उफान पर नदियां : यमुना, केन, बेतवा और चंबल में बाढ़ और गंगा का भी बढ़ा जलस्तर, देखें- तटवर्ती जिलों में हाल
यूपी में यमुना केन बेतवा और चंबल नदी उफान पर हैं तो गंगा नदी में लगातार जलस्तर में इजाफा हो रहा है। इटावा औरैया जालौन बांदा हमीरपुर और चित्रकूट में प्रशासन ने तटवर्ती गांवों में अलर्ट कर दिया है।

कानपुर, जागरण टीम। पहाड़ों पर वर्षा और बांध से पानी छोड़े जाने के बाद यमुना, केन, बेतवा और गंगा नदी का जलस्तर बढ़ता जा रहा है। हमीरपुर, बांदा, चित्रकूट में नदियां उफान पर हैं, जलालपुर के पास बेतवा के किनारे बने पक्के घाट के मंदिर भी डूब गए हैं। उरई में बेतवा का जलस्तर खतरे के निशान के ऊपर है तो पहुज का जलस्तर भी काफी तेजी से बढ़ रहा है।
इटावा में कोटा बैराज बांध से 12 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के चलते चंबल नदी का जलस्तर तेज गति से बढ़ रहा है। औरैया और फतेहपुर में भी यमुना का जलस्तर बढ़ना शुरू हो गया है। चित्रकूट में यमुना नदी का पानी बढ़ने से कई स्थानों पर आवागमन बाधित हो गया है।
फर्रुखाबाद में गंगा का जलस्तर 20 सेंटीमीटर बढ़कर चेतावनी बिंदु के करीब पहुंच गया है। उन्नाव में गंगा नदी का जलस्तर फिर बढ़ना शुरू हो गया है। कन्नौज में गंगा किनारे गांवाें में बाढ़ के खतरे को देखते हुए सतर्कता बरती जा रही है। कानपुर में बिठूर समेत तटवर्ती गांवों में अलर्ट जारी कर दिया गया है।
औरैया : चेतावनी बिंदु पार यमुना, 112.48 मीटर जलस्तर
औरैया में बुधवार सुबह आठ बजे तक यमुना में 112.48 मीटर पर जलस्तर था। बाढ़ की आशंका प्रशासनिक अफसरों ने तटवर्ती गांवों का दौरा किया है। गोहानी कलां संपर्क मार्ग बंद हो गया है और परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों को सजग किया गया है।
औरैया में सिकरोड़ी व इटावा भरेह सीमा पर चंबल और यमुना दोनों नदियों का मिलन है। मंगलवार को 110 मीटर से कुछ कम पर पानी रहा। चेतावनी बिंदु 112 और खतरे का निशान 113 मीटर है। राजस्थान के कोटा बैराज बैराज से चंबल में छोड़े जाने वाले पानी से यमुना उफान की ओर है। अजीतमल एसडीएम अखिलेश कुमार सिंह ने बताया कि अस्थायी बाढ़ चौकियों को सजग कर दिया गया है। निगरानी के लिए चार बाढ़ नियंत्रण केंद्र और सात चौकियां हैं।
फतेहपुर : यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने से दहशत
फतेहुपर में यमुना नदी के तटवर्ती गांवों में बाढ़ की दहशत ग्रामीणों को सता रही है। नदी के जलस्तर में लगातार इजाफा हो रहा है और पानी गांवों की ओर बढ़ रहा है। गंगा किनारे कटरी के सैकड़ों बीघा खेत डूब गए हैं और कई मार्गों में पानी भर जाने से आवागमन बंद हो गया है।
हमीरपुर : खतरे के निशान से पार हुई यमुना और बेतवा भी नजदीक
हमीरपुर में यमुना व बेतवा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है और प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है। बुधवार की सुबह दस बजे यमुना का जलस्तर 103.940 व बेतवा नदी 104.070 मीटर तक पहुंच गया। यमुना ने खतरे का निशान पार कर लिया है और बेतवा कुछ सेंटीमीटर ही दूर है। यमुना का खतरे का निशान 103.630 व बेतवा का 104.540 मीटर है।
मौदहा बांध के अधिशासी अभियंता करनपाल गंगवार ने बताया कि मंगलवार की सुबह आठ बजे माताटीला बांध से 3.90 लाख क्यूसेक पानी बेतवा नदी में छोड़ा गया है। वहीं लहचूरा से 1.54 लाख क्यूसेक पानी धसान नदी में छोड़ने की सूचना मिली है जो बेतवा में आएगा।
इसके साथ ही दस लाख क्यूसेक से अधिक पानी धौलपुर से यमुना नदी में छोड़ा गया है। यमुना व बेतवा में बढ़ते जलस्तर को देखते हुए तटबंधों की निगरानी के लिए टीमें लगा दी गई हैं। नदी किनारे पुलिस व नगर पालिका की टीमों को भी लगाया गया है।
बांदा : उफनाई केन का कहर शुरू, दर्जनों गांव घिरे
बांदा में उफनाई केन नदी से तटवर्ती गांवों का संपर्क कट गया है। पैलानी तहसील क्षेत्र के कई गांव पानी से घिर गए हैं। संपर्क मार्गों पर पानी बहने से आवागमन ठप हो गया है। केन खतरे के निशान से डेढ़ मीटर ऊपर पहुंच गई है, वहीं यमुना भी खतरे के निशान के करीब पहुंच रही है। यमुना के पानी से सहायक नदियों भी उफना रही हैं। मंगलवार देर रात चंद्रावल नदी के पानी से नांदादेव गांव पूरी तरह घिर गया। पैलानी नरी संपर्क मार्ग पर बनी पुलिया जलमग्न हो गई।
चिल्ला में भी यमुना नदी उफना रही हैं। दोनों नदियों के उफनाने से तटवर्ती करीब 60 गांवों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। करीब 17 गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है। ग्रामीण घरों को छोड़कर सुरक्षित ठिकाने की ओर जा रहे हैं। साथ ही अपने गाय, भैंस, बछड़े आदि भी सुरक्षित स्थान की ओर लेकर जा रहे हैं।
चित्रकूट : मंदाकिनी का बढ़ने लगा जलस्तर
चित्रकूट में यमुना के साथ मंदाकिनी का भी बढ़ने लगा जलस्तर। रामघाट में मंदाकिनी आरती स्थल डूबा। जिला प्रशासन ने दुकानदारों को किया अलर्ट। तेजी से बढ़ रहा मंदाकिनी का पानी। दुकानदारों ने भी सामान समेटना किया शुरू। दो दिन पहले भी आई थी भीषण बाढ़। खतरे के निशान से एक मीटर पर पहुंच गया था पानी।
जालौन : यमुना, सिंध, पहुज ने खतरे के निशान को किया पार
जलौन में बेतवा नदी का जलस्तर मंगलवार को खतरे के निशान 122 मीटर पार पहुंच गया था। रामपुरा क्षेत्र में पहुज व सिंध नदियों का पानी तेजी से बढ़ने के कारण कई गांवों तक पानी पहुंच गया है, जिससे कई रास्तों से लोगों को संपर्क कट गया। यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान 108 मीटर को भी पार कर गया है। इससे निचले इलाकों में पानी पहुंचने लगा है। नदियों में पानी बढ़ने से रामपुरा, कुठौंद, महेबा, कदौरा व डकोर ब्लाक के गांव प्रभावित होने की संभावना भी बढ़ती जा रही है।
यमुना नदी के जलस्तर में काफी बढ़ोत्तरी हुई है। हालत यह है कि कालपी तहसील क्षेत्र व महेबा ब्लाक के कई गांवों में पानी भरने का आशंका बढ़ गई है। जिससे ग्रामीण पिछले साल की तरह ही बाढ़ आने की बात को लेकर भयभीत हैं। यमुना का जलस्तर खतरे के निशान 108 मीटर को पार कर गया है।
इटावा : खतरे के निशान से साढ़े तीन मीटर ऊपर बह रही चंबल
इटावा में कोटा बैराज और गांधी सागर बांध से छोड़े गए पानी के कारण चंबल के जलस्तर में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। बुधवार को पूर्वाह्न 11 बजे खतरे का निशान 120.80 मीटर से करीब साढ़े तीन मीटर ऊपर 124.32 मीटर पर बह रही है। जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। नदी का पानी ग्रामीण क्षेत्र के रिहायसी इलाकों में पहुंचना शुरू हो गया है। भरेह के भारेश्वर मंदिर मार्ग पूरी तरह जलमग्न हो चुका है।
साथ ही हरोली, चकपुरा, अंदपुरा समेत कई गांव के संपर्क मार्ग पानी में डूबने से इन गांव का संपर्क कट गया है। पछायगांव और बढ़पुरा थाना अंतर्गत गांव पछायगांव की मड़ैया, बसवारा और बढ़पुरा की मड़ैया का संपर्क कट गया है। भरेह थाना प्रभारी निरीक्षक ग़ोविंद हरि वर्मा के अनुसार बाढ़ को देखते हुए सभी जरूरी इंतज़ाम कर लिए गए हैं और लगातर एहतिहात बरती जा रही है। ग्रामीणों को भी एहतिहात बरतने के लिए कहा जा रहा है।
फर्रुखाबाद : गंगा का जलस्तर बढ़कर चेतावनी बिंदु के ऊपर
गंगा का जलस्तर 20 सेंटीमीटर बढ़कर समुद्र तल से 136.70 मीटर ऊंचाई पर पहुंच गया है। नरौरा बांध से गंगा में 72172 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। रामगंगा का जलस्तर गेज के नीचे है। खोह हरेली रामनगर से रामगंगा में 1588 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।
कन्नौज : गंगा के जलस्तर में बढ़ोत्तरी जारी
गंगा का जलस्तर 10 सेंटीमीटर बढ़कर समुद्र तल से 123.600 मीटर ऊंचाई पर पहुंच गया है। नरौरा बांध से गंगा में 72,172 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। सदर एडीएम उमाकांत तिवारी ने बताया कि शाम तक गंगा का जलस्तर 10 सेमी और बढ़ सकता है। इसकी निगरानी के लिए राजस्व टीम को लगाया गया है।
उन्नाव : फिर बढ़ने लगीं गंगा
शुक्लागंज में गंगा नदी का जलस्तर बीते 18 घंटों में सात सेंटीमीटर घटा लेकिन सुबह फिर बढ़ने लगा है। मंगलवार शाम छह बजे जलस्तर 110.340 मीटर रिकार्ड किया गया था। फिलहार बाढ़ जैसी कोई स्थिति अभी तक नहीं है। चेतावनी बिंदु 112.000 मीटर व खतरे का निशान 113.000 मीटर पर है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।