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    मंधना के पास फंसा रिंग रोड का फ्लाइओवर, एनएचएआई ने दिया डिजाइन में बदलाव का प्रस्ताव

    By Abhishek AgnihotriEdited By:
    Updated: Wed, 13 Oct 2021 02:59 PM (IST)

    जाम में जकड़े शहर को रिंग रोड ही निजात दिला सकता है जिसके चलते मंधना से सचेंडी के बीच रोड निर्माण प्रस्तावित है। तैयार डिजाइन पर एनएचएआई ने आपत्ति जताते हुए मंधना के पास बनने वाले फ्लाइओवर के लिए दोबारा सर्वे का आदेश दिया है।

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    रिंग रोड से कानपुर को जाम से मुक्ति मिलेगी।

    कानपुर, जेएनएन। जीटी रोड और शहर को जाम से मुक्त कराने वाली रिंग रोड पर मंधना के पास फ्लाइओवर का पेंच फंस गया है। फिलहाल जीटी रोड पर मंधना के पास रिंग रोड की डिजाइन में परिवर्तन के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण मुख्यालय की ओर से कहा गया है। अब कंसलटेंट की ओर से पुन: सर्वे किया जा रहा है और नये सिरे से तय होगा कि मंधना के पास जीटी रोड पर फ्लाईओवर कहां बनेगा। कहां पर कितनी ऊंचाई और लंबाई कितनी होगी।

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    जाम में जकड़े कानपुर को अब सिर्फ रिंग रोड से उम्मीद है, क्योंकि इसके बन जाने से बाहर जाने वाले भारी और हल्के वाहन शहर में प्रवेश नहीं करेंगे। इसके अलावा शहरी लोगों को भी आवागमन में आसानी हो जाएगी। रिंग रोड का प्रस्ताव काफी समय से लंबित था लेकिन इधर उपयोगिता को समझते हुए फिर कवायद तेज हुई। पहले मंधना-भौंती बाइपास का प्रस्ताव बना लेकिन बाद में उसे रिंग रोड मर्ज कर दिया गया और रिंग रोड पर ध्यान केंद्रित कर दिया गया।

    रिंग रोड के प्रथम चरण में मंधना से सचेंडी तक निर्माण प्रस्तावित है। यह हिस्सा जीटी रोड को हाईवे से जोड़ेगा, जिसके लिए तैयारी ने गति पकड़ ली है। फिलहाल तैयार डिजाइन एनएचएआई को भेजा गया था लेकिन एनएचएआई ने मंधना के पास रिंग रोड के फ्लाइओवर के डिजाइन में बदलाव का आदेश दिया है। इसके तहत पुन: सर्वे शुरू कर दिया गया है। ऐसा इसलिए क्योंकि जहां पर रिंग रोड को जीटी रोड को क्रास करना है वहीं पर जीटी रोड पर फ्लाईओवर बनाया जा रहा है। यही वजह है कि अब भूमि अधिग्रहण के लिए अधिसूचना के प्रकाशन में देरी हो सकती है।

    सचेंडी से मंधना तक रिंग रोड के लिए अधिसूचना जारी हो चुकी है, लेकिन इसका प्रकाशन नही हुआ है। फिलहाल बघवट, मलिकपुर, मकरंदपुर बंधा, टोडरपुर, प्रतापपुर खास, ढिकिया, बाघपुर, अन्ने, रास्तपुर , फत्तेपुर म. निहुटा, टिकरी , हृदयपुर म. प्रतापपुर, बाराखेड़ा, सिंहपुर दिवनी, रंजीतपुर, भाऊपुर, खरगपुर बिठूर, चकटोडरपुर, बसौसी, निहुटा ये कानपुर देहात जिले के गांव हैं। इसी तरह खरगपुर, चकरतनपुर, टिकरा कानपुर, रौतेपुर, सुरार, दूल, भूल, नकटू, भीसी जरगांव, भौंती प्रतापपुर,, सुजानपुर, धरमंगदपुर, कटरा घनश्याम, भिसार, पकरी, दलेलपुर, , शेखपुर , सचेंडी , हलपुरा, कुर्मीखेड़ा खुर्द, चौबेपुर पक्खन, चक हजरतपुर, तिघरा, अमिलिहा, देवपालपुर, महाराजपुर, भवानीपुर, कुर्मीखेड़ा कला, गजेनपुर, मालौं, गोगूमऊ, सरायछीतम, रौतापुर कला, उमरी, नाढ़ूपुर, सहज्योरा, सरदारपुर, बहरामपुर, पूरा जसू, हंसपुर, ताजपुर, इंदलपुर जुगराज , शेरपूुर बैरा, बैसठी, चक बहरामपुर, ततारपुर, रायगोपालापुर, इटरा, दिलावरपुर टोसवा, रुद्रापुर, बनी, पचोर, गोविंदेपुर, पेम, चौबेपुर कला, गंभीरपुर, रैकेपुर, मकसूदाबाद आदि गांव कानपुर नगर जिले के हैं। इन गांवों से होकर रिंग रोड को भौंती से सचेंडी के बीच गुजरना है। हालांकि डिजाइन में संशोधन होने पर कुछ गांव और बढ़ सकते हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के परियोजना निदेशक पंकज मिश्रा का कहना है कि दोबारा सर्वे और डिजाइन का आदेश मिला है। इस पर कार्य किया जा रहा है।