यूपी के इस शहर में अवैध बस्ती में रोहिंग्या और बांग्लादेशियों की तलाश, पुलिस चला रही अभियान
कोतवाली क्षेत्र में रोहिंग्या ऑटो चालक के पकड़े जाने के बाद कानपुर पुलिस ने साईंपुरवा बस्ती में तलाशी अभियान चलाया। एडीसीपी दक्षिण महेश कुमार ने बाबूपुरवा पुलिस के साथ बस्ती में पूछताछ की लेकिन कोई भी रोहिंग्या या बांग्लादेशी नहीं मिला। वहां रहने वाले लोग असम से थे और उन्होंने अपने दस्तावेज दिखाए। बस्तीवासियों ने बताया कि कुछ दबंग उनसे जबरन किराया वसूलते हैं जिसकी पुलिस जांच कर रही है।

जागरण संवाददाता, कानपुर। कोतवाली थाना क्षेत्र में रोहिंग्या आटो चालक के पकड़े जाने के बाद शहर में अवैध रूप से रह रहे संदिग्धों की तलाश शुरू हो गई है। मंगलवार को एडीसीपी दक्षिण महेश कुमार ने बाबूपुरवा पुलिस के साथ झकरकटी बस अड्डे के पीछे बसी सांईपुरवा अवैध बस्ती में अभियान चलाकर रह रहे लोगों से पूछताछ की। हालांकि बस्ती में न तो कोई बांग्लादेशी मिला और न ही रोहिंग्या।
वहां पर रहने वाले सभी परिवार असम के निकले, जिन्होंने अपने दस्तावेज भी दिखाए। एडीसीपी के मुताबिक सांई पुरवा में संदिग्धों के रहने की सूचना पर अभियान चलाया गया था। बस्ती में रह रहे लोग दूसरे राज्यों के मिले हैं, जो बांस की टोकरियां आदि बनाकर बेचते हैं। उन्होंने अपने दस्तावेज दिखाए। वहां पर कोई भी रोहिंग्या या बांग्लादेशी नहीं मिला।
यहां पर रहने के लिए भी देने पड़ रहे रुपये
तलाशी अभियान के दौरान बस्ती में रह रह रहे लोगों का दर्द भी सामने आ गया। बोले, पहले घंटाघर स्टेशन के पास झोपड़ी बनाकर रहते थे, लेकिन मेट्रो निर्माण के चलते उन्हें वहां से हटना पड़ा। बाद में यहां आकर रहने लगे, लेकिन अवैध बस्ती के बावजूद इलाके के कुछ दबंग उनसे जबरन किराया वसूल करते हैं।
न देने पर मारपीट कर घर का सामान उठाकर फेंक देते हैं। बस्ती में रहने वालों ने कुछ लोगों के नाम भी पुलिस को बताए हैं। एडीसीपी ने थाना प्रभारी को जांच कराकर ऐसे लोगों पर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
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