Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Rain Alert: उत्तर प्रदेश के कानपुर सहित 13 जिलों में बारिश का कहर, उफनाई नदियां, मकान गिरे, 10 से ज्यादा मौत

    By Anurag Shukla1Edited By: Anurag Shukla1
    Updated: Fri, 18 Jul 2025 07:22 PM (IST)

    उत्तर प्रदेश में कानपुर इटावा बांदा सहित 13 जिलों में बारिश का कहर बरसा। बारिश की वजह से यमुना केन गंगा मंदाकिनी और बरदहा नदी उफान पर हैं। इससे कई क्षेत्रों में नदियों का पानी भर गया है। वहीं बारिश की वजह से कई मकान गिर गए। इसमें सात से ज्यादा लोगों की दबकर मौत हो गई।

    Hero Image
    बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में रास्ते में भरे पानी से निकले लोग, रास्ते के कटाव को देखते लोग। जागरण

    जागरण टीम, कानपुर। पहाड़ी और मैदानी क्षेत्रों में हो रही बारिश ने कानपुर, इटावा, बांदा सहित 13 जिलों में कहर बरपाया। यमुना, केन, गंगा, मंदाकिनी और बरदहा नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। इससे कई गांवों और नदियों के आसपास के क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात हैं। वहीं लगातार दो दिन से हो रही बारिश से कई मकान गिर गए। सात से ज्यादा लोगों की मौत हो गई।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बांदा में केन, रंज और यमुना में बढ़ा जलस्तर, नाव ही सहारा

    बांदा में दो दिन बुधवार व गुरुवार को रह रह कर हुई करीब दो सौ मिली मीटर झमाझम बारिश में केन नदी का जल स्तर 102.65 मीटर व यमुना नदी का जलस्तर 95.30 मीटर पर पहुंच गया। पैलानी में केन व चंद्रावल और बदौसा की बागै नदी व नरैनी के रंज नदी का जल स्तर बढ़ने से कई रपटे व किसानों की फसलें जलमग्न हो गईं हैं। पैलानी, बदौसा आदि में नाव से यात्री रपटों को पार कर रहे हैं। उधर शहर के शंकर नगर समेत सेढू तलैया, कालू कुआं आदि की कई गलियां जलमग्न होने से आवागमन में परेशानी हो रही है। महुआ के बडोखर बुजुर्ग, पैगंबरपुर, गिरवां, हुसैनपुर, मसुरी, ऐला आदि के सैकड़ों घरों समेत बदौसा के अंश खटेहटा स्थित प्राथमिक विद्यालय व गिरवां के पंडित जवाहर लाल नेहरु कालेज के परिसर में पानी भरा हुआ है। उधर नरैनी तहसील के गिरवां थाना अंतर्गत ग्राम बड़ोखर बुजुर्ग में गुरुवार को हुई बारिश से करीब आधा सैकड़ा घरों में पानी भर गया जिससे लोगों ने हाईवे जाम कर दिया।

    Banda में घर गिरी में तीन और नाले में तीन की डूबकर मौत

    बांदा में तेज वर्षा के बाद घरघिरी और जलभराव के कारण अलग- अलग स्थानों में कुछ छह मौतें हुई हैं। जिले के बिसंडा थाना क्षेत्र पिपरीखेरवा में कच्चा घर गिरने से मासूम भाई बहन की मौत हो गई है। जब कि गिरवां थाना क्षेत्र के इस्लामपुर में दीवार गिरने से एक युवक की मौत हो गई है। वहीं तिंदवारी थाना क्षेत्र के परसौंडा गांव में वर्षा के पानी से आई बाढ़ के बाद नाले में नहा रहे दो बालकों की डूब कर मौत हो गई है। उधर जसपुरा थाना क्षेत्र के सिकहुला गांव में नाले में डूबकर युवक की मौत हो गई है। इधर, हमीरपुर में लगातार हो रही वर्षा से लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत मिली। वहीं जिले के कई स्थानों में जलभराव भी हो गया। गुरुवार की रात भी तेज वर्षा हुई। मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार पूरे जिले में 328.4 एमएम वर्षा रिकार्ड की गई। जिसमें हमीरपुर में 107.4, मौदहा में 111 व राठ में 110 एमएम वर्षा दर्ज हुई है।

    Fatehpur लगातार बारिश से चार कच्चे मकान ढहे, गंगा, यमुना में बढा पानी

    झमाझम वर्षा से मलवां ब्लाक के मवइया गांव निवासी कामता सोनकर का कच्चा घर ढह जाने से दो बकरियों की मौत हो गई है और अमौली ब्लाक के सरहन बुजुर्ग गांव के पप्पू विश्वकर्मा की दीवार व छप्पर गिर जाने से गृहस्थी का समान दब गया है। इसी ब्लाक के चांदपुर गांव में विजय लक्ष्मी की दीवार गिर जाने से बाहर खड़ी आटो में जा गिरी। अनवरत वर्षा के चलते मुख्य सड़कों और गलियों में जलभराव की समस्या रही। शुक्रवार को गंगा का जलस्तर 24 घंटे में 19 सेमी घटकर 98.19 हो गया है। इसी तरह यमुना का जलस्तर 75 सेमी बढ़ कर 95.38 मीटर पहुंच गया। बाढ़ प्रभारी ने बताया कि गंगा में 19 सेमी घटी तो यमुना में जलस्तर 75 सेमी बढ़ गया है।

    Unnao में गंगा के जलस्तर पर टिकी नजर

    बीते दो तीन दिनों से गंगा के जलस्तर में कमी आ रही है। बीते गुरुवार की शाम जहां गंगा का जलस्तर 110.600 मीटर रिकार्ड किया गया था। वहीं शुक्रवार दोपहर जलस्तर में करीब 12 सेंटीमीटर गिरावट दर्ज करते हुए जलस्तर 110.480 मीटर रिकार्ड किया गया है। वहीं करीब 24 घंटे तक हुई अनवरत वर्षा के बाद जनपद में औसत वर्षा रिकार्ड की गई है। हालांकि शुक्रवार को पूरे दिन मौसम साफ रहा। शाम को बूंदाबांदी हुई। वहीं बीते 24 घंटे में जिले में करीब 7.80 मिमी. वर्षा रिकार्ड की। जिसमें सबसे अधिक पुरवा तहसील क्षेत्र में 16 मिली. और बीघापुर में सबसे कम दो मिली. वर्षा रिकार्ड की गई।

    Kanpur Dehat में बिजली आपूर्ति बाधित

    कानपुर देहात में यमुना में पानी कम हो रहा है। सुबह के समय जलस्तर 102.93 मीटर था जबकि शाम को 102.63 मीटर पर पहुंच गया। वहीं बारिश जिले में जमकर हुई और कई जगह जलभराव हो गया।इससे बिजली आपूर्ति व्यवस्था ध्वस्त हो गई और कई कस्बे व गांवों की बत्ती गुल रही। वहीं, कन्नौज में गंगा के जलस्तर में चार दिन से उतार जारी है। शुक्रवार को 123.310 मीटर दर्ज किया गया है। चेतावनी बिंदु 124.70 मीटर पर है। इससे चेतावनी बिंदु से गंगा का जलस्तर अब 1.39 मीटर नीचे है।

    Etawaha में पेड़ के नीचे खड़े मजदूर की मौत

    इटावा के सैफई क्षेत्र के ग्राम डेरा बंजारन में बारिश और तेज हवा के कारण 40 वर्षीय मजदूर राजेंद्र निवासी ग्राम भिडरुआ पेड़ के नीचे खड़ा हो गया था। तभी पेड़ गिर गया और उसकी मौत हो गई। इधर, गुरुवार की रात ढाई बजे बारिश से एक घर के कमरे की कच्ची छत गिरने से कमरे में लेटे पिता दो पुत्र मलबे में दबकर घायल हो गये । मोहल्ले के लोगों ने रात में दो घण्टे के प्रयास के बाद अंधेरे व बारिश के बीच मलबे में दबे पिता प्रहलाद सिंह व पुत्रों गौरव व सौरभ को अस्पताल ले गए।तीनों घायल चकरनगर क्षेत्र के ककरैया गांव के रहने वाले हैं। बकेवर में अपने किसी परिचित के यहां आये थे।

    Auraiya में गिरी आसमानी बिजली

    शुक्रवार शाम चार बजे यमुना का जलस्तर 107.34 मीटर पहुंच गया है। जबकि गुरुवार को 108.25 मीटर था। वहीं मौसम में बदलाव रहा। गुरुवार रात से तेज हवाएं चली और रुक-रुक कर वर्षा सुबह तक हुई। दिन में कभी धूप तो कभी काले बादल जाए रहे। बिधूना में के मुहल्ला तिलक नगर में गुरुवार देर रात एक बैट्री की दुकान में बिजली गर गई। जिससे आस पास की दीवारों क्षति ग्रस्त हुई। साथ ही बैट्री और सोलर पैनल को भी नुकसान हुआ।

    Farukhabad में घट रहा जलस्तर

    शुक्रवार को गंगा का जलस्तर 10 सेंटीमीटर घटकर समुद्र तल से 136.60 मीटर पर स्थित चेतावनी बिंदु से 55 सेमी नीचे 136.05 मीटर पर पहुंच गया है। केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक नरौरा बांध से 38740 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। रामगंगा का जलस्तर घटकर गेज के नीचे पहुंच गया है। खो, हरेली, रामनगर से रामगंगा में 970 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। बांधों से कम पानी छोड़े जाने के कारण नदियों का जलस्तर और भी घट जाएगा।

    Orai में बेतवा का जलस्तर बढ़ा, यमुना व सिंध घटी

    मप्र सहित कई अन्य प्रदेशों में लगातार हो रही बारिश के कारण बांधों का पानी ओवरफ्लो होने लगा था जिससे बेतवा व यमुना में पानी छोड़ा गया था। जिससे जलस्तर में बढ़ोत्तरी हुई थी। अब यमुना का जलस्तर घटने लगा है और बेतवा का जलस्तर धीरे-धीरे बढ़ रहा है। साथ ही सिंध नदी का जलस्तर तेजी से घटा है जिससे कई गांवों के लोगों ने राहत की सांस ली है। बेतवा नदी के खतरे का निशान 122.66 पर है। अभी 112 मीटर पर पानी बह रहा है। साथ ही यमुना नदी के जलस्तर में दो मीटर कमी आई है। खतरे के निशान 108 मीटर के स्थान पर 102 मीटर पर नदी का पानी बह रहा है।

    Chitrakoot में चार लोगों की गई जान, कई मकान गिरे

    बारिश थमने के साथ मंदाकिनी और बरदहा नदी की बाढ़ थम गई है लगातार पानी घट रहा है। ओहन, रसिन व गुंता बांध के फाटक बंद कर दिए गए हैं लेकिन यमुना नदी का पानी बढ़ने लगा है। हालांकि अभी अपने खतरे से निशान 93.50 से सात मीटर नीचे 86.22 में बह रही है। शुक्रवार को तो बारिश नहीं हुई है लेकिन बीते 24 घंटे में जिले में 109 मिमी वर्षा हुई है जिसमें सबसे अधिक कर्वी तहसील में 175 मिमी है। इस बारिश ने जमकर तबाही मचाई है बाढ़ में बहने व मकान गिरने में चार लोगों को जान चली गई है जबकि दो सौ अधिक मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। पहाडी कस्बा के नांदी रोड पर 38 वर्षीय अनिल उर्फ रिंकू सिंह का पक्का मकान गिर गया। जिसमें वह 32 वर्षीय पत्नी सोनी, पांच वर्षीय बेटी शिवांगी सिंह और एक वर्षीय बेटा शिवा के साथ मलबे में दब गया। बेटा व बेटी की मौत हो गई। वहीं पड़री नाला में बहे किशोर 17 वर्षीय लवकुश और 16 वर्षीय जीतू का शव मिल गए हैं।

    Mahoba में भी गिरे मकान

    रात्रि थाना श्रीनगर के ग्राम सिजहरी में कच्चा मकान ढहने से मलबे में दबकर 42 वर्षीय वृंदावन यादव, उसकी पत्नी 35 वर्षीय जशोदा, पुत्र 16 वर्षीय प्राण सिंह व 8 वर्षीय ज्ञानसिंह घायल हो गए। उन्हें जिला अस्पताल लाया गया। यहां जशोदा व प्राण सिंह को मृत घोषित कर दिया। इसी गांव के 55 वर्षीय राजेंद्र तिवारी मकान गिरने से मलबे में दबकर घायल हो गए। जैतपुर ब्लाक के रगौलिया बुजुर्ग में मकान का छज्जा गिरने से 32 वर्षीय ऊषा व उसके पति छोटेलाल घायल हो गए। लहचूरा और उर्मिल बांध के फाटक खोलकर करीब एक लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया। 24 घंटे में महोबा शहर में 144, कुलपहाड़ में 165 व चरखारी क्षेत्र में 134 मिमी वर्षा रिकार्ड की गई। शहर सहित ननौरा, महोबकंठ, बेलाताल क्षेत्र में कई घरों के गिरने से गृहस्थी सहित हजारों की क्षति हुई। वहीं फाल्ट आदि से 200 गांवों की आपूर्ति प्रभावित हुई।

    Kanpur में गंगा किनारे बढ़ाई सतर्कता

    कानपुर में गंगा के किनारे के गांवों में सतर्कता बढ़ा दी गयी है, ताकि कहीं अचानक गंगा का जलस्तर बढ़ने पर गांव वालों को सुरक्षित किया जा सके। 14 जुलाई को शुक्लागंज में गंगा का जलस्तर 110.83 मीटर हो गया है, जो तीन दिन बाद 17 जुलाई को 110.71 मीटर हो गया है। तीन दिन में गंगा का जलस्तर 11 सेंटीमीटर गिर गया है। बिधनू के 300 गांवों-मजरों में बिजली आपूर्ति प्रभावित है।

    comedy show banner
    comedy show banner