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    Kanpur News: कानपुर की सीएसए यूनिवर्सिटी में भर्ती में गड़बड़ी को लेकर हंगामा, कुलपति कार्यालय घेरा

    By akhilesh tiwari Edited By: Anurag Shukla1
    Updated: Mon, 14 Jul 2025 09:53 PM (IST)

    चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (CSA) कानपुर में सोमवार को हंगामा हुआ। छात्रों ने असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती के रोस्टर को लेकर हंगामा किया। कुलपति कार्यालय को चार घंटे तक घेरे रखा। इसके बाद कुलपति के साथ वार्ता चली। छात्रों ने भर्ती अर्हता पर गड़बड़ी का आरोप लगाया है।

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    छात्रों और एवीबीपी के पदाधिकारियों के साथ जमीन पर बैठकर वार्ता करते कुलपति डा.आनंद सिंह। जागरण

    जागरण संवाददाता, कानपुर। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में सोमवार को छात्रों ने जमकर हंगामा किया। पशुपालन विभाग में तैनात किए जाने वाले विषयगत मामलों के विशेषज्ञ (एसएमएस) पदों पर भर्ती की अर्हता में छेड़छाड़ किए जाने का आरोप लगा रहे छात्रों ने नया विज्ञापन जारी करने की मांग उठाई। चार घंटे तक चले हंगामे के बाद कुलपति के साथ हुई वार्ता में समस्या समाधान पर सहमति बनी है।

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    विश्वविद्यालय परिसर में सोमवार दोपहर में सैकड़ों छात्र एकजुट होकर नारेबाजी करने लगे। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के बैनर तले एकजुट छात्र पहले चंद्रशेखर आजाद की प्रतिमा के पास पहुंचे। बाद में कुलपति से मुलाकात करने की मांग करते हुए कार्यालय के बाहर डेरा डाल दिया। दोपहर दो बजे के बाद से शुरू हुआ घेराव शाम छह बजे तक जारी रहा।

    कुलपति ने बाद में बाहर निकल प्रदर्शन कर रहे छात्रों के प्रतिनिधियों से बातचीत की। प्रदर्शनकारियों ने उन्हें एक ज्ञापन भी सौंपा और विश्वविद्यालय में नियमों के उल्लंंघन का सवाल उठाया। पांच प्रमुख पदों पर एक शिक्षक को तैनात किए जाने का भी विरोध किया।

    कुलपति ने छात्रों को बताया कि सब्जेक्ट मैटर स्पेशलिस्ट (एसएमएस) पद पर भर्ती के लिए विज्ञापन जारी करने में आइसीएआर के नियमों का पालन किया गया है। जहां तक विश्वविद्यालय के नए रोस्टर का मामला है तो इसे शासन के निर्देश के अनुरूप हिंदी वर्णक्रम में जारी किया गया है। इसलिए बदलाव हुए हैं।

    प्रदर्शनकारी शोध छात्र उत्कर्ष उपाध्याय ने बताया कि कुलपति ने कहा है कि छात्रावासों की समस्या का समाधान एक सप्ताह में करा दिया जाएगा। प्रदर्शन करने वालों में ज्ञानेन्द्र, सुधांशु, एल्विन, प्रभात, उत्कर्ष पासवान, दिव्य निगम, उपेंद्र, सुमित, गुंजन सहित सैकड़ों कार्यकर्ता व विद्यार्थी उपस्थित रहे।

    इन मांगों पर अड़े थे प्रदर्शनकारी

    पशु पालन एवं दुग्ध विज्ञान विभाग के एसएमएस पद के लिए न्यूनतम शैक्षिक योग्यता (स्नातक कृषि 4 साल, तथा परास्त्रातक पशु पालन एवं दुग्ध विज्ञान से होना चाहिए) परन्तु जिन 59 छात्रों को लिखित परीक्षा हेतु योग्य माना गया है उनमें चार वर्षीय स्रातक कृषि के साथ साथ पांच वर्षीय स्नातक वेटनरी साइंस को भी योग्य माना गया है। इसे रद कर दोबारा विज्ञापन प्रकाशित कराया जाए।

    • विश्वविद्यालय के विभिन्न पदों पर आरक्षण नियमों को मूल रोस्टर के अनुरूप लागू कराया जाए। नए रोस्टर में समिति सदस्यों के हस्ताक्षर नहीं है। इस मनमानी व्यवस्था को खत्म करें।
    • पुस्तकालय में नवीन संस्करण की किताबों, जर्नल, तथा कृषि की मासिक पत्रिकाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए ।
    • अत्यधिक गर्मी में छात्रों को कूलर चलाने हेतु न्यूनतम बिजली शुल्क पूर्ति के चलाने की अनुमति प्रदान की जाए।

    छात्र अपनी समस्याएं लेकर आए थे। उनसे बातचीत की और नियमों के बारे में बताया है। छात्रावासों की समस्या दूर करने के लिए कार्रवाई की जा रही है।

    - डा. आनंद कुमार सिंह , कुलपति सीएसए