'ट्रेन में कोई डॉक्टर है', शताब्दी एक्सप्रेस में फफूंद के पास बीमार पड़ा यात्री; फिर क्या हुआ?
लखनऊ जंक्शन स्वर्ण शताब्दी एक्सप्रेस के कोच संख्या 14 में सीट नंबर सात पर बैठे यात्री रजनीश को सांस लेने में दिक्कत हुई। इससे थोड़ी देर के लिए ट्रेन के कोच में यात्रियों के बीच हलचल मच गई। ट्रेन में उपस्थित डाक्टर ने उनकी जांच की तो ब्लड प्रेशर की समस्या मिली। इसके बाद दवा दी गई। थोड़ी देर में हालत सामान्य होने पर सभी ने राहत की सांस ली।

जागरण संवाददाता, कानपुर। हेलो, ट्रेन में कोई डॉक्टर है क्या? कोच में बीमार यात्री को देखकर उनकी समस्या समझ लें। यात्रा के दौरान अचानक सांस लेने में दिक्कत पर डॉक्टरों ने उन्हें ब्लड प्रेशर की समस्या बता दवा दी। लखनऊ जंक्शन स्वर्ण शताब्दी एक्सप्रेस में सोमवार सुबह औरैया के फफूंद के पास यह स्थिति बनी। इससे साफ है कि ट्रेन में रास्ते में बीमार पड़े तो स्टेशन आने तक उपचार भगवान भरोसे ही है।
लखनऊ जंक्शन स्वर्ण शताब्दी एक्सप्रेस के कोच संख्या 14 में सीट नंबर सात पर बैठे यात्री रजनीश को सांस लेने में दिक्कत हुई। इससे थोड़ी देर के लिए ट्रेन के कोच में यात्रियों के बीच हलचल मच गई। ट्रेन में उपस्थित डाक्टर ने उनकी जांच की तो ब्लड प्रेशर की समस्या मिली। इसके बाद दवा दी गई। थोड़ी देर में हालत सामान्य होने पर सभी ने राहत की सांस ली।
क्या बोले अधिकारी?
सेंट्रल स्टेशन के निदेशक आशुतोष सिंह ने बताया, मामला उनके संज्ञान में नहीं आया। संभव है कि यात्री को दिक्कत होने पर उपचार दिया होगा। प्रतिदिन किसी भी यात्री को समस्या होने पर तत्काल उपचार कराया जाता है।
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