Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सपा विधायक के बिगड़े बोल, पुलिस अधिकारियों को बताया जनरल डायर के वंशज; बोले- रामनवमी के बाद देंगे गिरफ्तारी

    Updated: Mon, 15 Apr 2024 11:20 AM (IST)

    समाजवादी पार्टी विधायक अमिताभ बाजपेई ने डीसीपी विजय ढ़ुल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्हें जनता के बीच काम करने में अक्षम करार देते हुए चुनाव आयोग से कार्रवाई की मांग की है। साथ ही कहा कि वर्दी में सरकार को खुश कर बाद में चुनाव लड़कर मंत्री व सांसद बनने की परंपरा से जाति और धर्म देखकर लोगों पर कार्रवाई की जा रही है।

    Hero Image
    सपा विधायक के बिगड़े बोल, पुलिस अधिकारियों को बताया जनरल डायर के वंशज

    जागरण संवाददाता, कानपुर। समाजवादी पार्टी विधायक अमिताभ बाजपेई ने डीसीपी विजय ढ़ुल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्हें जनता के बीच काम करने में अक्षम करार देते हुए चुनाव आयोग से कार्रवाई की मांग की है।

    साथ ही कहा कि वर्दी में सरकार को खुश कर बाद में चुनाव लड़कर मंत्री व सांसद बनने की परंपरा से जाति और धर्म देखकर लोगों पर कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा अष्टमी पूजा के बाद रामनवमी या जिस दिन भी पुलिस तय करेगी अपने समर्थकों के साथ थाने पहुंचकर गिरफ्तारी दूंगा।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सपा विधायक का पुलिस पर आरोप

    सपा विधायक ने रविवार को एक वीडियो बयान जारी कर पुलिस को निशाने पर लिया है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने अपनी गलती छिपाने के लिए कांग्रेस प्रत्याशी आलोक मिश्रा समेत उन पर मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस अपनी गलती छुपाने में लगी है। ऐसे पुलिस अधिकारियों का काम देखकर जनरल डायर की याद आती है। यह कहीं न कहीं जनरल डायर के वंशज हैं जो गांधीवादी तरीके से थाने की जमीन पर बैठकर विरोध प्रदर्शन करने को सरकारी काम में बाधा मान मुकदमा कर रहे हैं।

    सम्राट विकास और डीसीपी विजय ढुल के साथ विवाद का वीडियो सार्वजनिक किया जाए जिससे गलती किसकी है सभी को पता चले। इसी अधिकारी ने रविवार को बाबा साहब अंबेडकर की जयंती पर निकाली जा रही शोभायात्रा को भी रोका और जानबूझकर विवाद खड़ा किया। अभी नवरात्र व्रत चल रहे हैं और अष्टमी के दिन मेरा व्रत पूरा होगा। नवमी के दिन या जिस दिन भी पुलिस अधिकारी कहेंगे मैं और आलोक मिश्रा समेत सभी कार्यकर्ता थाने पहुंचकर अपनी गिरफ्तारी दे देंगे।

    इसे भी पढ़ें: बसपा ने दौड़ाई सोशल इंजीनियरिंग की ट्रेन, मायावती ने दंगों का जिक्र कर जाट-मुस्लिम और दलित एकजुटता का खेला दांव