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रूमा औद्योगिक क्षेत्र काे दोहरे टैक्स से मिलेगी निजात, नगर निगम कराएगा विकास

यूपीसीडा प्रबंधन द्वारा रूमा औद्योगिक क्षेत्र विकास तो कराया जाता रहा है लेकिन सुनियोजित तरीके से काम नहीं हो पा रहा था। यूपीसीडा अब कानपुर नगर निगम को औद्योगिक क्षेत्र का हस्तांतरण कर देगा इससे अब उद्यमियों पर एक टैक्स का बोझ रहेगा।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Wed, 23 Sep 2020 07:55 AM (IST)Updated: Wed, 23 Sep 2020 01:54 PM (IST)
रूमा औद्योगिक क्षेत्र काे दोहरे टैक्स से मिलेगी निजात, नगर निगम कराएगा विकास
कानपुर नगर निगम हाउस टैक्स लेगा। डेमो पिक

कानपुर, जेएनएन। रूमा औद्योगिक क्षेत्र के उद्यमियों को अब दोहरे टैक्स की मार से राहत मिलने वाली है। नगर निगम यहां हाउस टैक्स की वसूली करता है तो यूपीसीडा प्रबंधन उद्यमियों से मरम्मत शुल्क लेता है। उद्यमी वर्षों से दोहरे टैक्स से निजात की मांग करते रहे हैं। अब उनको राहत मिलने जा रही है, क्योंकि यूपीसीडा प्रबंधन इस औद्योगिक क्षेत्र को नगर निगम को हस्तांतरित करने जा रहा है। हस्तांतरण की प्रक्रिया पूरी होने के बाद यहां विकास कार्य नगर निगम ही कराएगा। यूपीसीडा के सीईओ और नगर आयुक्त की बैठक में औद्योगिक क्षेत्र के हस्तांतरण पर सहमति बन गई है। जल्द ही इस पर फैसला हो जाएगा।

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रूमा औद्योगिक क्षेत्र में सड़कें पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थीं। इसके साथ ही नालों की सफाई का कार्य भी समय से नहीं हो पाता है। परिणाम स्वरूप बरसात के दिनों में जलभराव की समस्या तो होती ही है आम दिनों में भी कारखानों का पानी जहां तहां रुक जाता है। टैक्स लेने के बाद भी नगर निगम की ओर से वहां विकास की एक ईंट नहीं रखी जाती थी। यूपीसीडा प्रबंधन वहां विकास तो कराता है, लेकिन सुनियोजित तरीके से काम नहीं हो पा रहा था। अब वहां सड़कों के निर्माण का कार्य चल रहा है। नालों की मरम्मत व सफाई का कार्य भी होगा। ये कार्य होने के साथ ही नगर निगम को यह औद्योगिक क्षेत्र हस्तांतरित हो जाएगा। यहां जो हाउस टैक्स उद्यमियों से वसूला जाएगा, उसका 60 फीसद वहीं खर्च होगा।

24 रुपये प्रतिवर्ग मीटर मरम्मत शुल्क

यहां डेढ़ सौ इकाइयां हैं। उद्यमियों से यूपीसीडा प्रबंधन दो वर्षों से 24 रुपये प्रति वर्ग मीटर की दर से मरम्मत शुल्क प्रतिवर्ष ले रहा है, जबकि दो साल पहले ये शुल्क आठ रुपये प्रति वर्ग मीटर था। साथ ही हाउस टैक्स भी देना पड़ता था। इससे बड़ा आर्थिक बोझ उद्यमियों पर पड़ रहा था।

  • हस्तांतरण की मांग तो वर्षों से की जा रही है, लेकिन हर बार सिर्फ आश्वासन ही मिला। अब खुशी है कि प्रबंधन हस्तांतरण की प्रक्रिया पूरी करने जा रहा है।-प्रवीन सुराना, उद्यमी
  • मरम्मत शुल्क से निजात मिलने से उद्यमियों को बड़ा आर्थिक लाभ होगा। अभी तो हम बिना वजह दो टैक्स भर रहे हैं। प्रबंधन के फैसले का स्वागत करते हैं। -बद्री प्रसाद गुप्ता, उद्यमी
  • दोहरे टैक्स का मुद्दा कई वर्षों से उठ रहा है, लेकिन समस्या का समाधान अब होने जा रहा है। देर से ही सही यूपीसीडा ने बड़ा कदम उठाया है। -मनोज बंका, प्रांतीय अध्यक्ष पीआइए
  • नगर निगम को हस्तांतरण की प्रक्रिया जल्द ही पूरी कर ली जाएगी। इस संबंध में नगर आयुक्त से बात हो गई है। उद्यमियों को इससे बड़ी राहत मिलेगी। -मयूर माहेश्वरी, सीईओ यूपीसीडा

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