सेफर इंटरनेट डे : साइबर ठगी से बचना है तो सबके लिए है आइआइटी का ऑनलाइन कोर्स
आइआइटी ने साइबर सुरक्षा पर आनलाइन कोर्स शुरू किया है इस इस कोर्स को करने के बाद स्वयं को ठगी से बचा सकते हैं। साइबर अपराधों को देखते हुए यह कोर्स साबित मील का पत्थर साबित होगा क्योंकि हर तरह से सुरक्षा के गुर बताए जाते हैं।

कानपुर, जागरण संवाददाता। बिना जानकारी साइबर वल्र्ड में कदम रखने से लोग नुकसान उठा रहे हैं। साइबर अपराधी लोगों की जरा सी चूक का फायदा उठाकर उन्हें या तो ब्लैकमेल कर रहे हैं या फिर उनके बैंक खातों की जानकारी हासिल करके रकम निकाल रहे हैं। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) ने ऐसे ही मामलों में लोगों को जागरूक करने के लिए साइबर सिक्योरिटी पर आनलाइन कोर्स शुरू किया है। इसकी मदद से छात्र-छात्राएं साइबर अपराधों से खुद बच सकते हैं, साथ ही दूसरों को जागरूक कर सकते हैं।
आइआइटी सिखा रहा बचाव के गुर : साइबर अपराधों की संख्या में हर वर्ष इजाफा हो रहा है। आंकड़े गवाही दे रहे हैं कि वर्ष 2021 में पुलिस की क्राइम ब्रांच में 1100 से ज्यादा शिकायतें साइबर फ्राड से संबंधित आईं। अपराधियों ने कभी लिंक भेजकर खाते से पैसे निकाल लिए तो कभी फेसबुक पर दोस्ती के बाद झांसा देकर खातों में रकम जमा कराई। फेसबुक व वाट्सएप हैक करके यूजर के परिचितों को मैसेज भेजकर रकम मांगने के मामले भी बढ़े हैं। यही नहीं लोग गूगल पर विभिन्न कंपनियों के नाम से मौजूद अनजान नंबरों पर फोन करने पर भी साइबर अपराधियों का शिकार बने। आइआइटी की ई एंड आइटीसी एकेडमी की ओर से साइबर सिक्योरिटी कोर्स में लोगों को ऐसे ही अपराधियों से बचने के गुर सिखाए जा रहे हैं।
कोर्स में शामिल अहम बातें : इस आनलाइन कोर्स में विद्यार्थियों को साइबर सुरक्षा और साइबर रक्षा की मूलभूत अवधारणाओं की जानकारी व साफ्टवेयर और सिस्टम सुरक्षा को शामिल किया गया है। इसमें साइबर हमलों को रोकना, मेमोरी की सुरक्षा, बफर ओवरफ्लो, ब्राउजर को दरकिनार करना सिखाया जाएगा। साथ ही सुरक्षा भेदने वाले का पता लगाने की तकनीकी, प्रोग्राम विश्लेषण, आपरेटिंग सिस्टम सुरक्षा, फिशग, नेटवर्क सुरक्षा, वेब सुरक्षा, आइपी में सुरक्षा मुद्दे, फायरवाल, घुसपैठ का पता लगाना, वल्र्ड वाइड वेब व वेब सर्वर का सिक्योरिटी आर्किटेक्चर के बारे में बताया जाएगा।
मोबाइल प्लेटफार्म पर भी सुरक्षा : मोबाइल प्लेटफार्म पर भी सुरक्षा की तकनीकी को आइआइटी के विशेषज्ञों ने कोर्स में शामिल किया है। इसमें एंड्राइड व आइओएस सुरक्षा माडल, सूचना ट्रैकिंग, मोबाइल एप्लीकेशन में संभावित खतरों, सुरक्षा कमजोरियों की खोज के लिए मोबाइल एप के लिए विश्लेषकों, वायरस, स्पाइवेयर के बारे में भी जानकारी दी जाएगी। की-लागर्स और मैलवेयर डिटेक्शन भी कोर्स में शामिल है।
-साइबर सिक्योरिटी कोर्स में विद्यार्थियों को सुरक्षा की मूलभूत जानकारी प्रदान की जा रही है। कंप्यूटर की थोड़ी सी भी जानकारी रखने वाले छात्र इस कोर्स का लाभ ले सकते हैं। साथ ही अपने कंप्यूटर व मोबाइल को हैकरों से बचाने, आनलाइन सर्फिंग, इंटरनेट बैंकिंग, विभिन्न एप्लीकेशन के इस्तेमाल के दौरान बरती जाने वाली सावधानी सीख सकते हैं। -डा. संदीप शुक्ला, प्रोफेसर, आइआइटी
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