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    कानपुर के लोगों सता रहा किसका डर? घरों के बाहर लटकाईं लाल और बैंगनी रंग की बोतलें

    Updated: Sat, 20 Dec 2025 03:25 PM (IST)

    कानपुर में लोग आवारा पशुओं से परेशान होकर घरों के बाहर लाल और बैंगनी रंग की बोतलें लटका रहे हैं। इंटरनेट पर वायरल हो रहे देसी जुगाड़ के अनुसार, माना ज ...और पढ़ें

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    जागरण संवाददाता, कानपुर। शहर की गलियों में इन दिनों हैरत भरे दिलचस्प नजारे देखने को मिल रहे हैं। यदि आपको भी किसी के घर के बाहर लाल, बैंगनी या नीले रंग के पानी की बाेतल लटकी या रखी दिखाई दे तो चौंकिएगा नहीं।

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    क्योंकि लोगों ने इंटरनेट मीडिया पर प्रचलित रील्स को देखकर घरों के बाहर लाल रंग के पानी से भरी प्लास्टिक बोतलें लटका दी हैं। कोई इसे कुत्तों को भगाने का देसी जुगाड़ बता रहा है तो कोई इसे सीधा-सीधा टोटका कह रहा है।

    शुक्रवार को कल्याणपुर के अंबेडकरपुरम, सेक्टर छह, मिर्जापुर, सत्यम विहार, गौतम विहार समेत कई इलाकों में घरों के बाहर लाल रंग के पानी से भरी बोतलें लटकी या फिर रखी हुई मिलीं। एक दूसरे को देखकर यह तरीका धीरे धीरे रिहायशी क्षेत्रों के घर घर देखने को मिल रहा है।

    रतनलाल नगर में लोगों का कहना है कि यह उपाय कुत्तों को घर के सामने मल-मूत्र करने से रोकता है। रोज सुबह कुत्तों की गंदगी साफ करनी पड़ती थी। पड़ोसी की सलाह पर लाल और बैगनी रंग मिलाकर बोतल टांगी तो इसका असर दिखा है।

    घर के आस पास सभी घरों में लाल रंग का पानी डालकर बोतलें लगाई गई है। मैने भी लगाई है, जब से लगाई है तब से महसूस हो रहा है कि कुत्ते, बिल्ली और बेसहारा जानवर गंदगी कम कर रहे हैं।
    सुनील कुमार, मिर्जापुर कल्याणपुर।

    पड़ोसियों के घरों के बाहर लगी लाल बोतल देखकर हमारे यहां भी लाल रंग डालकर बोतलें लगा दी गईं हैं। अभी कुछ असर तो नहीं दिख रहा है लेकिन लोग कहते है कि इससे आवारा जानवर गंदगी नहीं करते हैं।
    विनोद कुमार, अंबेडकरपुरम, सेक्टर 6 ,कल्याणपुर

    घरों के बाहर बैंगनी, लाल सहित अन्य रंगों का पानी बोतल रखने या टांगने से पशु नहीं आएंगे, इसका कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है। लोगों ने कहीं सुना होगा तो वो उसी आधार पर समस्या से बचाव के लिए लाल, बैंगनी रंग के पानी की बोतल टांग रहे हैं या रख रहे हैं। यदि उनको यह उपाय करने से राहत मिल रही है, तो इसमें कुछ नुकसान नहीं है।
    डा. आरके निरंजन, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी।

    हमारा अवचेतन मन ही हमारे दिमाग को सक्रिय करता है। व्यक्ति तरह तरह की बातों पर विश्वास कर लेता है। जैसे यदि व्यक्ति मानसिक रूप से मान लें कि वो बीमार हैं तो निश्चित तौर पर बीमार महसूस करने लगेगा। इसी तरह, लोगों ने एक मानसिकता बनाई कि गेट पर लाल, बैंगनी पानी की बाेतल टांगने से घर के बाहर कोई जानवर गंदगी नहीं करेगा। तो लाेग लाल, बैंगनी पानी की बोतल रख रहे हैं। हालांकि इसका कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है।
    डा. नरेश चन्द्र, वरिष्ठ मनोविज्ञानी।