कानपुर में समृद्धि कार्यक्रम से बच्चों की नींव मजबूत करेंगे परिषदीय विद्यालय, लर्निंग गैप को भरने की पूरी तैयारी
अब इस लर्निंग गैप को भरने की पूरी तैयारी विभाग ने कर ली है। स्कूलों में मंगलवार से आगामी 48 दिनों तक समृद्धि कार्यक्रम का आयोजन होगा। जिसमें सबसे पहले बच्चों का समूहीकरण किया जाएगा। इसके बाद उन्हें हर विषय की उतनी जानकारी दी जाएगी।

कानपुर, जेएनएन। जब से कोरोना महामारी का असर देश में हुआ, तब से ही परिषदीय विद्यालयों के बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होने लगी थी। अभी कुछ माह पहले जब कोरोना संक्रमण की स्थिति ठीक हुई तो बच्चे स्कूलों में आकर पढ़ाई करने लगे। हालांकि, लगभग डेढ़ साल में बच्चों के लिए जो लर्निंग गैप बन गया, उसे भरना बहुत जरूरी था। इस बात को बेसिक शिक्षा विभाग के आला अफसरों ने तब समझा, जब उन्होंने स्कूल खुलने के दौरान लगातार तीन दिनों तक प्रदेश के सभी 75 जिलों का दौरा किया।
अब इस लर्निंग गैप को भरने की पूरी तैयारी विभाग ने कर ली है। स्कूलों में मंगलवार से आगामी 48 दिनों तक समृद्धि कार्यक्रम का आयोजन होगा। जिसमें सबसे पहले बच्चों का समूहीकरण किया जाएगा। इसके बाद उन्हें हर विषय की उतनी जानकारी दी जाएगी, जितनी उनके काम आ सके और वह पहले की तरह स्कूली पढ़ाई में पूरी तरह से पारंगत हो जाएं।
हर विकासखंड में बैठक कर रहीं डायट प्राचार्य: समृद्धि कार्यक्रम के संचालन में किसी तरह की लापरवाही न हो, इसके लिए जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) की प्राचार्य रेखा श्रीवास्तव सभी जिलों में विकासखंड वार बैठक कर रही हैं। उन्होंने सभी खंड शिक्षाधिकारियों को निर्देशित किया है, कि यह कार्यक्रम हर हाल में 48 दिनों तक संचालित रहना चाहिए। अगर किसी दिन छुट्टी है तो उसके अगले दिन जब स्कूल खुले तब कार्यक्रम का संचालन हो।
शासन से भेजी गई पाठ्य सामग्री: स्टेट रिसोर्स ग्रुप पर्सन (एसआरजी) राजेश यादव ने बताया कि बच्चों को पढ़ाने के लिए शासन से पाठ्य सामग्री भेजी गई है। इसमें तीन भाषा और तीन गणित की पुस्तकें हैं। जिनकी मदद से शिक्षक बच्चों को पढ़ाएंगे।
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