गोविंदपुरी को मिले टर्मिनस रेलवे स्टेशन का दर्जा
महानगर का एक बड़ा हिस्सा कानपुर दक्षिण में निवास करता है। शहर का विस्तार भी इसी ओर तेजी से हो रहा है।
जागरण संवाददाता, कानपुर : महानगर का एक बड़ा हिस्सा कानपुर दक्षिण में निवास करता है। शहर का विस्तार भी इसी ओर तेजी से हो रहा है। बावजूद इसके विकास की पटरी पर यह क्षेत्र उस रफ्तार से नहीं दौड़ पा रहा, जिसका वह हकदार है। संसाधनों की कमी के साथ अन्य तमाम वजह हैं। फिलहाल दक्षिण को अपना रेलवे स्टेशन मिल जाए, ताकि यहां के बाशिंदों को ट्रेन पकड़ने के लिए सेंट्रल स्टेशन तक दौड़ न लगानी पड़े। गोविंदपुरी रेलवे स्टेशन यह कमी पूरी कर सकता है, लेकिन जरूरत है दृढ़ इच्छाशक्ति की। गोविंदपुरी को टर्मिनस रेलवे स्टेशन में तब्दील करने की घोषणा बेहद पुरानी है, जिस पर अभी तक अमल नहीं हुआ। जल्द ही बजट आने वाला है, अगर इस बार यह तोहफा मिल जाए तो कानपुर दक्षिण में रहने वाले 20 से 25 लाख लोगों को राहत मिल सकती है।
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दृश्य-एक
बांदा इंटरसिटी का स्टॉपेज गोविंदपुरी स्टेशन नहीं है, बावजूद इसके रोजाना सौ-पचास यात्री यहां ट्रेन का इंतजार करते हैं और एन-केन-प्रकारेण ट्रेन स्टेशन पर रुकती भी है। यह स्थिति कभी किसी हादसे का सबब भी बन सकती है।
दृश्य-दो
कोई भी एक्सप्रेस ट्रेन गोविंदपुरी स्टेशन से पहले रुकती है तो यहां उतरने वालों की जमात सैकड़ों में होती है। कई बार ट्रेन की रफ्तार धीमी होने पर उतरते समय यात्री घायल भी हो जाते हैं। बावजूद इसके ऐसा नजारा रोज ही दिखता है।
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यह दो नजारे भले ही लापरवाही दर्शाते हैं, तो गोविंदपुरी रेलवे स्टेशन की उपयोगिता भी सिद्ध कर रहे हैं। जब सवारियां हैं, इंतजाम भी हैं, फिर भी एलान का इंतजार बरसों से है। गोविंदपुरी रेलवे स्टेशन को टर्मिनस रेलवे स्टेशन का दर्जा दिए जाने की घोषणा बरसों पुरानी है। अगर यह सपना सच हो जाए जो कानपुर दक्षिण में निवास करने वाले लाखों लोगों को सेंट्रल स्टेशन तक की भागदौड़ से मुक्ति मिल सकती है। योजना के मुताबिक प्रयागराज की ओर जाने वाली ट्रेनों को यहां से वाया चकेरी होते हुए गुजारा जाना है। ऐसा हो जाए तो सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों का दबाव भी कम हो जाएगा।
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इन क्षेत्रों को मिलेगा लाभ
गोविंदनगर, बर्रा के सभी सेक्टर, विश्व बैंक, कर्रही, जरौली, साकेत नगर, गुजैनी, दबौली, दादानगर और दादानगर औद्योगिक क्षेत्र, जूही, रतनलाल नगर, सीटीआइ व मेहरबान सिंह का पुरवा। यह भी होंगे लाभान्वित
घाटमपुर तहसील और सचेंडी में रहने वाले लोगों के लिए भी सेंट्रल स्टेशन की अपेक्षा गोविंदपुरी स्टेशन बेहतर विकल्प होगा। फजलगंज और दर्शनपुरवा के लोगों के लिए भी यह स्टेशन मुफीद रहेगा।
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इन ट्रेनों का है ठहराव
- ट्रेन संख्या 64163, कानपुर-पनकी पैसेंजर
- ट्रेन संख्या 51804, कानपुर-झांसी पैसेंजर
- ट्रेन संख्या 51802, कानपुर-मानिकपुर पैसेंजर
- ट्रेन संख्या 64153, कानपुर-इटावा मेमू
- ट्रेन संख्या 13007, तूफान मेल
- ट्रेन संख्या 11123, बरौनी एक्सप्रेस
- ट्रेन संख्या 64587, कानपुर-टूंडला पैसेंजर
- ट्रेन संख्या 64159, कानपुर-फफूंद पैसेंजर
- ट्रेन संख्या 54162, कानपुर-महोबा पैसेंजर
- ट्रेन संख्या 11110, लखनऊ-झांसी इंटरसिटी
- ट्रेन संख्या 51814, लखनऊ-झांसी पैसेंजर
- ट्रेन संख्या 15205, चित्रकूट एक्सप्रेस
- ट्रेन संख्या 64589, कानपुर-फफूंद मेमू
न्यूमेरिक
2000-2200 : यात्रियों की प्रतिदिन संख्या
68000-70000 : रुपये रोजाना टिकट से होती आय
650-700 : आरक्षित सीटों के लिए आवेदन
2.4-2.6 : लाख रुपये आरक्षित टिकटों से आय
03 : प्लेटफार्म
13 : जोड़ी ट्रेनों का होता है ठहराव
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गोविंदपुरी रेलवे स्टेशन को टर्मिनस स्टेशन के तौर पर विकसित किया जाना है। इसके लिए कोशिशें हो रही हैं। पिछले साल इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए इस स्टेशन को महिला रेलवे स्टेशन का दर्जा दिया गया था। जल्द ही यहां बड़े बदलाव की उम्मीद की जा सकती है।
- डॉ. जितेंद्र कुमार, स्टेशन डायरेक्टर
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