यूपी में अब अपराधियों की खैर नहीं! बरेटा और ग्लास-19 पिस्टल से लैस होगी UP Police; अभी NSG करती है इस्तेमाल
कानपुर पुलिस को अपराध नियंत्रण और जन सुरक्षा को मजबूत करने के लिए अत्याधुनिक पिस्टल मिलने जा रही हैं। ये पिस्टल सेमी-ऑटोमेटिक होंगी और पहले की पिस्टल की तुलना में हल्की और पकड़ने में आसान होंगी। पुलिस अधिकारियों को बरेटा और ग्लॉक-19 पिस्टल दी जाएंगी जो इटली और ऑस्ट्रिया में निर्मित हैं। नई पिस्टल आकार में छोटी होंगी और इन्हें दाएं और बाएं हाथ के पुलिसकर्मी चला सकेंगे।

शशांक शेखर भारद्वाज, कानपुर। अब लुटेरे, तस्कर, स्नैचर के अलावा माहौल खराब करने वाले असामाजिक तत्व और पुलिस से भिड़ने वालों की खैर नहीं है। कमिश्नरेट पुलिस के जवानों को जल्द अत्याधुनिक पिस्टल मिलेगी। ये सेमी आटोमेटिक होने के साथ ही पहले के मुकाबले हल्की और पकड़ने में आसान रहेगी।
कुछ पिस्टल एसटीएफ और एटीएस जवानों के पास है। इनमें मेड इन इटली की बरेटा और ऑस्ट्रिया की ग्लाक-19 पिस्टल शामिल है। इंस्पेक्टर और दारोगा के पास नाइन एमएम और ग्लाक-17 पिस्टल हैं। नई पिस्टल आकार में थोड़ी छोटी है, जिसको दायें और बायें हाथ के पुलिसकर्मी चला सकेंगे। इसे हाथों में लेना आसान है। पुलिस अधिकारियों की पिस्टल को लेकर बात चल रही है। सीतापुर स्थित आर्म सेंटर को इसके लिए प्रस्ताव भेजा जा सकता है।
पहले से पुलिस के पास आधुनिक हथियार
कमिश्नरेट पुलिस के पास इंसास, प्रेशर पंप गन और एमपी फाइव जैसे अत्याधुनिक हथियार हैं, जिनका उपयोग बलवा, मुठभेड़ और जवाबी कार्रवाई में होता है। हथियार आइपीएस अधिकारियों के अलावा थाना स्तर पर भी दिए गए हैं। यहां काफी संख्या में कार्बाइन भी हैं, जिनको थाने के साथ जनप्रतिनिधियों की सुरक्षा में लगे सिपाहियों को दी जाती है। इन हथियारों की समय-समय पर जांच होती है, जबकि पुलिस लाइन में अभ्यास भी कराया जाता है।
इंस्पेक्टर, दारोगा और अधिकारियों के हमराहियों को पिस्टल मिली है। इनमें नाइन एमएम, ग्लाक-17, लामा, पुराने वर्जन की बरेटा पिस्टल शामिल हैं। सभी सेमीऑटोमेटिक हैं। कुछ पुलिस कर्मियों के पास रिवाल्वर भी हैं। यह चौकी प्रभारी और पुलिस लाइन के दारोगा हैं।
पुलिसकर्मियों को दी जाएगी बरेटा पिस्टल
कमिश्नरेट पुलिस के विशेष पुलिस कर्मियों को एडवांस वर्जन वाली बरेटा और ग्लाक-19 पिस्टल दी जाएगी। अभी ग्लाक-19 पिस्टल एनएसजी और एसटीएफ के पास हैं। कुछ ही पिस्टल एटीएस को मिली हैं। यह मल्टी बैरल, मल्टी ग्रिप और सेफ्टी लाक समेत अन्य खूबियों वाली है।
क्रास होल्सटर लगाने की जरूरत नहीं
विशेषज्ञों के मुताबिक नई बरेटा और ग्लाक-19 पिस्टल के होल्सटर को क्रास लगाने की जरूरत नहीं पड़ती है। अगर बायें हाथ से फायरिंग करने वाला पुलिसकर्मी है, तो वह होल्सटर बायें ओर लगा सकता है। इसी तरह दायें हाथ से कार्य करने वाले पुलिसकर्मी अपने दायें हिस्से में पिस्टल लगा सकेंगे।
स्कॉर्पियन पिस्टल पर भी विचार विमर्श
पुलिस के अधिकारी चिकोस्लवाकिया की बनी स्कार्पियन पिस्टल पर भी विचार कर रहे हैं। ये अत्याधुनिक वर्जन है। स्कार्पियन, ग्लाक-19 और बरेटा पिस्टल कमिश्नरेट पुलिस के विशेष पुलिसकर्मियों को मिल सकती है। इसके लिए तेजतर्रार और त्वरित कार्रवाई करने वाले पुलिसकर्मियों को देखा जा रहा है।
हरीश चंदर, अपर पुलिस आयुक्त, कानून एवं व्यवस्था ने बताया
एडवांस पुलिसिंग के लिए संसाधनों को और बेहतर करने की तैयारी है। पुलिसकमियों को नए हथियारों के साथ ही नए उपकरणों पर विचार विमर्श चल रहा है। जल्द ही सभी का प्रस्ताव बनाकर मुख्यालय और प्रमुख सेंटरों में भेजा जाएगा।
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