यूपी के इस जिले में तीन साल में घुली दोगुनी 'चासनी', इस बार दिवाली पर बिकी 1200 करोड़ की मिठाई
मिठाई का कारोबार पिछले तीन सालों में दोगुना हो गया है। त्योहारों और विशेष अवसरों पर इसकी मांग बढ़ रही है। ऑनलाइन बाजार ने भी इसमें योगदान दिया है, जिससे मिठाई छोटे शहरों तक आसानी से पहुँच रही है। निर्माताओं को मिठाई की गुणवत्ता बनाए रखने पर ध्यान देना चाहिए ताकि मिलावट से बचा जा सके।

जागरण संवाददाता, कानपुर। धनतेरस से भाई दूज तक चलने वाले दीपोत्सव पर मिठाई कारोबार की मिठास साल दर साल बढ़ती जा रही है। कानपुर होटल, गेस्ट हाउस, स्वीट्स एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन से मिले जानकारी के अनुसार, इस बार शहर में मिठाई की बिक्री का आंकड़ा 1,200 करोड़ रुपये तक पहुंच गया।
तीन साल पहले 2022 में यह आंकड़ा 600 करोड़ रुपये था। इस तरह, तीन साल में बिक्री की चासनी ने इस कारोबार की मिठास दोगुणा तक बढ़ा दी है। गुरुवार को भाई दूज के मौके पर भी मिठाई की दुकानों में दिनभर ग्राहकों की भीड़ जुटी रही। ग्राहकों की पसंद का पहले से अनुमान लगाकर मिठाई के शोरूम में अलग मिठाइयों का भी संग्रह किया गया था। इसमें खासतौर पर इस बार शुगर फ्री मिठाइयों की अभी अलग रेंज थी।
इस वर्ष की दीपावली को लेकर कारोबारी पहले से ही अंदाजा जता रहे थे कि मिठाई का कारोबार एक हजार करोड़ रुपये से ऊपर जाएगा। उसके हिसाब से ही मिठाइयों को बनाया भी गया था। शहर में पिछले कुछ वर्ष में मिठाई की दुकानें अपनी सीमाओं को तोड़ कर शोरूम के रूप में बदल चुके हैं।
मिठाइयों को भी अन्य उत्पादों की तरह प्रदर्शित किया जा रहा है ताकि ग्राहक उन डिस्प्ले को देख कर ग्राहक उसके लिए आकर्षित हों। इस समय शहर के अधिकांश हिस्सों में मिठाई की दुकानों के साथ मिठाई के शोरूम भी हो चुके हैं।
कानपुर होटल, गेस्ट हाउस, स्वीट्स एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के महामंत्री राजकुमार भगतानी बताते हैं कि इस वर्ष मिठाई के सीधे डिब्बों के साथ ही गिफ्ट पैक में भी बहुत कुछ बदलाव किया गया। मेवा और नमकीन के बीच विशेष डिब्बों में मिठाई को सजाकर बेचा गया।
सामान्यतौर पर शुगर फ्री मिठाई बहुत कम शोरूम में ही मिलती है लेकिन इस बार शुगर फ्री मिठाई की बिक्री खूब हुई। आनलाइन भी इसके खूब आर्डर हुए। गिफ्ट पैक के जो डिब्बे आए, उसमें भी मिठाइयों को रखने के लिए अलग से छोटे-छोटे बाक्स बनवाए गए थे। दीपावली से करीब 15 दिन पहले से ही आर्डर नोट किए जा रहे थे। एक सप्ताह पहले से इन्हें डिलीवर कम करना शुरू कर दिया था।
पूजन से लेकर उपहार तक के लिए जमकर हुई खरीदारी
दीपावली के एक दिन पहले तक लोगों को उपहार के रूप में खूब मिठाई दी गई, वहीं दीपावली वाले दिन अपने घर में पूजन करने के लिए मिठाई की खरीदारी की गई। गुरुवार को भाई दूज पर दुकानों पर दिन भर मिठाई खरीदने वालों की भीड़ जुटी। इस दौरान सबसे ज्यादा उन मिठाइयों की मांग रही जो 15 दिनों तक खराब नहीं होती हैं।
चार साल में बिकी साढ़े तीन हजार करोड़ की मिठाई
2022- 600
2023- 700
2024- 1,000
2025- 1200
(स्रोत: कानपुर होटल, गेस्ट हाउस, स्वीट्स एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन )

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