हैलट के आर्थो ओटी में अंदाजे से होता मरीजों का आपरेशन, ट्वीट करके मुख्यमंत्री व उप मुख्यमंत्री तक पहुंचाई समस्या
जीएसवीएम मेडिकल कालेज का सीआर्म खराब पड़ा है। इसके चलते डाक्टरों को अंदाज से ही मरीजों की टूटी हड्डी में स्क्रू व नेल आदि लगाने पड़ते हैं। इसके साथ ही यहां का एसी और पंखे भी खराब पड़े हैं।

कानपुर,जागरण संवाददाता। जीएसवीएम मेडिकल कालेज के एलएलआर (हैलट) अस्पताल की इमरजेंसी में आर्थोपेडिक विभाग का आपरेशन थिएटर (ओटी) बदहाल है। यहां का सीआर्म खराब पड़ा है। इसके चलते डाक्टरों को अंदाज से ही मरीजों की टूटी हड्डी में स्क्रू व नेल आदि लगाने पड़ते हैं। इसके साथ ही यहां का एसी और पंखे भी खराब पड़े हैं। कई बार लिखा-पढ़ी करने के बाद भी ओटी की दशा न सुधारी जा सकी। आर्थोपेडिक विभाग के ओटी में सुविधाएं और संसाधन न होने की जानकारी ट्वीट करके मुख्यमंत्री एवं उप मुख्यमंत्री तक पहुंचा दी गई, जिससे मेडिकल कालेज प्रशासन में खलबली मच गई। जब प्राचार्य को पता चला तो उन्होंने तत्काल मरम्मत शुरू कराई।
एलएलआर अस्पताल की इमरजेंसी के पहले तल पर स्थित ओटी काम्पलेक्स में आर्थोपेडिक विभाग के ओटी में लंबे समय से सुविधाएं और संसाधन नहीं हैं। ओटी के एसी एवं पंखों की लंबे समय से मरम्मत नहीं कराई गई और न ही विभागाध्यक्ष ने इसके लिए कोई प्रयास किए। ऐसे में आर्थोपेडिक विभाग के जूनियर रेजीडेंट (जेआर) पसीने में लथपथ होकर सर्जरी करते हैं। अधिक गर्मी होने पर ओटी की खिड़कियां खोल देते हैं, जिससे संक्रमण का खतरा रहता है।
प्राचार्य प्रो. संजय काला का कहना है कि इस समस्या से आर्थोपेडिक विभाग के जेआर ने अवगत कराया था। इस पर डायकिन कंपनी से बात की तो कंपनी ने एसी 10 साल पुराने होने के चलते मरम्मत से हाथ खड़े कर दिए। स्थानीय स्तर से मरम्मत करा रहे हैं। वायरिंग के तार चूहों ने काट डाले हैं। सीआर्म की भी मरम्मत हो रही है। आज तक विभाग ने यहां की स्थिति की जानकारी ही नहीं दी, जिससे पता ही नहीं चल सका।

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