कानपुर से माघ आसानी से जा सकेंगे यात्री, 3 जनवरी से 270 बसें और 50 शटल बसों का होगा संचालन
महाकुंभ-2025 के सफल आयोजन के बाद राज्य सरकार माघ मेले की तैयारियों में जुटी है। श्रद्धालुओं के लिए कानपुर परिक्षेत्र से 270 स्पेशल बसें चलाई जाएंगी। त ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, कानपुर। महाकुंभ-2025 के सफल आयोजन के बाद राज्य सरकार प्रयागराज में होने वाले माघ मेले की तैयारियों में जुट गई है। श्रद्धालुओं को मेला तक लाने ले जाने के लिए कानपुर परिक्षेत्र से इस बार 270 माघ मेला स्पेशल बसें चलाई जाएंगी।
इस बार तीन जनवरी से शुरू होने वाले मेला में इन बसों के जरिए श्रद्धालु सुगम आवागमन कर सकेंगे। उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (यूपीएसआरटीसी) कानपुर परिक्षेत्र के क्षेत्रीय प्रबंधक महेश कुमार ने बताया कि कानपुर परिक्षेत्र से माघ मेले के लिए 270 बसों का संचालन किया जाएगा।
बस अड्डा से हर पांच से 10 मिनट पर बसें रवाना होंगी। 24 घंटे परिवहन सेवा मिलेगी। सामान्य बसों की तर्ज पर परिचालक यात्रियों से किराया लेंगे। कोई अतिरिक्त मेला सरचार्ज नहीं लिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बसों का मुख्य केंद्र मेजर सलमान अंतरराज्यीय बस अड्डा (झकरकटी) होगा। यात्रियों की सुविधा के लिए संचालन को अलग-अलग डिपो में बांटा गया है। इसके तहत, माती डिपो (कानपुर देहात), फतेहपुर, उन्नाव डिपो की बसों का संचालन प्रयागराज रूट पर किया जाएगा।
इसमें केवल लंबी दूरी की ही बसें नहीं होंगी बल्कि 50 विशेष शटल बसें भी चलाई जाएंगी। ये शटल बसें प्रयागराज के बाहरी स्टैंड से श्रद्धालुओं को संगम क्षेत्र के निकटतम स्थानों तक छोड़ने और वापस लाने का काम करेंगी, ताकि बुजुर्गों और बच्चों को पैदल न चलना पड़े।
मेला स्टीकर से बसों की होगी पहचान, कोहरे में बचाएगा फाग लैंप, हेडलाइट
परिवहन विभाग के मुताबिक, सभी बसों की कंडीशन अच्छी स्थिति में रहेगी और इन बसों में फाग लैंप, हेडलाइट, विंडो कैचर, हार्न सीटों की दशा व साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाएगा और सभी बसों में रूट के हिसाब से मेला स्टीकर लगाए जाएंगे जिससे कि श्रद्धालुओं में भ्रम की स्थिति उत्पन्न न हो और आसानी से वह अपने क्षेत्र की बसों में बैठ सकें।
माघ मेले के सबसे बड़े स्नान मौनी अमावस्या के दौरान यात्रियों का दबाव सबसे अधिक रहता है। इसके लिए मेजर सलमान बस अड्डे पर अतिरिक्त काउंटर और हेल्प डेस्क की व्यवस्था की भी तैयारी है।
बसों के फेरे इस प्रकार तय किए गए हैं कि किसी भी यात्री को बस स्टैंड पर 10-15 मिनट से ज्यादा इंतजार न करना पड़े। इसके साथ ही, बसों के सुचारू संचालन के लिए सभी डिपो प्रबंधकों को अलर्ट पर रखा गया है। खराब होने वाली बसों की जगह तुरंत दूसरी बस भेजने के लिए रिजर्व बेड़ा भी तैयार है।
ये हैं प्रमुख स्नान की तिथियां-
- मकर संक्रांति (14 जनवरी)
- मौनी अमावस्या (18 जनवरी)
- बसंत पंचमी (23 जनवरी)
श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा देना हमारी प्राथमिकता है। हमारा लक्ष्य है कि कानपुर और आसपास के जिलों से आने वाले किसी भी श्रद्धालु को प्रयागराज जाने के लिए इंतजार न करना पड़े। 270 बसों का बेड़ा तैयार है और अधिकारियों को रूट पर 24 घंटे निगरानी के निर्देश दिए गए हैं। बसों का संचालन सुचारू रहे, इसके लिए सभी डिपो प्रबंधकों और टेक्निकल स्टाफ को मुस्तैद रहने के लिए कहा गया है। हमारी टीमें ग्राउंड पर तैनात रहेंगी ताकि यात्रा निर्बाध रहे।
महेश कुमार, क्षेत्रीय प्रबंधक, परिवहन निगम।

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