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    UP की इस कंपनी को मिला ट्रेन की 940 बोगी फ्रेम बनाने का ऑर्डर, पहली खेप शहर से हुई रवाना 

    Updated: Sat, 18 Oct 2025 01:16 PM (IST)

    शहर में पहली बार लिंके हाफमैन बुश (एलएचबी) के बोगी फ्रेम तैयार किए गए। दादा नगर की वेद सेसोमैकेनिका कंपनी ने शनिवार को 40 बोगी फ्रेम की पहली खेप चेन्नई के इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (आईसीएफ) भेजी। कंपनी को 940 बोगी फ्रेम का ऑर्डर मिला है, और हर माह 40 फ्रेम भेजे जाएंगे, जिनका उपयोग राजधानी और शताब्दी एक्सप्रेस के कोच बनाने में होगा।  

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    जागरण संवाददाता, कानपुर। शहर में पहली बार लिंके हाफमैन बुश (एलएचबी) के असेंबल्ड बोगी फ्रेम तैयार किए गए हैं। शनिवार को दादा नगर स्थित निर्माता कंपनी वेद सेसोमैकेनिका ने 40 बोगी फ्रेम की पहली खेप चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (आईसीएफ) रवाना की। कंपनी को 940 बोगी फ्रेम का आर्डर मिला है। कंपनी हर माह 40 बोगी फ्रेम भेजेगी। इनसे राजधानी व शताब्दी एक्सप्रेस के कोच बनाए जाएंगे।

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    शहर में स्थित वेद सेसोमैकेनिका कंपनी ट्रेनों के बोगी फ्रेम बनाने में पूरे देश में प्रसिद्ध है। वंदेभारत ट्रेनों की जब शुरुआत हुई थी तब भी इसी कंपनी में बनाए गए बोगी फ्रेम उसके कोच में लगाए गए थे। ट्रेन के हर कोच में दो बोगी फ्रेम लगते हैं। वंदेभारत में मोटराइज्ड बोगी फ्रेम लगते हैं। हर कोच के नीचे एक मोटराइज्ड बोगी फ्रेम होता है और उसके साथ दूसरा ट्रेलर बोगी फ्रेम होता है। वहीं राजधानी और शताब्दी में चूंकि खुद आगे इंजन होता है, इसलिए इनमें असेंबल्ड बोगी फ्रेम लगाए जाते हैं। इनमें मोटर नहीं लगती। इस समय कंपनी इन दोनों के साथ ही मेमू ट्रेन के मोटराइज्ड बोगी फ्रेम बना रही है क्योंकि मेमू में भी अलग से इंजन नहीं होता।


    असेंबल्ड बोगी फ्रेम के निर्माण कार्य को देखने आइसीएफ चेन्नई की टीम चार दिन यहां फैक्ट्री में निरीक्षण करने आई थी। टीम के ओके करने के बाद शनिवार को यहां से खेप रवाना कर दी गई। कंपनी के प्रबंध निदेशक आरएन त्रिपाठी के मुताबिक असेंबल्ड बोगी फ्रेम में व्हील, ब्रेक, बेयरिंग के साथ डैम्पर्स, रबर मोल्डेड कंपोनेंट रहते हैं ताकि कंपन कम हो। वहीं मोटराइज्ड बोगी फ्रेम में इनके साथ ही मोटर व गियर बाक्स भी लगाए जाते हैं ताकि हर बोगी फ्रेम किसी कार की तरह चलाई जा सके।

    एलएचबी कोच के 940 असेंबल्ड बोगी फ्रेम भेजने हैं। वहीं वंदेभारत का 1,064 मोटराइज्ड बोगी फ्रम का मिला हुआ है। इसमें से 670 बोगी फ्रेम की सप्लाई बाकी बची है। इन दोनों के बोगी फ्रेम चेन्नई भेजे जा रहे हैं। वहीं मेमू के 84 बोगी फ्रेम के आर्डर में 24 की सप्लाई हो चुकी है। 60 की सप्लाई होनी है। इन्हें रायबरेली स्थित माडर्न कोच फैक्ट्री भेजा जा रहा है।


    क्या है एलएचबी कोच

    लिंके हाफमैन बुश (एलएचबी) कोच ज्यादा सुरक्षित होते हैं। किसी भी हादसे में ये कोच एकदूसरे के ऊपर नहीं चढ़ते, इसलिए हादसे के बाद भी उसका रूप भीषण नहीं होता। ये कोच स्टेनलेस स्टील के होते हैं। इन्हें इतना सुरक्षित बनाने के पीछे बोगी फ्रेम की भूमिका महत्वपूर्ण होती है।