दोस्त की विधवा पत्नी से दुष्कर्म का प्रयास, दो वकीलों ने कचहरी के चैंबर में की वारदात
कानपुर में दो अधिवक्ताओं पर एक दिवंगत अधिवक्ता की पत्नी के साथ दुष्कर्म के प्रयास का आरोप लगा है। पीड़िता के अनुसार कचहरी स्थित चेंबर में उनके साथ अश्लील हरकतें की गईं और जातिसूचक गालियां दी गईं। पुलिस आयुक्त के आदेश पर मामला दर्ज किया गया है। आरोपियों ने इसे चेंबर विवाद बताया है।

जागरण संवाददाता, कानपुर। दो अधिवक्तों ने अपने दिवंगत अधिवक्ता दोस्त की पत्नी के साथ कचहरी स्थित चैंबर में दुष्कर्म का प्रयास किया। उनहें जातिसूचक गालियां दी। पीड़िता शोर मचाते हुए किसी तरह से दोनों के चंगुल से छूटी और कोतवाली थाने पहुंची, जहां पीड़िता ने आरोपितों के खिलाफ तहरीर दी, लेकिन दो माह तक कार्रवाई न देने पर पुलिस आयुक्त से गुहार लगाई। पुलिस आयुक्त के आदेश बुधवार को दोनों अधिवक्ताओं के खिलाफ दुष्कर्म के प्रयास, मारपीट, एससी-एसटी समेत धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है।
स्वरूप नगर थाना क्षेत्र निवासी महिला के मुताबिक, पति अधिवक्ता थे और अपने मित्र अंकित निगम के साथ कचहरी स्थित चैंबर में बैठते थे। अंकित की मृत्यु होने के बाद उनकी पत्नी ने पति से तीन लाख लिए और अपने हिस्से के चैंबर की जगह दे दी, जिसकी लिखापढ़ी भी हुई। इसमें अधिवक्ता आदित्य कुमार सिंह और धीरज पांडेय गवाह थे। पांच जनवरी 2023 को पति का निधन हो गया। उसके बाद वह विधि की पढ़ाई करने लगी और पति के चेंबर में इंटर्नशिप के लिए बैठने लगी।
आरोप है कि पति के मित्र धीरज पांडेय और उसके साथी कौशल उपाध्याय चैंबर में आकर शराब पीकर अभद्रता करने लगे। दिन पर दिन उनकी हरकतें बढ़ने लगी और वे लोग उनके साथ अश्लील हरकतें करने लगे। इसकी शिकायत उसने एसोसिएशन के उस समय के एक पदाधिकारी से की। आरोप है कि उन्होंने उसे धमकाते हुए चेंबर सीज करने की धमकी दी। नौ मई की शाम करीब पांच बजे कौशल और धीरज ने चैंबर का दरवाजा बंद कर दिया और जाति सूचक गाली देते हुए उसके साथ दुष्कर्म का प्रयास किया। पीड़िता शोर मचाते हुए किसी तरह से उनसे छूटकर बाहर आई।
पीड़िता ने काेतवाली थाने में तहरीर दी। पुलिस ने जांच करने की बात कही। इसके बाद पुलिस आयुक्त से गुहार लगाई। उनके आदेश पर बुधवार शाम धीरज व कौशल पर मुकदमा दर्ज हुआ। मामले में आरोपित धीरज पांडेय ने बताया कि ये चेंबर का विवाद है। पहले तीनों अधिवक्ता एक साथ उस चेंबर में बैठते थे। तब तक चेंबर की कोई लिखापढ़ी नहीं थी।
2018 में अंकित की मृत्यु होने पर उनकी पत्नी को दोनों ने डेढ़-डेढ़ लाख देकर आरोप लगाने वाली महिला के पति के ना एग्रीमेंट करा लिया। इसके अलावा हमने व उसके पति ने भी एक एग्रीमेंट कराया। 2023 में उस महिला के पति की भी मृत्यु हो गई। उसके बाद महिला विधि की पढ़ाई करने लगी और बार काउंसिल से कल्याणनिधि के रुपये लेने हुए चेंबर आने लगी। 2024 में मैंने चैंबर का आवंटन अपने नाम करा लिया, पर महिला चैंबर कब्जाने के लिए उनके खिलाफ बार एसोसिएशन और पुलिस से शिकायत कर इस तरह के आरोप लगाने लगीं। उन्होंने भी महिला के खिलाफ सिविल केस डाला है।
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