शहर को सौगात...सरैया क्रॉसिंग पुल के 26 पिलर बनकर तैयार, नए साल में मिलेगा ROB का तोहफा!
कानपुर में सरैया क्रॉसिंग रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) का निर्माण तेज़ी से चल रहा है। साईं डेवलपर्स एंड कंस्ट्रक्शन फर्म ने तीन महीने में 26 पिलर तैयार कर दिए हैं और स्लैब डालने का काम भी शुरू हो गया है। सेतु निगम का लक्ष्य है कि दिसंबर तक काम पूरा हो जाए और जनवरी में जनता के लिए आरओबी खोल दिया जाए।

जागरण संवाददाता,कानपुर । सरैया क्रासिंग रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) के 26 पिलर बनकर तैयार हो चुके हैं। कार्यदायी संस्थान ने तीन माह में इस कार्य को पूरा कर लिया है। इसके साथ ही पिलर में स्लैब डालने का कार्य भी शुरू हो चुका है। सेतु निगम के अफसरों की माने तो कार्यदायी संस्था दिसंबर में काम खत्म कर देगी, वहीं जनवरी में सरैया रेलवे ओवर ब्रिज का शुभारंभ कर दिया जाएगा।
चार साल से फंसे पुल का कार्य अप्रैल माह से साईं डेवलपर्स एंड कंस्ट्रक्शन फर्म सौंपा गया था। फर्म ने दोगुणा मजदूरों के साथ अधूरे पड़े 10 पिलर का निर्माण पूरा करा लिया है। आगामी चार माह में आरओबी निर्माण का कार्य खत्म हो जाएगा। सेतु निगम मुख्यालय के अधिकारियों का कहना है कि सरैया क्रासिंग आरओबी की नए साल में सौगात जनता को दी जाएगी।
तीन माह में काम कर दिया पूरा
चार साल बाद भी सरैया क्रासिंग रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) का काम खत्म नहीं हो सका था, लेकिन जैसे ही अप्रैल माह में सेतु निगम मुख्यालय ने अधूरे कार्य को पूरा करने के लिए साईं डेवलपर्स एंड कंस्ट्रक्शन फर्म को कार्य सौंपा था। जिसके बाद निर्माण कार्य तेजी से शुरू हुआ। फर्म ने दोगुणा मजदूरों के साथ अधूरे 10 पिलर का निर्माण शुरू किया, जो महज तीन माह में पूरा हो गया।
कार्यदायी संस्था ने बन चुके पिलर पर स्लैब डालने का कार्य भी शुरू कर दिया है, हालांकि अभी रेलवे के द्वारा अपने पार्ट में काम नहीं शुरू किया गया है, जिससे सेतु निगम के अधिकारियों को फिर देरी की चिंता भी सताने लगी है। हालांकि अधिकारियों का कहना कि रेलवे से जल्द कार्य अधूरे कार्य को पूरा कराने के लिए पत्राचार शुरू कर दिया गया है। रेलवे ने पिलर तो बना दिए हैं, लेकिन अभी तक गर्डर रखने का काम नहीं किया गया है।
लापरवाही के चलते चार से फंसा आरओबी निर्माण
सरैया क्रासिंग आरओबी की रूपरेखा सेतु निगम ने वर्ष 2016 में बनाना शुरू किया था। इस दौरान कई बार प्रस्ताव को स्वीकृति के लिए शासन को भेजा गया, लेकिन कोई कमी निकालकर उसे वापस कर दिया गया। वर्ष 2020 में सरैया क्रासिंग में लगभग आठ सौ मीटर लंबे रेलवे ओवर ब्रिज निर्माण को स्वीकृति मिली।
इसके लिए 78 करोड़ रुपये का बजट जारी करने के साथ ही लखनऊ सेतु निगम इकाई को निर्माण की जिम्मा सौंपा गया। वर्ष 2021 में बजट आवंटन के बाद सरैया पुल का निर्माण कार्य शुरू हुआ, वहीं जून 2023 में निर्माण खत्म करके जनता को सौंपा जाना था, लेकिन ऐन वक्त में अफसरों ने निरीक्षण करके जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए पुल को साढ़े तीन सौ मीटर लंबाई बढ़ाकर मरहला चौराहे को पार करते हुए उतारने का निर्णय लिया। इस दौरान लगभग एक साल निर्माण रुका रहा।
डिजाइन में संशोधन और बजट स्वीकृति के बाद निर्माण की जिम्मेदारी कानपुर सेतु निगम इकाई को सौंपी गई। वहीं बजट 78 करोड़ से दोगुणा होते हुए 150 करोड़ के पार पहुंच गया। बजट मिलने के बाद सितंबर 2024 में फिर से क्रासिंग पार मरहला चौराहे की ओर सेतु निगम ने पिलर बनाने का काम शुरू किया, वहीं सेतु निगम ने निर्माण पूरा करने के लिए अक्टूबर 2026 लक्ष्य रखा है, लेकिन कानपुर इकाई के द्वारा सुस्त रफ्तार से काम किया जा रहा था।
संसाधनों के अभाव में निर्माण कार्य तय समय पर पूरा करना भी मुश्किल था। जिसके बाद सेतु निगम मुख्यालय ने बचे हुए लगभग 40 करोड़ का काम निजी फर्म से कराने का निर्णय लिया। अप्रैल 2025 में सेतु निगम मुख्यालय ने साईं डेवलपर्स एंड कंस्ट्रक्शन को टेंडर के माध्यम से आरओबी निर्माण को पूरा करने की जिम्मेदारी सौंपी, जिसके बाद तेजी से निर्माण कार्य शुरू हुआ।
रेलवे तीन माह में खत्म करेगा काम, 65 प्रतिशत कार्य पूर्ण
इस पुल के निर्माण में रेलवे अपने हिस्से में चार स्पैम बनाने का कार्य कर रहा है। रेलवे ने लगभग 65 प्रतिशत कार्य पूर्ण कर लिया है। चार स्पैम के चार पिलर बनकर तैयार हो चुके हैं, वहीं अब केवल गर्डर रखने का काम शेष है। रेलवे के इंजीनियरों ने बताया कि तीन माह में उनका काम खत्म हो जाएगा। वहीं इस पुल निर्माण में रेलवे और यूपीसीडा भी अपना बजट खर्च कर रहा है।
मंधना-गंगा बैराज रोड पर उप्र राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) ने उन्नाव जिले में 1144.13 एकड़ पर ट्रांसगंगा सिटी की स्थापना की है। जहां औद्योगिक इकाइयों से लेकर आवासीय क्षेत्र विकसित किए जा रहा है। औद्योगिक इकाइयों की स्थापना से भारी वाहनों का आवागमन बढ़ जाएगा। इसके चलते यूपीसीडा ने 20 करोड़ रुपये की धनराशि सेतु निगम को दी है। इसके बनने से कानपुर शहर के साथ ही दिल्ली, अलीगढ़, एटा, मैनपुरी, कन्नौज से मंधना होते हुए लखनऊ का वैकल्पिक मार्ग होने का लाभ मिलेगा।
ऐसे बढ़ी सरैया रेलवे ओवर ब्रिज की निर्माण गति
वर्ष 2016 में 785 मीटर लंबे पुल का 78 करोड़ रुपये प्रस्ताव तैयार हुआ।
वर्ष 2020 में पुल का बजट और डिजाइन स्वीकृत हुआ।
वर्ष 2024 में 350 मीटर बढ़ाई गई। इसके बाद पुल की लंबाई 1129 मीटर की गई।
-सितंबर 2024 में 150 करोड़ रुपये बजट स्वीकृत हुआ।
-अप्रैल 2025 में साईं डेवलपर्स एंड कंस्ट्रक्शन को कार्य सौंपा गया।
-दिसंबर 2025 को सरैया पुल निर्माण खत्म करने का लक्ष्य है।
अप्रैल माह में निर्माण कार्य की जिम्मेदारी मिली है। 10 पिलर बनकर तैयार हो चुके हैं। सौ से अधिक मजदूरों के साथ ही इंजीनियरों की टीम मिलकर दिनरात काम कर रही है। दिसंबर माह में पुल निर्माण का कार्य खत्म कर दिया जाएगा, पिलर पर स्लैब डेग रखने का काम भी शुरू कर दिया गया है। - नरेश सचान, साइड इंचार्ज, साईं डेवलपर्स एंड कंस्ट्रक्शन
सरैया क्रासिंग का निर्माण तेजी से शुरू हो गया है। दिसंबर माह तक निर्माण का खत्म करने का लक्ष्य है। नए साल में पुल की सौगात मिलेंगी। - बीके सेन, मुख्य परियोजना प्रबंधक, सेतु निगम
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