कन्नौज में पैतृक गांव में कुलदेवी की पूजा कर राजनीति में कदम रखेंगे असीम, तेज हुई सियासी सुगबुगाहट
कानपुर में पुलिस कमिश्नरेट के पहले कमिश्नर बनाए गए आइपीएस असीम अरुण स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति मंजूर होने के बाद भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने जा रहे हैं और फिर कन्नौज में पैतृक गांव में लोगों का आशीर्वाद लेने पहुंचेंगे।
कन्नौज, जागरण संवाददाता। पुलिस आयुक्त के पद से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेकर आइपीएस अधिकारी असीम अरुण सबसे पहले पैतृक गांव में लोगों से मिलेंगे और फिर इसके बाद कन्नौज की राजनीति में कदम रखेंगे। वह 16 जनवरी को पैतृक गांव पहुंचेंगे और कुल देवी-देवता की पूजा अर्चना करेंगे, इसके बाद गांव के लोगों का आशीर्वाद लेंगे। 15 जनवरी को वह भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने जा रहे हैं और इसके बाद उनके कन्नौज आने की सुगबुगाहट तेज है।
1994 बैच के आइपीएस असीम अरुण कानपुर में पुलिस आयुक्त के पद पर तैनात थे। आठ जनवरी को उन्होंने वीआरएस लेकर राजनीति में आने का एलान कर सबको चौंका दिया था। इसके बाद से ही कन्नौज की सुरक्षित सदर सीट और बिल्हौर से चुनाव लडऩे की चर्चा रही। असीम अरुण ने 15 जनवरी से नई यात्रा शुरू करने की बात कही थी। यह भी कहा था कि वह देश की भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर रहे हैं। इसके बाद वह अपनी मातृ भूमि कन्नौज के ठठिया थाना क्षेत्र के गांव गौरनपुरवा, खैरनगर जाएंगे। बता दें कि आइपीएस असीम अरुण के पिता श्रीराम अरुण भी पुलिस अफसर थे। उनकी मां शशि अरुण लेखिका थीं। असीम को देश की पहली जिला स्तरीय स्वाट गठित करने के लिए जाना जाता है।
पार्टी नेताओं से करेंगे बात : 16 जनवरी को असीम अरुण पैतृक गांव में रुकेंगे। इसके अगले दिन वह पार्टी के नेताओं से मिलेंगे। यहां वह कन्नौज की राजनीति और उसके रूट मैप पर बात करेंगे। बताया जा रहा है कि अगर भाजपा से उन्हें टिकट मिलता है तो इसी दिन से कन्नौज में गांव-गांव जाकर लोगों से मिलेंगे।