मैथ्स और केमिस्ट्री के सवालों ने छुड़ाया पसीना
संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई मेंस) में मंगलवार का प्रश्न पत्र फरवरी के मुकाबले कठिन और लंबा आया। ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, कानपुर : संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई मेंस) में मंगलवार का प्रश्न पत्र फरवरी के मुकाबले कठिन और लंबा आया, जिसको हल करने में छात्र छात्राओं को काफी मशक्कत करनी पड़ी। मैथ्स और केमिस्ट्री के कुछ सवालों ने पसीना छुड़ाकर रख दिया। फिजिक्स के 60 फीसद प्रश्न एनसीआरटी की किताब से आए। बुधवार और गुरुवार को भी परीक्षा का आयोजन किया जाएगा।
नेशनल टेस्टिग एजेंसी की ओर से शहर के आधा दर्जन केंद्रों पर मार्च की प्रवेश परीक्षा सुबह और शाम की पालियों में हुई। छात्र-छात्राओं को कोविड प्रोटोकॉल के साथ केंद्रों पर दाखिला मिला। उनके हाथ सैनिटाइज कराए गए, जबकि मास्क पहनना अनिवार्य था। लालबंगला की श्वेता राजपूत ने बताया कि केमिस्ट्री में ऑर्गेनिक और इनऑर्गेनिक से प्रश्न ज्यादा आए। फिजिकल केमिस्ट्री से केवल न्यूमेरिकल्स आए। मैथ्स के सवाल कठिन नहीं थे, लेकिन उनको हल करने में काफी समय लग गया। सिविल लाइंस के व्योम मिश्रा ने बताया कि मैथ्स में वेक्टर और थ्री डी जियोमेट्री पर सवाल आसानी से हल नहीं हुए। फिजिक्स का प्रश्न पत्र सामान्य था। मैग्नेटिज्म और इलेक्ट्रिसिटी के सवाल घुमावदार आए थे। रीजनिग का एक प्रश्न काफी कठिन आया था। जेईई एक्सपर्ट मनोज शर्मा ने बताया कि फरवरी की तुलना में मार्च का प्रश्नपत्र कुछ कठिन आया है।
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चार बार जेईई मेंस का आयोजन
नेशनल टेस्टिग एजेंसी इस वर्ष कोरोना संक्रमण के चलते चार बार जेईई मेंस का आयोजन कर रही है। इसमें अभ्यर्थी चारों परीक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। उनके सबसे बेहतर नंबर जेईई एडवांस्ड के लिए माने जाएंगे। अभी अप्रैल व मई में परीक्षा होनी है। शहर में आधा दर्जन केंद्र बनाए गए हैं, जहां कंप्यूटर आधारित परीक्षा आयोजित की जा रही है।

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