आइएसएसएसः रक्षा से लेकर स्वास्थ्य तक सेंसर होगा स्मार्ट
ईईजी या ईसीजी कराने के लिए चिपचिपा लोशन लगाकर डॉक्टर के पास घंटों समय खराब नही करना पड़ेगा। सब कुछ अब स्मार्ट होगा।
कानपुर (जेएनएन)। ईईजी या ईसीजी कराने के लिए चिपचिपा लोशन लगाकर डॉक्टर के पास घंटों समय खराब नही करना पड़ेगा। दिल की धड़कन पढ़ने वाले लोशन बेस इलेक्ट्रोड सेसर के बजाए नैनो तकनीक वाले ड्राई इलेक्ट्रोड और नैनो बायो सेसर जल्द ही स्वास्थ्य तकनीक मे धमाका करेंगे।
डिफेस मेटेरियल्स एंड स्टोर्स रिसर्च एंड डेवलपमेट इस्टेबलिशमेट (डीएमएसआरडीई) इस दिशा मे काम कर रहा है।आईआईटी के आउटरीच सभागार मे इंस्टीट्यूट ऑफ स्मार्ट स्ट्रक्चर एंड सिस्टम (आईएसएसएस) के आज शुरू आठवे सेमिनार मे डीएमएसआरडीई के वैज्ञानिक आलोक श्रीवास्तव ने स्मार्ट सेसर की आवश्यकता पर जानकारी दी।
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अपना पेपर पढ़ते हुए श्री श्रीवास्तव ने बताया कि बायो मेडिकल सेसर स्वास्थ्य सेवाओं के लिए उपयोगी है। नैनो तकनीक और स्मार्ट सेसर से दिल की धड़कन, ब्लड प्रेशर पर 24 घंटे नजर रखी जा सकती है। स्मार्ट सेसर इंटेलीजेट रिपोर्टिग और इंटेलीजेट डिसीजन भी ले सकता है। इसका प्रयोग स्वास्थ्य क्षेत्र के अलावा सेना के फील्ड आपरेशन, रूट पोजीशनिंग, रासायनिक सुरक्षा आदि मे भी किया जा सकता है। ये स्मार्ट सेसर खतरनाक केमिकल, जैव रसायन, विस्फोटक भी खोज निकालेगे। बुलेटप्रूफ जैकेट पहनने योग्य है या नही, यह भी स्मार्ट सेसर बताएगा।