कानपुर : अफसरों की मिलीभगत से चलता खेल, बेशकीमती सरकारी जमीन बेच रहे भूमाफिया
केडीए अफसरों की मिलीभगत से सरकारी भूमि पर कब्जे जारी हैं। भूमाफिया केडीए की बेशकीमती भूमि पर कब्जा करके अवैध सोसाइटियां विकसित कर रहे हैं। श्याम नगर से सटे देहली सुजानपुर में ऐसा ही मामला सामने आया है।

कानपुर, जागरण संवाददाता। कानपुर केडीए अफसरों ने भूमाफिया के साथ मिलकर नोटिस की आड़ में प्राधिकरण की अरबों रुपये की जमीन लुटा दी। दहेली सुजानपुर में कब्जेदारों ने प्राधिकरण की साढ़े नौ अरब से ज्यादा की 79.7230 हेक्टेयर जमीन अवैध प्लाटिंग करके बेच दी। केडीए की जमीनों का रखरखाव देखने वाले तहसीलदार, अमीन, अभियंत्रण विभाग और प्रवर्तन दस्ता तमाशबीन बना रहा। जमीन खाली कराने के बजाय नोटिस देता रहा। अब इमारतें बनने पर दिखावे के नाम पर कार्रवाई शुरू की है।
केडीए की श्याम नगर से सटे दहेली सुजानपुर में ग्राम समाज की 318.89 बीघा जमीन है। इसमें करीब 79.7230 हेक्टेयर पर अवैध तरीके से लोग काबिज हो गए है। वर्तमान में इसकी कीमत करीब 956 करोड़ रुपये है। दहेली सुजानपुर में कई वर्षों से जमीन पर कब्जा करने का खेल चलता रहा। मजे की बात यह है कि इसकी जानकारी प्राधिकरण अफसरों से लेकर कर्मचारियों तक को थी, लेकिन सुविधा शुल्क के चलते केवल बचने के लिए नोटिस देते रहे।
तहसीलदार और अमीन नोटिस देकर गेंद प्रवर्तन दस्ते की ओर फेंकते रहे। प्रवर्तन दस्ते का जवाब रहता कि पहले जमीन की नापजोख करके बताया जाए। दोनों की मिलीभगत से भूमाफिया प्लाटिंग करके भूखंड बेचने के साथ ही मकान बनाने तक का जिम्मा लिए रहे। अब यहां हजारों मकान बन गए हैं। सोसाइटी खड़ी हो गई हैं। केडीए उपाध्यक्ष अरविंद सिंह शुक्रवार को शिकायत मिलने पर दहेली सुजानपुर में निरीक्षण करने गए तो जमीन पर हो रहे कब्जे देखकर दंग रह गए।
शनिवार को चार बुलडोजर लगाकर 41 बीघा जमीन खाली कराई। आदेश दिए कि जमीन का सर्वे करा कब्जे वाली जमीन पर बने निर्माण गिराने के लिए ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जाए। इसके बाद से प्राधिकरण अफसरों में खलबली मची है। उपाध्यक्ष की फटकार के बाद प्रवर्तन दस्ता भी हरकत में आ गया है। सोमवार से एक-एक निर्माण का सर्वे किया जाएगा। इसमें जमीन सरकारी है या निजी, इसकी भी जांच होगी।
दहेली सुजानपुर में प्राधिकरण की स्थिति
-दहेली सुजानपुर में केडीए की 79.7230 हेक्टेयर जमीन पर हो गए कब्जे।
- केडीए की जमीन की मौजूदा कीमत लगभग 956 करोड़ है।
केडीए के इन अराजी नंबरों पर हुआ कब्जा
54मि, 62मि, 73मि, 99मि, 103मि, 115मि, 166मि, 207मि, 223, 565, 734, 793, 832मि, 897, 916/2मि, 953मि, 923मि, 1057, 1205मि, 1291मि, 1324मि, 1865मि, 1869मि, 1874/3, 1884, 1817, 1819, 1820, 1829, 1832, 1834मि, 1842मि, 1855, 1855, 1835मि, 1863मि, 1871मि, 1924मि, 1957, 1958मि, 1963मि, 1972, 1994, 1998, 2002, 2004, 2005, 2012, 2019, 2026, 2041मि, 2099, 2099मि, 2119, 2147, 2190, 2192, 2196, 2202
(मि का मतलब मिनजुमला खाता है)
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