महाठग के साझेदार बताए जा रहे सोनू सूद पर भी केस की तैयारी, फिल्म में ठगी के पैसे लगाए जाने का अनुमान
महाठग रवींद्रनाथ सोनी के जेल जाने के बाद उसके साथी बताए जा रहे अभिनेता सोनू सूद और सूरज जुमानी के खिलाफ भी पुलिस मुकदमे की तैयारी कर रही है। पी ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, कानपुर। महाठग रवींद्रनाथ सोनी के जेल जाने के बाद अब उसके साथी बताए जा रहे अभिनेता सोनू सूद और मास्टरमाइंड साथी सूरज जुमानी भी कानून के शिकंजे में फंस सकते हैं। पीड़ितों के बयान और अब तक मिले साक्ष्यों के आधार पर रवींद्रनाथ के साथ सोनू सूद और सूरज जुमानी के नाम भी पर भी मुकदमे दर्ज करने की पुलिस तैयारी कर रही है।
जल्द इन दोनों के साथ ही कंपनी के अन्य साझेदारों पर भी मुकदमे होंगे। एसआइटी का अनुमान है कि ठगी के रुपये सोनू सूद की एक फिल्म में भी लगाए गए।रवींद्रनाथ सोनी की ब्लूचिप नाम की कंपनियों में निवेश करने के नाम पर 10 देशों के एक हजार से ज्यादा लोगों के साथ 970 करोड़ की ठगी का पुलिस ने दावा किया था। एसआइटी की जांच में सोनी के संपर्क अभिनेता सोनू सूद, सूरज जुमानी, रेसलर खली, महिला खिलाड़ी, पूर्व क्रिकेटर समेत कई चर्चित हस्तियों से होने के साक्ष्य मिले थे, जिनके कई वीडियो और फोटो भी एसआइटी के पास हैं।
उन सभी के कनेक्शन के बारे में भी पीड़ितों ने बताया। अब तक एसआइटी की जांच में सोनू सूद, खली और सूरज जुमानी के ठगी की रकम को फिल्मों में लगाने, फुटबाल मैच कराने, संपत्ति और कारें खरीदने, क्रिप्टों में बदलने, दुबई के मीना बाजार और दिल्ली से हवाला में पैसे भेजने की पुष्टि हो चुकी है।
सोनी के साथ इस ब्लूचिप कंपनियों को सूरज जुमानी, उसका अकाउंटेंट अभिषेक राव, गुरमीत कौर व विभाष त्रिवेदी चला रहे थे। कोतवाली पहुंचे पीड़ितों ने भी इन सभी के नाम लिए थे। पुलिस आयुक्त रघुबीर लाल ने बताया कि विभाष त्रिवेदी के काल सेंटर, पाकिस्तान, नोएडा, विशाखापत्तनम में हैं। विशाखापत्तनम के काल सेंटर में छापा भी मारा गया था। आशंका है कि गिरोह निवेश के नाम पर साइबर ठगी भी करता था।
पांच और पीड़ित आए सामने
ठगी का शिकार हुए पांच और पीड़ित सोमवार को शहर पहुंचे। उनसे 3.40 करोड़ रुपये ठगे गए। वे सभी दुबई की अलग-अलग कंपनियों में कार्यरत हैं। पीड़ितों ने पुलिस को बताया कि रवींद्रनाथ ने ही अभिनेता सोनू सूद, अभिषेक राव, सूरज जुमानी, गुरमीत कौर, विभाष त्रिवेदी से मिलवाया था। उन सभी ने निवेश करने पर लाभ मिलने का दावा कर उन्हें झांसे में लिया था।
एसीपी कोतवाली आशुतोष सिंह ने बताया कि हरियाणा के पलवल निवासी वासुदेव शर्मा, रेवाड़ी निवासी दीपक कुमार, चंडीगढ़ निवासी राजीव कुमार, गोरखपुर निवासी धीरेंद्र प्रताप सिंह और कासगंज के ललित कुमार ने तहरीर दी है।

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