लोन दिलाने के नाम पर 71 ग्रामीणों से लाखों रुपये लूटे, फिर रातों-रात कर दिया ये बड़ा कांड
कानपुर में लोन दिलाने के नाम पर 71 ग्रामीणों से लाखों रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। ठगे गए ग्रामीण ने मुकदमा दर्ज कराया ।जिसके बाद आनन फानन में दो और मुकदमे दर्ज किए गए।पुलिस ने शिवराजपुर के छतर पुर बंबा के पास से चार शातिरों को गिरफ्तार कर उनके पास से करीब 55 हजार नकदी,ज्वेलरी समेत कई चीजें बरामद की है।

जागरण संवाददाता, कानपुर। शिवराजपुर में किराए पर कार्यालय लेकर लोन दिलाने के नाम पर शातिरों ने ग्रामीणों को सब्जबाग दिखाकर लाखों की ठगी को अंजाम दे रातों रात कार्यालय में ताला डालकर फरार हो गए। ठगे गए ग्रामीण ने मुकदमा दर्ज कराया ।जिसके बाद आनन फानन में दो और मुकदमे दर्ज किए गए।पुलिस ने शिवराजपुर के छतर पुर बंबा के पास से चार शातिरों को गिरफ्तार कर उनके पास से करीब 55 हजार नकदी,ज्वेलरी समेत कई चीजें बरामद की है।
शिवराजपुर के गुरैनी निवासी नरेंद्र ने थाने में तहरीर देकर 14 अक्टूबर को बताया था कि कस्बे के भटपुरा निवासी डॉ देवेंद्र कुशवाहा के घर में कुछ शातिरों ने किराए पर कार्यालय लेकर शिल्पा फिनकैप प्राइवेट लिमिटेड नाम की फर्जी बैंक खोली थी।उनके एजेंट गांव गांव घूमकर दोगुना लालच देकर रकम जमा करने के सब्जबाग दिखा तमाम लोगों के साथ ठगी कर ली। दूसरे ही दिन चौबेपुर के हृदयपुर निवासी अंकित समेत चार ग्रामीण और चौबेपुर के जुगियाना निवासी सोमिता समेत नौ महिलाओं ने शिल्पा फिन कैप के कर्मचारियों के खिलाफ संयुक्त तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया।
आरोप था कि 50 हजार का लोन दिलाने का झांसा देकर तीन हजार रूपये प्रति खाता के हिसाब से ठगी की गई और कर्मचारी रातों रात कार्यालय में ताला डालकर फरार हो गए।लोगो के मुताबिक फर्जी बैंक के कर्मचारियों ने सैकड़ों लोगों के साथ लाखों की ठगी को अंजाम दिया था।
दो दिनों के भीतर एक दर्जन पीड़ितों के तीन मुकदमे के बाद सक्रिय हुई पुलिस ने शातिरों की सुरागसी के प्रयास शुरू किए।गुरुवार को सर्विलांस की मदद से पुलिस ने छतरपुर बंबा के पास से फर्जी बैंक के ब्रांच मैनेजर सुल्तानपुर के सिंघोली जितेन्द्र गौतम,सीतापुर निवासी लोन ऑफिसर उत्तम वर्मा,फील्ड ऑफिसर शैलेश गौतम और असिस्टेंट ब्रांच मैनेजर प्रदीप गौतम उर्फ संतोष पांडे को गिरफ्तार कर लिया।
शातिरों के पास से करीब 55 हजार रूपये नकदी,ज्वेलरी,बाइक,लैपटॉप समेत कई चीजें भी बरामद हुई है।जांच के दौरान पता चला कि शातिरों ने करीब 71 ग्रामीणों से लाखों रूपये की ठगी को अंजाम दिया है। पुलिस उपायुक्त प्रश्चिम दिनेश त्रिपाठी ने प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि चारों अपराधी शातिर किस्म के है।
इसके खिलाफ पहले से आगरा,बिल्हौर समेत कई थानों में पांच मुकदमे पंजीकृत है।पुलिसिया पूंछताछ में पता चला कि चारों पहले एक साथ ब्लैंकेट कंपनी में काम करते थे।कुछ बड़ा करने के उद्देश्य से शातिरों ने ठगी का ये प्लान बनाया था।ग्रामीण इलाकों में ये कार्यालय खोलकर लोगो को बड़ा लाभ दिलाने और लोन दिलाने का झांसा देकर ठगी करते थे।फिलहाल सभी को जेल भेजा गया है।
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