Vande Bharat Train: कानपुर से काठगोदाम तक वंदे भारत ट्रेन चलाने की तैयारी, अधिकारी रेलमंत्री को लिखेंगे पत्र
Vande Bharat Train काठगोदाम तक वंदे भारत एक्सप्रेस का संचालन मील का पत्थर साबित होगा। भविष्य में सेंट्रल स्टेशन से प्रयागराज व वाराणसी तक इसका संचालन बढ़ाने से दोनों राज्यों के संबंधित क्षेत्रों को रेलवे मानचित्र पर विशेष पहचान मिलेगी। बाबा विश्वनाथ व केदारनाथ धाम के बीच सीधा जुड़ाव होने से लाखों श्रद्धालुओं की आस्था को बल मिलेगा। साथ ही इससे कई जिलों के लोगों को भी लाभ मिलेगा।
शिवा अवस्थी, कानपुर।
वाराणसी से बढ़ेगा कानपुर का जुड़ाव
ये होगा फायदा
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20 से अधिक पूर्वांचल, कानपुर-बुंदेलखंड व आसपास के जिलों के लोगों को मिलेगा सुगम सफर। -
25 से 30 हजार निजी व सरकारी क्षेत्र के कर्मचारी हैं दोनों प्रांतों में, वंदे भारत के संचालन वाले दोनों रूट पर। -
50 हजार प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से कारोबार व उद्यम से जुड़े उद्यमी, व्यापारी, कर्मी हैं, जो प्लाई, होटल, आयुर्वेदिक सामान, चमड़ा, पर्यटन उद्योग से जुड़े हैं। -
2 से तीन लाख श्रद्धालु व पर्यटक प्रतिवर्ष आवाजाही करते उत्तराखंड और बाबा विश्वनाथ दरबार वाराणसी, जो कानपुर तक आसानी से आ-जा सकेंगे।
चला सकते स्लीपर वंदे भारत भी
इन दो रूटों पर चला सकते
पहला
दूसरा