Leopard In Kanpur IIT : NSI के गर्ल्स हास्टल के पास 4 बार दिखा तेंदुआ लेकिन नहीं आया हाथ, दहशत का माहौल
Leopard In Kanpur IIT कानपुर के राष्ट्रीय शर्करा संस्थान गर्ल्स हास्टल के पास तेदुआं कैमरे में चार बार देखा गया लेकिन अभी तक वन विभाग की टीम तेंदुए को पकड़ने में सफल नहीं हो पाई है। हर बार तेंदुआ चकमा देकर बचते हुए निकल जा रहा है।

कानपुर, जागरण संवाददाता। 288 घंटे से तेंदुआ भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान और राष्ट्रीय शर्करा संस्थान में दहशत का पर्याय बना है। चार दिन पहले तक वह आइआइटी को ठिकाना बनाकर रह रहा था तो अब एनएसआइ के जंगल में दुबका है, लेकिन वन विभाग की टीम उसे पकड़ नहीं पा रही।
परेशान होकर एनएसआइ के निदेशक ने मुख्य वन संरक्षक को पत्र भी भेजा, लेकिन कोई असर नहीं हुआ। रविवार को एक वीडियो भी इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हुआ, जिसमें तेंदुआ एक बाइक सवार व एक राहगीर पर हमला करता दिखा। बाद में पता लगा कि वह मैसूर का पुराना वीडियो था।
एनएसआइ के सुरक्षा अधिकारी डा. सुधांशु मोहन ने बताया कि जब से आइआइटी का स्थापना दिवस हुआ है, तेंदुआ वहां से निकलकर एनएसआइ में ही रह रहा है। बार-बार वह गर्ल्स हास्टल पर लगे कैमरे में कैद होता है। फार्म नंबर तीन से निलकर निदेशक आवास के पीछे जंगल की ओर उसकी आवाजाही बनी हुई है। इसके चलते छात्र-छात्राएं, कर्मचारी व उनके स्वजन डरे हुए हैं। वन विभाग की टीम डेरा डाले है, लेकिन उसे पकड़ नहीं पा रही है। शनिवार शाम को टीम ने उसके निकलने के रास्ते पर जाल लगाया, लेकिन तेंदुआ 20 मीटर दूर से निकल गया। इसके बाद तीन तरफ जाल लगाए गए हैं, लेकिन लगता है कि उसे अंदाजा हो गया है।
शायद इसी वजह से वह बाहर निकलते नहीं दिखा या फिर किसी दूसरे रास्ते से गया है। एक तरह से वह वन विभाग से लुकाछिपी खेल रहा है। निदेशक प्रो. नरेंद्र मोहन ने बताया कि राष्ट्रीय शर्करा संस्थान में विभिन्न अंतराल पर तेंदुआ दिखा है। इसके बावजूद एहतियाती कदम उठाते हुए संस्थान के कामकाज को संचालित किया जा रहा है। संस्थान में उच्च क्षमता के कैमरे, फ्लड लाइट व सुरक्षाकर्मी तैनात हैं, लेकिन तेंदुए के बारे में इंटरनेट मीडिया पर विभिन्न फर्जी वीडियो व सूचनाएं भी प्रसारित की जा रही हैं।
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