कानपुर : शिक्षा और स्वास्थ्य में सबसे ज्यादा सुधार की जरूरत
शिक्षा और स्वास्थ्य दो ऐसे क्षेत्र हैं, जहां सुधार की सबसे ज्यादा जरूरत महसूस की जाती है।
कानपुर : शिक्षा और स्वास्थ्य दो ऐसे क्षेत्र हैं, जहां सुधार की सबसे ज्यादा जरूरत महसूस की जाती है। आम लोगों को यदि ये व्यवस्थाएं बेहतर मिलने लगें तो उनकी काफी समस्याओं का हल हो जाता है। यही वजह है कि सरकार इनके सुधार के लिए प्रयासरत है। औद्योगिक समूहों ने भी कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआर) फंड के लिए शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा को ही प्राथमिकता पर रखा है।
इसी तरह इंडियन मेडिकल एसोसिएशन अपनी ओर से सेवा कार्य करता ही रहता है। अक्सर स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए जाते हैं। इसी सेवा कार्य को आगे बढ़ाने में कोल इंडिया लिमिटेड के सीएसआर फंड ने बड़ी मदद की है। कंपनी द्वारा दिए गए आर्थिक सहयोग से ही आइएमए ने परेड में अल्ट्रा मॉडर्न ब्लड बैंक की स्थापना की है। इसी दिशा में अब एक और बड़ा कदम उठाया जा रहा है।
सरकारी ब्लड बैंक से सस्ती दरों पर रक्त
आइएमए के अध्यक्ष डॉ. प्रवीण कटियार ने बताया कि कोल इंडिया लिमिटेड के सीएसआर फंड से आइएमए भवन परेड में अल्ट्रा मॉडर्न ब्लड बैंक स्थापित की गई है। यहां संपूर्ण रक्त के साथ ही आरबीसी, प्लेटलेट्स, प्लाज्मा की भी व्यवस्था है। सिंगल डोनर प्लेटलेट्स का खास इंतजाम है। मशीन के लिए जरूरत पड़ने पर इंसान के शरीर से सिर्फ प्लेटलेट्स निकाले जाते हैं।
इससे संक्रमण की आशंकाएं भी काफी कम हो जाती हैं। उन्होंने बताया कि सरकार ने निजी और सरकारी ब्लड बैंकों के लिए अलग-अलग दाम निर्धारित कर रखे हैं। हम सरकारी दर से भी कम कीमत पर रक्त मुहैया कराते हैं। इसके अलावा गरीबी रेखा से नीचे के मरीज, जननी सुरक्षा योजना के तहत, एचआइवी पॉजिटिव संक्रमित मरीजों को नि:शुल्क रक्त देते हैं।
हर माह एक स्वास्थ्य शिविर
आइएमए अध्यक्ष ने बताया कि हमारी संस्था सेवा कार्य लगातार करती है। इसके तहत गरीबों के लिए औसतन प्रति माह एक स्वास्थ्य शिविर आयोजित किया जाता है। दवाइयां भी मुफ्त में देते हैं।
अब बन रही मल्टी स्पेशिलिटी ओपीडी
ब्लड बैंक के बाद आइएमए सीएसआर फंड से मल्टी स्पेशियलिटी ओपीडी बनवाने जा रहा है। अध्यक्ष ने बताया कि इसके लिए गोल्डी मसाले द्वारा सीएसआर फंड दिया जा रहा है। शिलान्यास हो चुका है, जल्द ही इसका निर्माण कार्य प्रारंभ करवा दिया जाएगा।