GSVM मेडिकल कॉलेज प्राचार्य का फैसला, साल्वर गैंग में शामिल छात्र अब परीक्षा में नहीं होगा शामिल
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के छात्र को नीट के साल्वर गैंग में पकड़ा गया है। प्राचार्य ने निर्णय से महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा को अवगत कराया है इससे पहले छात्र के निलंबन और हॉस्टल से निष्कासन की कार्रवाई भी की जा चुकी है।
कानपुर, जेएनएन। सॉल्वर गैंग के साथ गिरफ्तार जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के मेडिकल छात्र की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। निलंबित व हॉस्टल से निष्कासित किए जाने के बाद अब फरवरी 2021 में होने वाली एमबीबीएस फाइनल ईयर की परीक्षा में उसके शामिल होने पर रोक लगा दी गई है। प्राचार्य ने इस निर्णय से महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा को अवगत करा दिया है।
राष्ट्रीय पात्रता एवं प्रवेश परीक्षा (नीट-2020) में सॉल्वर गैंग के साथ जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के एमबीबीएस वर्ष 2016 बैच के छात्र अवध बिहारी को गिरफ्तार किया गया है। गुरुवार को इस जानकारी पर प्राचार्य ने छात्र संभाग की प्रभारी से रिपोर्ट मांगी और आरोपित छात्र को निलंबित और हॉस्टल से निष्कासित कर दिया था। कमेटी बनाकर छात्र से जुड़ी सूचनाएं भी मांगी थीं।
रिपोर्ट के आधार पर उसके एमबीबीएस अंतिम वर्ष की परीक्षा देने पर रोक लगा दी है। मेडिकल कालेज प्राचार्य डॉ. आरबी कमल ने कहा कि अपने स्तर से कार्रवाई करते हुए शासन को जानकारी दी है। पुलिस ने अपनी कार्रवाई की सूचना नहीं दी है।
बर्खास्त किया जा चुका गैंग का सरगना डॉक्टर
नीट परीक्षा में सॉल्वर गैंग का सरगना डॉ. सचिन को लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान से बर्खास्त कर दिया गया है। पुलिस लोहिया संस्थान में डॉ. सचिन मौर्या का रिकॉर्ड खंगाल चुकी है। वह मेडिसिन विभाग में संविदा पर जूनियर डॉक्टर तैनात था। उसे संस्थान के बहुत कम चिकित्सक जानते थे, विभाग में काम करने वाले डॉक्टरों की कम बात उससे होती थी। सॉल्वर गैंग से संबंधों का राजफाश होने के बाद सभी सन्न हैं।