कानपुर चिड़ियाघर पर मंडराया बर्ड फ्लू फैलने का खतरा, शेर के बाद मोर की मौत; घोषित किया गया रेड जोन एरिया
कानपुर चिड़ियाघर में शेर और मोर की बर्ड फ्लू से मौत के बाद हड़कंप मच गया है। भोपाल से आई रिपोर्ट में एच5एन1 वायरस की पुष्टि हुई है। चिड़ियाघर के एक किलोमीटर के दायरे को रेड जोन घोषित कर दिया गया है और वन्यजीवों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। लखनऊ से आई टीम ने चिड़ियाघर का निरीक्षण किया है।
जागरण संवाददाता, कानपुर। राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशुरोग संस्थान भोपाल से आई शेर व मृत मोर की रिपोर्ट में बर्ड फ्लू निकला है। रिपोर्ट आने के बाद चिड़ियाघर में सतर्कता बढा़ दी गई है। एक किलोमीटर के दायरे को रेड जोन घोषित कर दिया गया है। यहां अन्य वन्यजीवों पर भी निगरानी बढा़ दी गई है।
शनिवार के लखनऊ से आई पशुपालन विभाग की टीम ने चिड़ियाघर का निरीक्षण किया। जांच के बाद रिपोर्ट तैयार कर शासन को सौंपी जाएगी। चिड़ियाघर में पोल्ट्री उत्पाद पर पहले ही रोक लगाई जा चुकी है। किसी बाहरी व्यक्ति को प्रवेश नहीं दिया जा रहा है।
शेर में बर्ड फ्लू की पुष्टि
गोरखपुर चिड़ियाघर से इलाज के लिए शहर के चिड़ियाघर लाया गया था। भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान यानी आइवीआरआइ बरेली से आई जांच रिपोर्ट में इसमें बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई थी। शेर की मौत से पहले खून के नमूने तथा मौत के बाद नाक, कान गले व लीवर के नमूने जांच के लिए राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशुरोग संस्थान भोपाल भेजे गए थे।
चिड़ियाघर परिसर में गुरुवार को मृत पाए गए मोर के नमूने भी जांच के लिए भेजे गए थे। भोपाल से आई दोनों रिपोर्टों में एच 5 एन 1 वायरस की पुष्टि हुई है। रिपोर्ट आने के बाद अन्य वन्यजीवों पर नजर रखी जा रही है। विशेष रूप से पक्षियों पर ध्यान दिया जा रहा है।
पशुपालन विभाग के अपर निदेशक ग्रेड वन डा. राजेंद्र प्रसाद, संयुक्त निदेशक डा. राजेश्वर सिंह, डा. विवेकानंद गंगवार, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी आइडीएन चतुर्वेदी ने शनिवार को चिड़ियाघर का निरीक्षण किया। उन्होंने पशु व पक्षियों के बाडों की जांच की। चिड़ियाघर के अधिकारियों से जानकारी की।
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी ने बताया कि चिड़ियाघर परिसर को सैनिटाइज कराया जा रहा है। जिस स्थान पर मोर व शेर की मृत्यु हुई थी, वहां से एक किलोमीटर के दायरे को रेड जोन घोषित किया गया है। बर्ड फ्लू की गाइड लाइन का पालन कराया जा रहा है।
चिड़ियाघर को छह जोन में बांटा गया
वन्यजीवों की सु्रक्षा को लेकर चिड़ियाघर को छह जोन में बांटा गया है। हर जोन में सैनिटाइज मशीनों से दवा का छिड़काव किया जा रहा है। सैनिटाइज के लिए बड़ी मशीन भी खरीदी गई है। चिड़ियाघर की निदेशक श्रद्धा यादव ने बताया कि राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशुरोग संस्थान भोपाल से आई रिपोर्ट में शेर व परिसर में मृत पाए गए मोर में बर्ड फ्लू संक्रमण पाया गया है। चिड़ियाघर आस-पास एक किलोमीटर का क्षेत्र रेड जोन घोषित कर दिया गया है।वन्यजीवों की खान-पान की रिपोर्ट नियमित रूप से ली जा रही है। वर्तमान समय में वन्यजीव स्वस्थ हैं।
चिकित्सकों व कर्मचारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वन्यजीवों के व्यवहार में परिवर्तन दिखाई देने, मृत पक्षी पाए जाने पर तुरंत सूचित करें। मृत पक्षी पाए जाने पर उसके नमूने लेकर जांच के लिए भेजे जाएंगे। नो़डल अधिकारी से चिड़ियाघर के आस-पास मांस की दुकानों को बंद कराने का अनुरोध किया गया है। सैनिटाइज के लिए नगर निगम को भी पत्र भेजा गया है।
पोल्ट्री फार्मों की जांच, 90 पक्षियों के नमूने लिए
प्रशासन ने बर्ड फ्लू को देखते हुए टीमें गठित कर जांच शुरू कर दी है। पोल्ट्री फार्मों व दुकानों पर दो दिन में 90 पक्षियों के नमूने लेकर जांच के लिए आइवीआरआइ बरेली भेज जा रहे हैं। प्रशासन की ओर से गठित टीम रविवार को चिड़ियाघर में वन्यजीवों के नमूने लेगी।
70 डिग्री तापमान पर नष्ट हो जाता वायरस
बर्ड फ्लू के लिए बनाई गई टीम के नोडल अधिकारी मुख्य पशु चिकित्साधिकारी आइडीएन चतुर्वेदी ने बताया कि 70 डिग्री तापमान पर बर्ड फ्लू का वायरस नष्ट हो जाता है। मांसाहारी व्यक्ति मांस को आधे घंटे तक अच्छी तरह पकाने के बाद प्रयोग करें। बर्ड फ्लू को लेकर कोई भी जानकारी पशुपालन विभाग के कंट्रोल रुम नंबर कंट्रोल रूम 0512-2535098 पर संपर्क करें।
चिड़ियाघर में मृत पक्षियों की तलाश
चिड़ियाघर परिसर में मिले मृत मोर में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद अन्य पक्षियों की निगरानी को बढ़ा दिया गया है। हिरन सफारी, झील व जंगल वाले क्षेत्रों में मृत पक्षियों की तलाश में अधिकारी व कर्मचारी घूमते रहे। पेड़ों पर बसेरा करने वाले पक्षियों को भी देखा गया। चिड़ियाघर के अधिकारियों व कर्मचारियों ने पूरे परिसर का निरीक्षण किया।
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