Bundelkhand Expressway: 14 नहीं अब सात घंटे में पहुंचें चित्रकूट से दिल्ली, यहां देखें एक्सप्रेस-वे से किन जिलों से घटेगी दूरी
Bundelkhand Expressway बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का लोकार्पण हो गया है। अब चित्रकूट से दिल्ली जाने का समय लगभग आधा रह जाएगा। हमीरपुर जिले को भी एक्सप्रेसव ...और पढ़ें

हमीरपुर, जागरण संवाददाता। अभी तक लोगों को चित्रकूट से कानपुर और फिर इटावा, आगरा के रास्ते दिल्ली जाना पड़ता था। इस सफर में चित्रकूट से दिल्ली पहुंचने में लगभग 14 घंटे लग जाते थे। सफर की दूरी भी करीब 700 किलोमीटर थी। अब बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे से यह दूरी सिर्फ 620 किलोमीटर रह जाएगी। अब यह यात्रा आप महज सात घंटे में पूरी कर लेंगे। पहले चित्रकूट से कानपुर और फिर इटावा, आगरा के रास्ते दिल्ली जाना पड़ता था। दिल्ली से चित्रकूट तक की यात्रा का मार्ग बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे पर 296 किमी है। यह एक्सप्रेसवे लोगों को दिल्ली सहित अन्य राज्यों से भी जोड़ेगा। इससे चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन, औरैया और इटावा शामिल हैं। वहीं जिले में एक टोल प्लाजा भी पड़ेगा। वहीं एक्सप्रेस-वे के नियंत्रित होने से ईंधन की खपत में महत्वपूर्ण बचत और प्रदूषण पर नियंत्रण भी संभव होगा।
देश की राजधानी 100 व धर्मनगरी की दूरी 50 किमी हुई कम
बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे से हमीरपुर जिले के विकास को गति मिलेगी। इसमें जिले की 29 गांव शामिल हैं। जिनके विकास के लिए योजना तैयार की जा रही है। जनपद वासियों को दिल्ली जाने के लिए अब कालपी, इटावा, मैनपुर अलीगढ़ होकर नहीं जाना पड़ेगा। एक्सप्रेस-वे के माध्यम से दिल्ली की दूरी पांच घंटे में आसानी से तय की जा सकेगी। जब कि अभी तक दिल्ली के लिए दस से बारह घंटे का सफर तय करना पड़ता था। हालाकि जिले में एक्सप्रेस-वे को केवल राठ के निकट धनौरी गांव से जोड़ा गया है। इसके अलावा महोबा, बांदा व जालौन सीमा से भी जनपद वासी एक्सप्रेस-वे पर पहुंच सकेंगे।

सबसे ज्यादा लाभ जालौन को
बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे सात जिलों में सबसे ज्यादा जालौन के लिए लाभकारी साबित होगा। सात जिलों में दो सौ से अधिक अघिग्रहीत की गई ग्राम पंचायतों के अकेले जालौन जिले के 64 ग्राम सभाएं इस एक्सप्रेस-वे में शामिल हैं। एक्सप्रेस-वे मार्ग से जुड़े सभी गांवों के विकास का खाका तैयार किया जा रहा है। इस ग्राम पंचायतों में मूलभूत सुविधाओं को लेकर फोकस किया गया है। जालौन जिले के लोगों को दिल्ली जाने के लिए अब कानपुर मार्ग का सहारा नहीं लेना पड़ेगा। एक्सप्रेस- वे के निर्माण से अब यहां से दिल्ली की दूरी पांच घंटे में आसानी से तय की जा सकेगी। जब कि अभी तक दिल्ली के लिए आठ से बारह घंटे का सफर तय करना पड़ता था।
छह नहीं सिर्फ चार घंटे का लगेगा समय
औरैया में रहने वाले उन लोगों के लिए अब सुविधा होगी जिन्हें हर महीने चित्रकूट जाना होता है। सीधा रास्ता न होने के कारण लगभग 265 किमी का सफर जर्जर सड़क से होकर तय करने को मजबूर होना पड़ता था। यह रास्ता औरैया से यमुना पुल होते हुए जालौन फिर आगे का रहता है। अब बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे से होकर चित्रकूट की दूरी कम हो जाएगी। तो चित्रकूट तक पहुंचने में अब छह नहीं बल्कि चार घंटे का ही समय लगेगा। रात के वक्त रास्ते में रंगबिरंगी लाइट भी आकर्षण का केंद्र रहेंगी।
सड़क मार्ग से दूरी और समय की होगी बचत
बांदा में दिल्ली के लिए ट्रेन की सीधी सुविधा है पर सड़क मार्ग से सफर करने में करीब 12 घंटे का समय लगता था। बांदा से पहले लोग झांसी फिर ग्वालियर और आगरा होते हुए दिल्ली आवागमन करते थे। बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे की सौगात ने यह दूरी और समय बचा दिया है। अब सड़क मार्ग से दिल्ली तक की दूरी महज छह से सात घंटे में ही पूरी की जा सकती है।
इन जनपदों के गांवों को सीधा लाभ
इटावा : 07 गांव औरैया : 37 गांव जालौन : 64 गांव हमीरपुर : 29 गांव बांदा : 28 गांव महोबा : 08 गांव चित्रकूट : 09 गांव

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।