इंद्रधनुषी रंगों से उकेर रहे भारतेंदु हरिश्चंद्र व गोविद बल्लभ पंत का व्यक्तित्व
मुंबई ग्वालियर लखनऊ व दिल्ली समेत देश भर से आए 18 कलाकार

जागरण संवाददाता, कानपुर: छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (सीएसजेएमयू) में राज्य ललित कला अकादमी व स्कूल आफ फाइन आर्ट्स एंड परफार्मिंग आर्ट्स के संयुक्त तत्वावधान में पहली बार भारतेंदु हरिश्चंद्र और पं. गोविंद बल्लभ पंत के व्यक्तित्व पर चित्रकारी शिविर लगाया गया। तीन दिवसीय इस शिविर में मुंबई, ग्वालियर, लखनऊ व दिल्ली समेत अन्य शहरों से आए 18 कलाकार इंद्रधनुषी रंगों से दोनों महान हस्तियों के व्यक्तित्व व कृतित्व को उकेरना शुरू कर दिया।
इससे पहले शिविर का उद्घाटन कुलसचिव डा. अनिल कुमार यादव ने किया। इस दौरान विशिष्ट अतिथि डीएवी डिग्री कालेज के चित्रकला विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो. अभय द्विवेदी ने चित्रकारी की बारीकियों के बारे में बताया। ग्वालियर से आए भारतेंदु फाइन आर्ट कालेज के शिक्षक ओम प्रकाश महौर ने बताया कि वह चित्रकारी में एक्रेलिक रंगों का इस्तेमाल करेंगे। उन्होंने बताया कि किसी भी चित्रकला का आकर्षण रंगों के कंपोजीशिन व वैरिएशन पर निर्भर करता है। मुंबई से आए चित्रकार मनीष उपाध्याय को चित्रकला के क्षेत्र में 25 वर्ष का अनुभव है। लखनऊ आर्ट कालेज से आए संजय कुमार राज ने बताया कि एक पेंटिग का आकर्षण उसकी फिनिशिग पर निर्भर करता है। कोई भी अच्छी पेंटिंग चार से पांच लेयर में तैयार होती है। तब रंगों का बेहतर तालमेल दिखता है। फाइबर ग्लास में दो सौ से अधिक पेंटिग बना चुके महाराजा हरिश्चंद्र डिग्री कालेज मुरादाबाद के शिक्षक मुकेश सैनी ने बताया कि इंद्रधनुषी रंगों से बनाई गई चित्रकारी आकर्षक होती है। कार्यक्रम में चीफ प्राक्टर प्रो. संजय स्वर्णकार, फाइन आर्ट विभागाध्यक्ष डा. बृजेश स्वरूप कटियार समेत अन्य शिक्षक व छात्र छात्राएं मौजूद रहे।

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