यूपीसीए के इतिहास में पहली बार चुनाव, निधिपत सिंहानिया का अध्यक्ष और प्रदीप गुप्ता का सचिव बनना तय
उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के इतिहास में पहली बार हो रहे चुनाव में अभी तक दूसरा कोई दावेदार सामने नहीं आने से जेके सीमेंट के वाइस चेयरमैन निधिपत सिंहानिया का अध्यक्ष बनना लगभग तय है। अध्यक्ष सचिव और उपाध्यक्ष के साथ दो एपेक्स सदस्यों के लिए नामांकन हो चुका है।
कानपुर, जागरण संवाददाता। उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (यूपीसीए) के इतिहास में पहली बार 15 फरवरी को प्रस्तावित चुनाव के नामांकन के लिए शनिवार को अंतिम दिन था। अध्यक्ष पद के लिए जेके सीमेंट के वाइस चेयरमैन निधिपत सिंहानिया और सचिव के लिए प्रदीप कुमार गुप्ता ने नामांकन कराया। वहीं, उपाध्यक्ष के लिए श्यामबाबू और एपेक्स के दो पदों के लिए प्रेम मनोहर गुप्ता और आनंद पाठक ने नामांकन कराया। किसी भी पद के लिए कोई दूसरा दावेदार सामने न आने से सभी का निर्विरोध निर्वाचन तय माना जा रहा है। नाम वापसी की अवधि के बाद ही परिणाम घोषित होगा।
यूपीसीए में पिछले एक वर्ष से एपेक्स के बागी सदस्यों की ओर से चुनाव कराने पर जोर दिया जा था। बागी गुट के विरोध दर्ज कराने के बाद करीब 42 वर्षों में पहली बार बोर्ड आफ डायरेक्टर की मीटिंग में चुनाव कराने की योजना बनी। 13 से 15 फरवरी के बीच चुनाव अधिकारी एके ज्योति की देखरेख में वर्चुअल (आभासी) तरीके से चुनाव होने हैं। हालांकि बागी गुट ने शुक्रवार को लखनऊ में बैठक कर हाई कोर्ट में मामला विचाराधीन होने के बावजूद चुनाव कराने के प्रयास को मनमाना बताया था। शनिवार को बागी गुट से भी नामांकन होने की संभावनाएं थी लेकिन उनमें से किसी ने भी इसमें दिलचस्पी नहीं दिखाई।
शनिवार तक अध्यक्ष, सचिव, उपाध्यक्ष और एपेक्स के दो रिक्त पदों के लिए नामांकन की अंतिम तिथि तक हर पद के लिए एक-एक दावेदार ही सामने आए। यदुपति ङ्क्षसहानिया के निधन के बाद यूपीसीए के अध्यक्ष पद के लिए सिंहानिया परिवार का नाम कई दिनों से चल रहा था। शनिवार को अध्यक्ष पद पर डा.निधिपत ङ्क्षसहानिया के इकलौते नामांकन से उनका निर्वाचन तय है। वहीं, सचिव पद पर फिरोजाबाद के प्रदीप गुप्ता, उपाध्यक्ष पद पर जालौन के श्याम बाबू और एपेक्स पद पर कानपुर के प्रेम मनोहर गुप्ता और शाहजहांपुर के आनंद पाठक के विरोध में कोई नाम सामने नहीं आया।
यूपीसीए के कार्यवाहक सचिव मो. फहीम ने बताया कि पांच सदस्यों ने नामांकन कराया है। विरोध में किसी का नामांकन नहीं होने के बाद भी चुनाव प्रक्रिया नियमानुसार की जाएगी। उपाध्यक्ष पद पर श्याम बाबू की उम्र पर उन्होंने कहा कि उनके नामांकन दस्तावेज की जांच चुनाव अधिकारी करेंगे। वहीं, यूपीसीए के निदेशक प्रेम मनोहर गुप्ता का एपेक्स सदस्य के रूप में नामांकन पर कहा कि निदेशक किसी भी पद पर नामांकन कराने के लिए स्वतंत्र हैं।
निधिपत के प्रस्तावक बने राजीव शुक्ला : हाल में यूपीसीए के निदेशक पद से इस्तीफा देने वाले राजीव शुक्ला का दबदबा नामांकन में दिखा। वह अध्यक्ष पद के लिए नामांकन कराने वाले निधिपत सिंहानिया के प्रस्तावक बने।
हाई कोर्ट ने मांगा जवाब :: इलाहाबाद हाई कोर्ट ने यूपीसीए को नोटिस जारी कर 31 जनवरी तक जवाब मांगा है। यूपीसीए चुनाव में याची आगरा क्रिकेट एसोसिएशन की ओर से दायर याचिका में यूपीसीए की मतदाता सूची में नाम न होने की बात को रखा गया है।