कानपुर के मेडिकल कॉलेज में फिर रैगिंग, जूनियर डॉक्टरों ने इंटर्न छात्रों को पीट सीढिय़ों से फेंका
जीएसवीएम मेडिकल कालेज के ब्वॉयज हास्टल में जाकर सर्जरी विभाग के 20-25 जूनियर डॉक्टरों ने उत्पात मचाया। इंटर्न छात्रों की पिटाई की और नीचे फेंक दिया।
By Nawal MishraEdited By: Published: Tue, 01 Jan 2019 04:41 PM (IST)Updated: Wed, 02 Jan 2019 12:24 PM (IST)
कानपुर, जेएनएन। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के ब्वॉयज हास्टल (बीएच-4) में सोमवार देर रात सर्जरी विभाग के जूनियर डॉक्टरों ने जमकर उत्पात मचाया। हॉस्टल में तोडफ़ोड़ की और कमरों में पढ़ रहे इंटर्न छात्रों को खींच कर पिटते हुए सीढिय़ों से फेंक दिया, जिससे उन्हें गंभीर चोटें आई हैं। इसकी शिकायत यूजीसी की एंटी रैगिंग सेल पर हुई तो शासन, जिलाधिकारी, एसएसपी एवं कालेज प्रशासन से जांच रिपोर्ट मांगी गई है।
मेडिकल कॉलेज के बीएच-4 में इंटर्नशिप के छात्र रहते हैं, जो एमडी/एमएस (पीजी) की तैयारी कर रहे हैं। उनकी परीक्षा 06 जनवरी को होनी है, इसलिए उन्होंने हॉस्टल में नए साल का जश्न नहीं मनाया। यूजीसी की एंटी रैगिंग सेल में यूपी-5118 में हुई शिकायत के मुताबिक सोमवार रात कुछ इंटर्न सो गए थे, जबकि कुछ कमरों में पढ़ाई कर रहे थे। रात लगभग एक बजे गाली-गलौज एवं तोडफ़ोड़ की आवाजें आने लगीं। कुछ सीनियर छात्र हॉस्टल के कमरों के दरवाजा पर लात मार कर खुलवाने लगे। दरवाजा खोलते ही इंटर्न छात्रों का कॉलर पकड़ कर खींचते हुए पिटाई करने लगे। आरोप है कि पिटाई करने वाले नशे में धुत सर्जरी विभाग के जूनियर डॉक्टरों समेत 15-20 जूनियर रेजीडेंट थे, जो कुछ छात्रों को ढूंढ रहे थे। बारी-बारी से कमरे खुलवाकर बाहर खींच कर इंटर्न छात्रों की पिटाई की और फिर उन्हें सीढिय़ों से नीचे फेंक दिया। इसमें सभी छात्र गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के बाद दो जूनियर डॉक्टरों ने फोन करके इंटर्न छात्रों से शिकायत न करने की धमकी दी है। इससे पैरा एच-2 बैच के इंटर्न छात्र दहशत में हैं और लिखित शिकायत प्राचार्य से की है।
वार्ड ड्यूटी में करते हैं अपमानित
वार्ड में ड्यूटी के दौरान सर्जरी के जूनियर डॉक्टर धमका कर इंटर्न बैच की छात्राओं का फोन नंबर जबरन लेते हैं। फिर उन्हें गंदे मैसेज और अभद्र भाषा में बात करते हैं। फोन नंबर नहीं देने पर अपमानित करते हैं। इंटर्नशिप कम्पलीशन नहीं देने की धमकी देते हैं।
नए साल की पार्टी में हुआ झगड़ा
जीएसवीएम मेडिकल कालेज के प्रॉक्टर डॉ. जीडी यादव का कहना है कि सोमवार की रात में नए साल की पार्टी थी। उसके बाद सर्जरी के जेआर और इंटर्न छात्रों के बीच झगड़ा हुआ है, रैगिंग जैसी बात नहीं है। यह तरंग से जुड़ा मामला है। सर्जरी के विभागाध्यक्ष से बात की थी, लेकिन वह बाहर गए हैं। पूरे मामले की जांच कराकर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मेडिकल कॉलेज के बीएच-4 में इंटर्नशिप के छात्र रहते हैं, जो एमडी/एमएस (पीजी) की तैयारी कर रहे हैं। उनकी परीक्षा 06 जनवरी को होनी है, इसलिए उन्होंने हॉस्टल में नए साल का जश्न नहीं मनाया। यूजीसी की एंटी रैगिंग सेल में यूपी-5118 में हुई शिकायत के मुताबिक सोमवार रात कुछ इंटर्न सो गए थे, जबकि कुछ कमरों में पढ़ाई कर रहे थे। रात लगभग एक बजे गाली-गलौज एवं तोडफ़ोड़ की आवाजें आने लगीं। कुछ सीनियर छात्र हॉस्टल के कमरों के दरवाजा पर लात मार कर खुलवाने लगे। दरवाजा खोलते ही इंटर्न छात्रों का कॉलर पकड़ कर खींचते हुए पिटाई करने लगे। आरोप है कि पिटाई करने वाले नशे में धुत सर्जरी विभाग के जूनियर डॉक्टरों समेत 15-20 जूनियर रेजीडेंट थे, जो कुछ छात्रों को ढूंढ रहे थे। बारी-बारी से कमरे खुलवाकर बाहर खींच कर इंटर्न छात्रों की पिटाई की और फिर उन्हें सीढिय़ों से नीचे फेंक दिया। इसमें सभी छात्र गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के बाद दो जूनियर डॉक्टरों ने फोन करके इंटर्न छात्रों से शिकायत न करने की धमकी दी है। इससे पैरा एच-2 बैच के इंटर्न छात्र दहशत में हैं और लिखित शिकायत प्राचार्य से की है।
वार्ड ड्यूटी में करते हैं अपमानित
वार्ड में ड्यूटी के दौरान सर्जरी के जूनियर डॉक्टर धमका कर इंटर्न बैच की छात्राओं का फोन नंबर जबरन लेते हैं। फिर उन्हें गंदे मैसेज और अभद्र भाषा में बात करते हैं। फोन नंबर नहीं देने पर अपमानित करते हैं। इंटर्नशिप कम्पलीशन नहीं देने की धमकी देते हैं।
नए साल की पार्टी में हुआ झगड़ा
जीएसवीएम मेडिकल कालेज के प्रॉक्टर डॉ. जीडी यादव का कहना है कि सोमवार की रात में नए साल की पार्टी थी। उसके बाद सर्जरी के जेआर और इंटर्न छात्रों के बीच झगड़ा हुआ है, रैगिंग जैसी बात नहीं है। यह तरंग से जुड़ा मामला है। सर्जरी के विभागाध्यक्ष से बात की थी, लेकिन वह बाहर गए हैं। पूरे मामले की जांच कराकर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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