महाराष्ट्र की तर्ज पर कानपुर में बनेंगे 10 मिनी स्टेडियम, जानें- खिलाड़ियों को क्या होगा फायदा
वन विभाग की आपत्ति के बाद कल्याणपुर ब्लाक के मकसूदाबाद में स्टेडियम का काम रुक गया था अब बाधा दूर होने के बाद शासन ने अधिसूचना जारी की तो निर्माण प्रक्रिया में तेजी आ गई है। जल्द अन्य ब्लाकों में भूमि की तलाश पूरी हो जाएगी।
कानपुर, जेएनएन। खेलो इंडिया अभियान के तहत अब जिले में 10 मिनी स्टेडियम का निर्माण होगा। अभी कल्याणपुर ब्लाक के मकसूदाबाद में स्टेडियम बन रहा था, लेकिन वन विभाग की आपत्ति के बाद निर्माण रोक दिया गया था, लेकिन अब हरी झंडी मिलते ही शासन स्तर से अधिसूचना जारी कर दी गई है और निर्माण प्रक्रिया शुरू की जा रही है। इसके साथ ही चार अन्य ब्लाकों में धनराशि के आवंटन की कवायद भी शुरू हो गई है। ये स्टेडियम महाराष्ट्र की तर्ज पर बनाए जा रहे हैं।
यहां पर बनाए जाने हैं मिनी स्टेडियम
केंद्र सरकार गांवों में प्रतिभाओं को निखारने की कोशिश कर रही है। इसी कड़ी में पहले कल्याणापुर, सरसौल, भीतरगांव, बिधनू व पतारा में लगभग 35 करोड़ दो लाख रुपये की लगात से खेलो इंडिया मिनी स्टेडियम बनाने की योजना बनी। कल्याणपुर के मकसूदाबाद में मंजूर स्टेडियम का निर्माण कार्य शुरू हुआ और वहां थोड़ा बहुत काम भी हुआ था बाद में निर्माण रुक गया था, लेकिन अब यह जल्द ही शुरू होगा। शासन स्तर से सरसौल के बौसर, भीतरगांव के साढ़, बिधनू के पिपौरी व पतारा में खेलो इंडिया मिनी स्टेडियमों के निर्माण कार्य की स्वीकृति और धन आवंटन का संकेत दिया गया है। जल्द ही राशि आवंटित होगी। इसी के साथ ही युवा कल्याण विभाग ने ककवन, शिवराजपुर, चौबेपुर, बिल्हौर व घाटमपुर ब्लाक में भी भूमि का सर्वे शुरू किया है। कोशिश है कि जल्द से जल्द वहां भी भूमि मिल जाए ताकि प्रोजेक्ट तैयार कर शासन को भेजा जा सके।
स्टेडियम में इनडोर गेम की सुविधा
मिनी स्टेडियम में खिलाडिय़ों को इनडोर गेम की सुविधा भी मुहैया कराई जाएंगी। मिनी स्टेडियम में ज्यादातर इनडोर खेलों का अभ्यास कराया जाएगा। ताइक्वांडों, बैडमिंटन, कुश्ती, बॉक्सिंग, जूडो, कबड्डी, जिम्नास्टिक, टेबल टेनिस, वेट लिफ्टिंग आदि खेलों का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसमें आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों के लिए रहने व खाने का प्रबंध किया जाएगा। जल्द ही अन्य ब्लाकों में भूमि की तलाश पूरी हो जाएगी।
इन स्टेडियम के लिए जल्द मिलेगा धन
विकास खंड ग्राम अनुमानित लागत रु.
सरसौल बौसर 883.00 लाख
भीतरगांव साढ़ 885.00 लाख
बिधनू पिपौरी 873.00 लाख
पतारा पतारा 861.00 लाख
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