Kanpur: चार दिन बाद मौत से जंग हार गया निलंबित दारोगा, पुलिस लाइन में खाया था जहर, महिला सिपाही से नजदीकियां
जालौन के उरई एट के रहने वाले थे दारोगा अनूप कुमार सिंह कानपुर नगर के बिधनू थाने में तैनाती के दौरान 14 सितंबर को निलंबित हुए थे और चार दिन पहले आउटर पुलिस लाइन में उन्होंने जहरीला पदार्थ खा लिया था और रीजेंसी अस्पताल में आइसीयू में भर्ती थे।
कानपुर, जागरण संवाददाता। रीजेंसी अस्पताल में सोमवार की सुबह निलंबित दारोगा अनूप सिंह की इलाज के दौरान मौत हो गई। गुरुवार की शाम उन्होंने आउटर पुलिस लाइन में जहरीला पदार्थ खा लिया था, जिससे हालत बिगड़ गई थी। पहले निलंबन से तनाव के चलते जहरीला पदार्थ खाने की बात कही गई थी लेकिन दो दिन जांच के बाद फजलगंज थाने में तैनात महिला कांस्टेबल से नजदीकियों की बात सामने आई थी। महिला कांस्टेबल से कहासुनी के बाद दारोगा द्वारा जहरीला पदार्थ खाने की भी बात कही जा रही थी। चर्चा रही थी कि महिला कांस्टेबल से संबंधों को लेकर उन्होंने यह कदम उठाया था।
वसूली के मामले में निलंबित हुए थे दारोगा
मूलरूप से जालौन जनपद के उरई ऐंट निवासी अनूप कुमार सिंह 2015 बैच के दारोगा थे। परिवार में पिता शत्रुघ्न सिंह, पत्नी पूनम, दो साल का बेटा अयांश और भाई दीपक हैं। अनूप बिधनू थाने में तैनात थे और रावतपुर थानाक्षेत्र के केशवपुरम में किराये पर कमरा लेकर रह रहे थे। नौ सितंबर को उन्होंने कठेरुआ गांव में वाहन धुलाई सेंटर के संचालक महेंद्र कुशवाहा और उनके नाबालिग बेटों को वसूली न देने पर पीटा था। इस मामले में एसपी आउटर तेजस्वरूप सिंह ने 14 सितंबर को दारोगा अनूप कुमार सिंह, सौरभ व सिपाही प्रवीण को निलंबित कर दिया था। इसके बाद से अनूप काफी परेशान थे।
आउटर पुलिस लाइन में खाया था जहरीला पदार्थ
गुरुवार शाम करीब छह बजे उन्होंने आउटर पुलिस लाइन में जहरीला पदार्थ खा लिया था। जिसके बाद साथी पुलिसकर्मियों ने अनूप को सर्वोदय नगर स्थित रीजेंसी अस्पताल में भर्ती कराया था। आइसीयू में भर्ती दारोगा का इलाज चल रहा था। सोमवार तड़के डॉक्टरों के अनूप कुमार को मृत घोषित कर दिया। इसकी जानकारी होते ही स्वजन का का रो रो कर बुरा हाल हो गया। काकादेव पुलिस के अनुसार पोस्टमार्टम के बाद स्वजन अनूप का शव गृह जनपद जालौन ले जाएंगे।
महिला सिपाही से नजदीकी की हुई पुष्टि
निलंबित दारोगा अनूप कुमार सिंह के सल्फास खाने के प्रकरण में महिला सिपाही के साथ संबंधों को लेकर आउटर की सीओ लाइन सृष्टि सिंह ने फजलगंज थाना प्रभारी समेत चार पुलिसकर्मियों के बयान दर्ज किए थे। अबतक हुई जांच में महिला सिपाही से दारोगा की नजदीकियों की पुष्टि हुई लेकिन थाने में कहासुनी के साक्ष्य नहीं मिले हैं। वहीं घटना के बाद से महिला सिपाही के लंबे अवकाश पर जाने को लेकर भी जांच कमिश्नरेट के पुलिस अधिकारी कर रह रहे हैं वह बीमार है या बीमारे के बहाने अवकाश लेकर फरार है।
फजलगंज थाने गए थे दारोगा
सृष्टि सिंह ने जांच के दौरान फजलगंज थाने के सीसीटीवी फुटेज भी देखे थे। थाना सूत्रों के मुताबिक फुटेज में दारोगा अनूप सिंह 10 नवंबर को दोपहर 2.15 बजे थाने पर आते दिखे हैं और सीधे कम्प्यूटर रूम में जाकर वर्ष 2020 में दर्ज मुकदमा संख्या 363 की एफआइआर मांगी। उन्होंने फालोवर से गुटका लाने को कहा और तीन मिनट बाद थाने से चले गए। उनकी कार पालेंदर सिपाही चला रहा था।
केमिस्ट से मांगी थी सल्फास
पुलिस जांच में सामने आया कि फजलगंज थाने से निकलकर दारोगा अनूप सिंह खोया मंडी चौराहा लाइव केमिस्ट पर पहुंचे और सल्फास मांगी। इसपर वहां मौजूद सरदार इंद्रजीत सिंह ने मना कर दिया और बताया कि कीटनाशक मिलता है। तब दारोगा ने पूछा कि क्या इसके प्रयोग से आदमी मर सकता है। उन्हाेंने कहा कि कीटनाशक आयुर्वेदिक होते हैं और उससे व्यक्ति मर नहीं सकता। इसके बाद दारोगा चले गए। जांच अधिकारी सृष्टि सिंह ने सरदार इंद्रजीत सिंह के बयान दर्ज किए हैं।