दो हजार के नोट बदलवाने के खेल में खुल सकते नए राज, पुलिस ने RBI से अलग-अलग बिंदुओं पर मांगी जानकारी
पुलिस ने शुक्रवार को भारतीय रिजर्व बैंक परिसर के बाहर भारी भीड़ की जानकारी मिलने पर वहां छापेमारी की। पता चला कि भीड़ दो हजार रुपये के बंद हो चुके नोट बदलवाने के लिए जमा है। लाइन में लगे अधिकांश लोग मजदूर तबके के थे। पुलिस ने इनमें से छह को हिरासत में लेकर पूछताछ की और उनके खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था।

जागरण संवाददाता, कानपुर। मजदूरों के हाथों दो हजार रुपये के नोट भारतीय रिजर्व बैंक में बदलवाने के खेल में पुलिस ने भारतीय रिजर्व बैंक से कुछ बिंदुओं पर जानकारी मांगी हैं। माना जा रहा है कि सोमवार को पुलिस को इस संबंध में कई नई जानकारियां मिल सकती हैं। कोतवाली पुलिस ने शुक्रवार को भारतीय रिजर्व बैंक परिसर के बाहर भारी भीड़ की जानकारी मिलने पर वहां छापेमारी की थी।
वहां पहुंचने पर पता चला कि भीड़ दो हजार रुपये के बंद हो चुके नोट बदलवाने के लिए जमा है। लाइन में लगे अधिकांश लोग मजदूर तबके के थे। पुलिस ने इनमें से छह को हिरासत में लेकर पूछताछ की और उनके खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था। पूछताछ में सामने आया था कि कटे फटे नोट बदलने वाले यह खेल कर रहे हैं।
इस आधार पर पुलिस ने नयागंज में कटे फटे नोट बदलने वाले आशीष गुप्ता को भी गिरफ्तार कर लिया था। आशीष गुप्ता ने पुलिस को बताया कि वाराणसी और प्रयागराज के तमाम ऐसे व्यापारी हैं, जिनके पास दो हजार की नोटों की खेप अभी भी है। इसके अलावा कुछ अन्य शहरों से भी व्यापारी नोट ला रहे हैं। आशीष गुप्ता व अन्य के बयानों के आधार पर कटे फटे नोट बदलने वाले सुधाकर, रोहित व राकेश के नाम भी सामने आए हैं।
पुलिस ने प्रकरण में दस लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की है। डीसीपी पूर्वी श्रवण कुमार ने बताया कि सोमवार को कोतवाली पुलिस रिजर्व बैंक के अधिकारियो से मिलेंगे। नोट बदलने का काम कब से शुरू हुआ, नियम क्या हैं, किन लोगों ने नोट बदले हैं। इन सवालों के अलावा पुलिस आरोपितों के मोबाइल सीडीआर से भी जानकारियां जुटा रही है।

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