ट्रपति बनने के बाद पहली बार कानपुर आए रामनाथ कोविन्द तो उनकी विशेष ट्रेन को गुजारने के लिए गोविंदपुरी आरओबी रोका गया था, जिससे लगे जाम में महिला उद्यमी वंदना की मौत हो गई थी।
ये हैं जिम्मेदार
गुटैया क्रासिंग से गोल चौराहे तक सड़क पर जाम लगने के जिम्मेदार टीआइ हरिकेष आर्या हैं। उनका कहना है कि सुबह से दादी सती राणी मंदिर में आयोजन चल रहा है, जिसकी वजह से वाहनों का कुछ दबाव रहा है। वहीं, एलएलआर अस्पताल के पास लगे जाम के जिम्मेदार टीआइ राजकिशोर हैं, लेकिन उनका फोन नहीं लगा। उस जगह की जिम्मेदारी टीएसआइ सुनील कुमार की है। उन्होंने बताया कि उस समय अस्पताल में ओपीडी चल रही थी। पूर्व उप मुख्यमंत्री के उस रूट से आने की पूर्व में कोई सूचना नहीं थी, लेकिन पता चलते ही उनकी गाड़ी निकलवाई गई।
शहर की यातायात व्यवस्था खराब है। इसके सुधार के लिए कार्य किए जा रहे हैं। जिस रोड पर पूर्व उप मुख्यमंत्री का काफिला जाम में फंसा है। उस जगह पर तैनात पुलिसकर्मियों को चिह्नित कर कार्रवाई की जाएगी।
- आशुतोष कुमार, संयुक्त पुलिस आयुक्त, कानून-व्यवस्था
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