फतेहपुर: स्ट्रीट लाइट व डस्टबिन खरीदने में लाखों का घपला, अब पूर्व प्रधान और सचिव से होगी वसूली
ऐराया विकास खंड की पुरइन गांव पंचायत में सरकारी धन के घपले की पोल खुली है। स्ट्रीट लाइट और डस्टबिन खरीदने में करीब पांच लाख का घपला किया गया है। इस मामले में डीएम के निर्देश पर सचिव को निलंबित कर दिया गया है।

फतेहपुर, जागरण संवाददाता। ऐराया विकास खंड की पुरइन गांव पंचायत में सरकारी धन के घपले की पोल खुल गई है। प्रथम दृष्टया दोषी पाए गए सचिव को डीएम अपूर्वा दुबे के निर्देश पर निलंबित कर दिया गया है। वहीं घपले में शामिल प्रधान व सचिव से बराबर-बराबर रिकवरी की तैयारी भी शुरू कर दी गई है। जिसके बाद उन गांव पंचायतों में दहशत फैल गई है, जो धांधली व अनियमितता की शिकायतों को लेकर जांच के दायरे में हैं।
पुरइन गांव के धर्मेंद्र मौर्य ने डीएम से गांव पंचायत के विकास कार्यों में मनमानी कर सरकारी धन हड़पने की शिकायत पूर्व में की थी। जिसकी जांच के लिए डीएम ने भूमि संरक्षण अधिकारी व एक्सईएन नलकूप को जांच अधिकारी बनाया था। जांच में पाया गया है कि गांव सभा में 38 स्ट्रीट लाइटों का भुगतान निकाला गया है, जबकि मौके पर सिर्फ 11 लाइटें ही लगाई गई हैं। इसी तरह कूड़ा एकत्रीकरण के लिए 20 लोहे के डस्टविन रखने की बात दस्तावेजों में हैं और इसके लिए लाखों का भुगतान निकाल लिया गया है, जबकि मात्र सात डस्टविन ही रखवाई गई। ग्राम सभा ने एक खड़ंजा लगवाया और दस महीनें के भीतर उसी पर सीसी मार्ग भी बना दिया। इन सभी कार्यों के लिए कुल 4.79 लाख का घपला सामने आया है। जांच रिपोर्ट के आधार पर डीएम ने सचिव को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का निर्देश एक दिन पहले दिया था। शनिवार को जिला विकास अधिकारी एके निगम ने ग्राम विकास अधिकारी राम निरंजन सिंह को निलंबित कर दिया।
पूर्व प्रधान व सचिव से वसूली जाएगी रकम: पंचायत राज विभाग ने निलंबन की कार्रवाई के बाद दुर्पयोग की गई धनराशि को वापस लेने की तैयारी शुरू कर दी है। विभाग ने पूर्व प्रधान शैलेंद्र सिंह व तत्कालीन पंचायत सचिव राम निरंजन सिंह पर गबन की गई 4.79 लाख की धनराशि वापस लेने के लिए रिकवरी नोटिस तैयार करनी शुरू कर दी है।

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