कानपुर शहर में बंगाली तर्ज पर हुआ कालीबाड़ी मंदिर में मा कालरात्रि का पूजन
आस्था के महापर्व नवरात्र में मा भगवती के पूजन अर्चन के विभिन्न रंग देखने को मिलते ...और पढ़ें

कानपुर, जेएनएन। आस्था के महापर्व नवरात्र में मा भगवती के पूजन अर्चन के विभिन्न रंग देखने को मिलते हैं। चकेरी स्थित काली बाड़ी मंदिर में सजने वाला दुर्गा पूजा पंडाल अपनी बंगाली छटा के चलते भक्तों की आस्था का प्रमुख केंद्र रहता है। शुक्रवार को पंडाल में महिषासुर मíदनी का बंगाली विधि विधान से पूजन अर्चन किया गया। सुहागिन महिलाओं ने गोधन पूजन तथा नवग्रह पूजन के साथ मा का गृह प्रवेश कराया। इसके बाद बंगाल पारंपारिक यंत्र ढाक बजाकर मा की आरती उतारी गई। भक्तों ने मा को कुछ और श्रीफल अíपत कर सुख समृद्धि की कामना की।परिसर में सैनिटाइजेशन टनल से प्रवेश तथा मास्क को प्रमुखता दी गई। माता रानी की भोग आरती में टोकन प्रणाली के आधार पर सीमित संख्या के भक्तों को प्रवेश दिया गया। संक्रमण के चलते प्रति वर्ष धूमधाम से मनाया जाने वाला पुष्पाजलि कार्यक्रम सिर्फ अंजलि तर्ज पर मनाया गया। इसमें भक्तों ने मा के समक्ष जाकर प्रार्थना की जबकि पिछले वर्ष तक भक्त मा को पुष्प अíपत करते थे। मंदिर कमेटी के दीपाकर भट्टाचार्य और उनकी टीम द्वारा भोग प्रसाद के पैकेट बनाकर भक्तों में वितरित किए गए।

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